घर की सुख समृद्धि के लिए सरल उपाय आचार्य रमेश शास्त्री नवरत्न माला : यह माला नौ रत्नों से निर्मित की जाती है। इसे कोई भी व्यक्ति, स्त्री, पुरूष सभी धारण कर सकते हैं। इस माला को धारण करने से आयु-आरोग्यता, धन, पद प्रतिष्ठा आदि में वृद्धि होती है। विशेष रूप से जिन व्यक्तियों की कुंडली में अधिकांश ग्रह कमजोर स्थिति में स्थित हों उन्हें इस माला को धारण करने से लाभ प्राप्त होता है। माला को गंगाजल अथवा पंचामृत से शुद्ध करके धूप-दीप आदि से पूजा करके रविवार के दिन सुबह में धारण करना चाहिए।
शालीग्राम : शालीग्राम भगवान विष्णु का प्रतीक स्वरूप है। यह गंडकी नदी में प्राप्त होते हैं। शालीग्राम के विषय में शास्त्रों में वर्णन है कि इनकी प्राण प्रतिष्ठा नहीं होती है। ये स्वयं सिद्ध हैं। इनकी शुभ मुहूर्त में पूजा-स्थापना करनी चाहिए। प्रत्येक दिन शालीग्राम को शुद्ध जल से स्नान कराकर चंदन, धूप, दीप तथा तुलसी पत्र से पूजन करना चाहिए। इससे भगवान विष्णु अत्यंत प्रसन्न होते हैं। भगवान की कृपा से कुटुंब परिवार में सुख, ऐश्वर्य की अभिवृद्धि होती है। घर में दो शालीग्रामों की पूजा न करें, अर्थात् घर में एक ही शालीग्राम की पूजा करना शुभ होता है।
स्फटिक शिवलिंग : स्फटिक शिवलिंग की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। श्रद्धालु शिव भक्त इस शिवलिंग की अपने घर में पूजा, प्रतिष्ठा करके नित्य गंगाजल अथवा पंचामृत से अभिषेक करके चंदन, पुष्प, विल्वपत्र आदि से पूजन करने से भगवान शिव की विशेष अनुकंपा प्राप्त होती है। इनकी अनुकंपा से आयु, आरोग्यता, धन, संपत्ति, यश, मान, प्रतिष्ठा की प्राप्ति