- यात्रा पर निकलते समय कुंआरी कन्या, शादीशुदा स्त्री (गर्भवती स्त्री), गाय, भरा घड़ा, नगाड़ा, शंख आदि दिखाई दें तो उत्तम फल की प्राप्ति होती है।
- सारस प ेड ़ की डाली पर ब ैठा दिखाई दे तो अति शुभ होता है। पेड़ पर एक-एक क्रम से बैठे मिलें तो अच्छे मित्रों से संपर्क हो। जाते समय सम्मुख बोलता नज़र आए तो मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। पेड़ पर एक साथ ज्यादा बोलते नजर आएं तो स्त्री लाभ मिले। परंतु बाईं तरफ मिलें तो अशुभ फल की प्राप्ति होती है।
- सूखे पेड़ पर तोता दाईं तरफ बोलता दिखाई दे तो भय, किंतु बाईं तरफ बोले तो महालाभ मिले। सूखे पहाड़ तथा सूखे पेड़ पर बोलता नजर आए तो भय तथा सम्मुख बोलता नजर आए तो बंधन मिले।
- सामने अथवा जमीन की तरफ छींक हो तथा वस्त्र कांटों से फट जाए अथवा कांटों में उलझ जाए, कोई शब्द सुनाई पड़े या सांप दिखाई दे तो यात्रा पर जाने का कार्यक्रम रद्द कर दें।
- सामने नीलगाय, मोर अथवा नेवला दिखाई दे तो उत्तम फल की प्राप्ति होती है। बाईं तरफ मुर्गा बोलता नज़र आए तो शुभ माना जाता है।
- दाईं तरफ गधा बोलता मिले तो मनोवांछित कार्य सिद्ध हों।
- घर वापस आते समय बाईं तरफ गधा बोलता मिले तो उत्तम ऋिद्धि-सिद्धि की प्राप्ति होती है। जाते समय पीठ पीछे या सामने गधा बोलता हो तो बाहर न जाएं।
- मैना सम्मुख बोले तो कलह, जमीन की तरफ बोले तो लाभ तथा सुख, दाईं तरफ बोले तो अशुभ तथा पीठ पीछे बोले तो मित्र समागम हो।
- बत्तख पानी में बोलती नजर आए तो उत्तम तथा जमीन पर बाईं तरफ बोलती हो तो अशुभ फल मिले।
- मोर एक बार बोले तो लाभ, दो बार बोले तो स्त्री लाभ, तीन बार बोले तो द्रव्यों से लाभ, चार बार बोले तो संपूर्ण लाभ तथा पांच बार बोले तो कल्याण हो। अगर नाचता दिखाई दे तो उत्साह, हर्षोल्लास मिले ।
- बगुला दायां पैर उठाए तथा बाएं पैर की सहायता से खड़ा दिखाई दे तो लक्ष्मी लाभ भरपूर मिले।
- प्रसन्न मुद्रा में बगुला बोलता नजर आए और ऊंचा उड़ता हो तो कन्या और द्रव्य पदार्थों का लाभ और संतोष मिले। भयभीत होकर उड़ता दिखाई दे तो यात्रा में भय उत्पन्न हो।
- यात्रा के समय ज्यादा चिड़ियों का झुंड एक जगह बैठा दिखाई दे तो बड़ा लाभ एवं संतोष मिले। किंतु चिड़ियों का झुंड भयभीत होकर उड़ता दिखाई दे तो भय उत्पन्न हो।
- घुग्घू दाईं तरफ बोलता हो तो उत्तम फल मिले, किंतु बाईं तरफ बोलता हो तो भय उत्पन्न हो। अगर पीठ पीछे या पिछवाड़े बोलता हो तो शत्रुनाश, सामने बोलता हो तो भय और अधिक बोलता हो तो ज्यादा शत्रु उत्पन्न होते हैं। धरती पर बोलता दिखाई दे तो स्त्री की मृत्यु होती है और अगर तीन दिन तक किसी के घर के ऊपर बोलता दिखाई दे तो घर के किसी सदस्य की मृत्यु होती है।
- कबूतर बाईं तरफ मिले तो लाभकारी किंतु दाईं तरफ मिले तो भाई अथवा परिजनों को कष्ट उत्पन्न हो। पीठ पीछे बैठा दिखाई दे तो उत्तम फल की प्राप्ति होती है।
- नीलकंठ पक्षी सामने अथवा बाईं तरफ क्षीर वृक्ष पर बैठा बोलता हो तो सुख लाभ तथा तेजी से बोलता हुआ सामने आए तो अत्यंत लाभ और कार्य सिद्धि हो। जाते समय दाईं तरफ स्थिरचित्त बोलता हो तो उत्तम फल की प्राप्ति होती है। चुप बैठा दिखे तो उत्तम फल नहीं मिलता।
- नीलकंठ एवं नीलिया पक्षी मिल जाएं तो अति शुभकारी होता है और चलते समय इनके दर्शन से संपत्ति की प्राप्ति होती है।
- कोई शुभ कार्य करते समय मोर दाईं तरफ पुल पर बैठा दिखाई दे तो कल्याणकारी तथा सामने पुल पर बैठा हो तो शुभकारी हो। लड़ाई करता मोर शरीर पर आकर गिरे तो अशुभ माना जाता है। वापस घर आते समय वस्त्र सहित स्नान करके काला पदार्थ दान करें तो दोषों का नाश होता है। होता है।
- ऊंट दाईं तरफ बोलता दिखाई दे तो शांति हो तथा बाईं तरफ बोलता हो तो क्लेशकारी माना जाता है। ऊंटनी सामने आती मिल जाए तो यात्रा शुभ मानी जाती है।
- हाथी दाएं पैर से धरती खोदता दिखाई दे तो कार्य सफल हो। किंतु बाएं पैर से धरती खोदता मिले या अकेला खड़ा मिले तो उस तरफ यात्रा नहीं करनी चाहिए। ऐसे में यात्रा करने पर प्राण घातक हमला होने का संदेह बना रहता है।
- गाय दाईं तरफ शब्द करती अथवा बछड़े को दूध पिलाती मिले तो लाभ मिले किंतु रात को जाते समय पीछे बोलती सुनाई दे तो यात्रा में क्लेश तथा बाधाएं उत्पन्न होती हैं।
- कुत्ता बाईं ओर बगल चाटता अथवा मुंह में भक्ष्य पदार्थ लेकर खड़ा हो अथवा सामने आता मिले तो सुख मिले एवं बहुत लाभ हो। यात्रा पर जाते समय घर के द्वार पर या धान के ढेर पर कुत्ता पेशाब करता दिखाई दे तो बड़ा लाभ मिले। जाते समय श्मशान में अथवा पत्थर पर पेशाब करता दिखे तो बड़ा कष्ट उत्पन्न हो, इसलिए यात्रा रद्द कर देनी चाहिए। यात्रा पर जाते समय यदि श्वान स्वामी से लाड़ करता हो तो यात्रा अशुभ हो सकती है।
- मुर्गा दाईं तरफ बोलता नजर आए तो सुख मिले और जगह बदलकर बोलता हो तो भय या क्लेश उत्पन्न होता है।
- हाथी बाएं दांत के ऊपर सूंड़ को उछालता सामने दिखे तो सुख मिले। दाईं तरफ जीभ अथवा किसी दूसरी तरफ सूंड़ करके दिखाए तो सामान्य फल मिले।
- घोड़ा अगले बाएं पैर से जमीन खोदता अथवा दांत से बायां भाग खुजलाता हो तो कार्य की सिद्धि हो एवं दायां पैर पसारता दिखे तो क्लेश उत्पन्न होता है। कहीं जाते समय सामने घोड़ा मिल जाए तो शुभकारी होता है।