दीपावली की ऊर्जा में अपने सपने साकार करें! अंजना गुप्ता दीपावली में धन देवी को प्रसन्न करने के लिए हम उनकी पूजा-अर्चना विधि-विधान से करते हैं और ध्यान रखते हैं कि कोई गलती न हो जाये। हमारा सारा ध्यान ठीक ढंग से पूजा करने में लगा रहता है जैसे- पहले क्या करना है और बाद में क्या करना है। हमारे विचार पूजा की गतिविधियों में ही उलझकर रह जाते हैं। जिस चीज के लिए पूजा कर रहे हैं वह सकारात्मक साचे कसै े वास्तविकता में तब्दील हो, इसको वैज्ञानिक तरीके से जानने की आवश्यकता है। हम जानते हैं कि हर वस्तु या पदार्थ को ऊर्जा से बदला जा सकता है और ऊर्जा को पदार्थ में बदला जा सकता है। हमारा हर विचार भी एक ऊर्जा है। हमारा हर विचार पदार्थ (मैटर) में या वास्तविकता में बदल सकता है। लेकिन विचार कैसा होना चाहिए, किस रूप में सोचा गया विचार रूपांतरित होता है? हमारा हर वो विचार जो वर्तमान समय मंे मस्तिष्क में प्रकट हो रहा है, हमें फल देता है। जैसे कि हमारा यह सोचना कि हम संपन्न हंै और खुशहाल हैं, हमारे जीवन को संपन्नता से और खुशहाली से भर देगा। इसको हमें वैज्ञानिक तरीके से जानने की जरूरत है। दीपावली के त्योहार पर रोशनी की जाती है, मोमबŸिायां जलाई जाती हैं, और इन सबसे एक सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। यही ऊर्जा हमारी सोच को तीव्र गति से सच्चाई में बदलते हैं। किसी भी चीज को पाने के लिए आप महसूस करें कि वो चीज आपको मिल गई है, तो वह आपकी जिंदगी में सचमुच आ जायेगी और इसके लिए अगर आप दीपावली वाले दिन और रात की ऊर्जा का उपयोग करें तो ये ऊर्जा आपके विचारों की ऊर्जा के साथ मिलकर ‘आपके सपनों को सच करने के लिए’ उत्प्रेरक की तरह काम करेगा। किंतु आम लोगों के लिए इस सकारात्मक ऊर्जा को इच्छित परिणाम प्राप्त करने के लिए सही दिशा दे पाना संभव नहीं हो पाता। इसके लिए एक सही मार्गदर्शक की आवश्यकता होती है, जो आपको पूर्ण वैज्ञानिक दृष्टिकोण एवं शक्तिपात के द्वारा ऐसा करने के लिए सक्षम बना सके।