सबसे पहले आप सभी को नव वर्ष की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। हर नया वर्ष जीवन में नयी उमंग और उम्मीदें लेकर आता है कुछ नई महत्वाकांक्षाएं तो कुछ अधूरे सपने को पूरा करने का नया मौका। प्रायः सभी लोग नववर्ष के अवसर पर खुशियां मनाते हैं। जहां एक ओर नए वर्ष प्रवेश की खुशी होती है वहीं दूसरी तरफ हर किसी को मन ही मन लगता है कि इस नये वर्ष में धन वर्षा होगी या नहीं, नौकरी मिलेगी या नहीं, बच्चों का स्वास्थ्य और पढ़ाई अच्छी चलेगी या नहीं, व्यापार में कुछ तेजी होने की उम्मीद है या नहीं, पति से संबंध अच्छे रहेंगे या नहीं। निजी, पारिवारिक और सामाजिक जीवन में तालमेल बिठाने में मन उधेड़-बुन में लगना शुरू हो जाता है।
आइए जानते हैं कि यह नया वर्ष आपकी लग्न/राशि के लिए कैसा रहेगा:
मेष: इस वर्ष की शुरूआत मंे गुरु आपके पंचम स्थान से गोचर कर रहे हैं जो कि अति शुभ है इसीलिए संतान संबंधी कोई अच्छी खबर अवश्य मिल सकती है जैसे बच्चों का रिश्ता/शादी, संतान प्राप्ति, संतान को अच्छी सेहत/पद और व्यक्तिगत उच्चस्तरीय शिक्षा के भी अच्छे योग प्राप्त होने की उम्मीद है। शनि के अष्टम स्थान पर गोचर के कारण कार्यों में अधिक श्रम करना पड़ सकता है। व्यावसायिक जिंदगी अच्छी रहेगी किंतु अनावश्यक खर्चों से बचें। हमेशा जल्दबाजी से कार्य करने की आदत को थोड़ा बदलें और पूरी योजना से लंबे परिणामों का अंदाजा लगाते हुए निवेश करें।
वृष: यह वर्ष आपके लिए मंगलदायक और खुशियों से भरा रहेगा। गुरु का गोचर पहले 6 महीने आपको गृहस्थ और पारिवारिक सुख प्रदान करेगा, जीवनसाथी से संबंध अच्छे रहेंगे, बच्चों के स्वास्थ्य और पढ़ाई, व्यवसाय के लिए अगले 6 महीने अति उत्तम रहेंगे। आपके व्यवसाय और नौकरी में कुछ रूकावटों का सामना करना पड़ सकता है। आर्थिक दृष्टि से यह वर्ष उत्तम रहेगा। शत्रु और बाधाएं समाप्त होंगी। आपको चाहिए कि किसी एक व्यक्ति या परेशानी पर ज्यादा ध्यान न दें और उलझें नहीं।
मिथुन: इस वर्ष गुरु महाराज का गोचर आपके लिए शुभप्रद है जिसके कारण जीवनसाथी के साथ गृहस्थ जीवन आनंदमयी प्रतीत हो रहा है। स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें और खर्चों पर नियंत्रण बना कर चलंे क्योंकि शनि के छठे भाव में गोचर के कारण आपको इन छोटी-छोटी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। रिश्तेदारों से मेल-मिलाप बढ़ेगा। साल की शुरूआत में अच्छा स्थानांतरण मिल सकता है। कुल मिलाकर यह वर्ष आपके लिए सामान्य है।
कर्क: ग्रह स्थिति के कारण इस साल आपको स्वास्थ्य पर ध्यान रखने की आवश्यकता है। आपको आर्थिक रूप से अच्छा महसूस होगा किंतु जीवनसाथी के साथ कुछ मतभेद हो सकते हैं जिसके लिए प्रयास करके इन्हें लंबा खींचने से रोकने की कोशिश करें। आप परिवारजनों से हृदय से जुड़ी होती हैं इसीलिए इस वर्ष पारिवारिक संबंधों पर खास ध्यान दें। प्रेम प्रसंगों के प्रति अधिक भावनाओं में न बहकर दिमाग से काम लेने में ही भलाई है। किसी पर भी आंख बंद करके विश्वास न करें। नौकरी बदलने या नई नौकरी के लिए अच्छे योग हैं।
सिंह: यह वर्ष आपके लिए अति उत्तम है, संतान/पौत्र प्राप्ति के पूर्ण योग हैं, भाग्य की भी वृद्धि साफ झलकती है। संतान और भाग्य दोनों पक्षों पर गुरु की दृष्टि से रूके हुए सभी कार्य बनने की पूर्ण उम्मीद है। चाहे वह नौकरी हो या व्यापार आप अधिक मेहनत करके बहुत अधिक लाभ उठा सकती हैं, इस वर्ष अच्छा धनार्जन होेने के योग हैं लेकिन शनि का गोचर चतुर्थ स्थान पर होने के कारण गृहस्थ जीवन और पारिवारिक मतभेदों का सामना करना पड़ सकता है। आपको चाहिए कि अपने गुस्से पर संयम रखें, सबको साथ लेकर चलें।
कन्या: इस साल पहले 6 महीने गुरु का गोचर आपकी कुंडली के 12वें स्थान पर और बाद में लग्न/राशि पर रहेगा जिसके चलते आप अगस्त के बाद काफी अच्छा महसूस करेंगी। इससे पहले जीवनसाथी के साथ मधुर संबंधों में कमी रह सकती है और परिजनों के साथ भी नोक-झोंक की संभावनाएं हैं। संतान प्राप्ति और संतान से संबंधित अन्य सुख भी अगस्त के बाद पूर्ण है। इस वर्ष आपको विदेश जाने के अवसर भी मिल सकते हैं।
तुला: तुला लग्न/राशि में जन्म लेने के कारण आप सुलझी और संतुलित स्त्री हैं, यह नया वर्ष आपके लिए अनुकूल रहेगा। साल के पहले 6 महीने गुरु आपको अच्छे और बाद में मध्यम फल देंगे। साथ ही विदेश यात्राओं के अच्छे योग हैं। शुरूआत से ही आपको आर्थिक लाभ महसूस होने लगेंगे, संतान और पारिवारिक सुख-शांति भी अनुकूल रहेगी, इस वर्ष आपको अपनी वाणी और स्वास्थ्य पर थोड़ा ध्यान देना चाहिए। मधुर शब्दों का प्रयोग करें।
वृश्चिक: इस वर्ष आपको जीवन-साथी के साथ सामंजस्य बनाकर चलना चाहिए। गुरु अगस्त तक आपके व्यवसाय और कार्य भाव पर भ्रमण करेंगे इसलिए पूर्ण मेहनत कर धनार्जन की कोशिश करें। घरेलू महिलाएं भी अपना पैसा संभाल कर चलें और इसके बाद ही निवेश करें। वैवाहिक जीवन और शारीरिक सुख का पूर्ण आनंद रहेगा। शनि का लग्न/राशि पर पूरे साल विराजमान रहना आपको थोड़ी चिंताएं प्रदान कर सकता है, इसके लिए शनि मंत्र का जाप करें।
धनु: यह वर्ष आपके लिए भाग्यवृद्धि से प्रारंभ हो रहा है। लग्न/राशि स्वामी गुरु भाग्य स्थान से भ्रमण कर रहे हैं इसीलिए यह वर्ष आपके लिए उत्तम और सफलतापूर्ण रहेगा। इस वर्ष भाई-बहनों से अच्छे संबंध बनाए रखने का प्रयास करें। साल के पूर्वार्द्ध में स्वास्थ्य अति उत्तम रहेगा और नए विषय सीखने में रूचि बढ़ेगी। विद्यार्थी उच्च शिक्षा या प्रोजेक्ट के लिए विदेश जा सकती हैं। व्यवसाय और धन के संबंध मंे अगस्त के बाद समय ज्यादा अच्छा है। कुल मिलाकर यह वर्ष आपके लिए उत्तम वर्ष है।
मकर: यह वर्ष आपके लिए आर्थिक रूप से उत्तम है। आप खर्चों पर नियंत्रण रख कर उच्च कोटि का धनार्जन कर सकती हैं। साल के उत्तरार्द्ध में स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा। पहले 6 महीने थोड़ा ध्यान दें। वैवाहिक और पारिवारिक सुख सामान्य रहेगा। शनि के शुभ भ्रमण के कारण संतान पक्ष से निश्चिन्तता रहेगी। तकनीकी शिक्षा की ओर रूझान बढ़ेगा। विद्यार्थियों के लिए मनचाहे कोर्स में प्रवेश के योग हैं।
कुंभ: आपके लग्न/राशि स्वामी शनि महाराज इस वर्ष कर्म भाव में स्थित रहेंगे जिसकी वजह से कार्य और व्यवसाय में कमी नहीं रहेगी, उत्तम कार्य मिलेंगे और आप इन्हें मेहनत से पूर्ण भी करने में सक्षम रहंेगी। आपको चाहिए कि महत्वाकांक्षाओं को पूर्ण करने के लिए जमकर मेहनत करें। आय के अच्छे स्रोत बनेंगे किंतु खर्चों पर नियंत्रण रखें। गृहस्थ जीवन सामान्य रहेगा। पारिवारिक विवादों से बचें, मित्रजनों का भरपूर सुख रहेगा।
मीन: इस वर्ष आपके लग्नेश/राशि स्वामी गुरु 6ठे, 7वंे स्थानों से क्रमशः वर्ष के पूर्वार्द्ध एवं उत्तरार्द्ध में गोचर करेंगे इसीलिए अगस्त तक आपको सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए। शादी और वैवाहिक सुख के योग भी अगस्त के बाद खुले हैं। विवाह के लिए साथी तलाश रही युवतियों की मनोकामना पूर्ण होने की पूर्ण संभावनाएं हैं। इस वर्ष कोर्ट कचहरी से बचें और अगस्त के बाद नई व्यापारिक साझेदारी में निवेश करें। नई नौकरी भी उत्तरार्द्ध में बेहतर मिलेगी। पूर्वार्द्ध में हर ओर से मिले-जुले फल मिलेंगे किंतु साल का दूसरा हिस्सा आपके लिए बेहद सुखप्रदायक रहेगा।