‘‘गौरी-शंकर रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को सुखी दांपत्य जीवन और खुशहाल परिवार की प्राप्ति होती है और भाग्य में वृद्धि होती है और वैवाहिक जीवन में कोई समस्या नहीं आती है।’’ विवाह न होने या परिवारिक शांति न होने पर व्यक्ति को मानसिक व शारीरिक रूप से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वह पूर्ण रूप से अपने कार्यों में ध्यान नहीं दे पाता, कई बार तो अनेक रोगों का शिकार भी हो जाता है जिसमें मानसिक तनाव व रक्तचाप प्रमुख है। ऐसी स्थिति में यदि वह भोले नाथ की स्तुति करता है और गौरी-शंकर रुद्राक्ष धारण करता है तो शीघ्र विवाह होता है
और अन्य कई समस्याओं व रोगों का अंत भी होता है। पारिवारिक शांति व वैवाहिक जीवन में आ रही समस्याओं के समाधान के लिये गौरी-शंकर रुद्राक्ष धारण करने से मां पार्वती व भगवान शंकर का आशीर्वाद प्राप्त होता है। जिस व्यक्ति के विवाह में बाधा आ रही हो या वैवाहिक जीवन की समस्याओं का अंत न हो रहा हो तो गौरी शंकर रुद्राक्ष पहनने से सभी समस्याओं का समाधान हो जाता है, जीवन आनंदमय हो जाता है और उस पर भगवान शिव व माता पार्वती की कृपा बनी रहती है। गौरी-शंकर रुद्राक्ष भोले नाथ व मां पार्वती का युगल रूप है।
गौरी-शंकर रुद्राक्ष धारण करने से न केवल लड़के-लड़की को योग्य जीवन-साथी की प्राप्ति होती है अपितु मंगली दोष व अन्य दोषों से भी मुक्ति मिलती है।