अक्सर देखने में आता है कि कुछ बच्चों को पढ़ाई के दौरान कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। ऐसी परिस्थितियों में ज्योतिष शास्त्र आपको किस तरह मदद कर सकता है ताकि आपका बच्चा पढ़ाई में प्रथम आये।
-आजकल अपने बच्चे को प्रतिष्ठित या मनचाहे स्कूल में दाखिला करवाना भी टेढ़ी खीर हो गया है। अगर आपको भी अपने नन्हें को स्कूल में दाखिल करवाने संबंधी समस्या उत्पन्न हो रही है तो ऐसी स्थिति में क्या करें? बुधवार को गणपति मंदिर जायें और भगवान गणेश जी को दूब की माला या दूब अपने नन्हे से चढ़वायें और जितनी आयु आपके नन्हे की है उतने लड्डू गणपति जी को अर्पित करते हुए मनचाहे स्कूल में दाखिला मिलने की कामना करें।
- अगर आपके बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लग पा रहा है तो क्या करें? एक आॅनेक्स और पीला टोपाज चांदी में जुड़वाकर लाॅकेट बनवायें व लाल रंग के धागे में डालकर अपने बच्चे के गले में धारण करवायें। यह लाॅकेट हृदय तक आना चाहिए। अवश्य ही बच्चे का मन पढ़ाई में लगने लगेगा।
- अगर पढ़ाई करते समय नींद आने लगे या बार-बार किन्हीं और बातों की तरफ जाये तो क्या करें?
-जिस कमरे में बच्चा पढ़ता हो वहां पर कभी भी ज्यादा चित्र न लगायें खासतौर पर कार्टून व जंगली चित्र बिल्कुल न लगायें। बच्चे के कमरे का रंग हल्का नीला रखें और पढ़ाई शुरु करने से पहले 9 बार ‘ऐं’ शब्द का उच्चारण करें।
ऐसा करने से बच्चे का न तो ध्यान भटकेगा और न ही मन में किसी भी तरह की अस्थिरता रहेगी बल्कि स्मरण भी जल्दी होगा।
-अगर पढ़ाई में आपके बच्चे का हाल ज्यादा ही तंग हो तो क्या करें? प्रतिदिन भगवान बजरंग बली के समक्ष तिल का दीपक जलाकर एक माला जप हनुमान चालीसा की, एक चैपाई 11 बार बल बुद्धि विद्या देहू मोही, हरहु क्लेश विकार’’ का करें। यह प्रक्रिया शुक्ल पक्ष के किसी भी मंगलवार से शुरू करें व निरंतर करते रहें। आपके बच्चे को अवश्य लाभ मिलेगा।
-अगर आपका बच्चा पढ़ाई तो बहुत करता है किंतु अंक कम आते हैं तो क्या करें? अपने बच्चे से रोज तुलसी के पौधे की सेवा करवायें यानि तुलसी के पौधे को जल दें व तुलसी माता को नमस्कार करते हुए एक दो पत्ते बिना चबाये रोज खायें। रविवार को यह प्रक्रिया न करें।