छोटे-छोटे उपाय हर घर में लोग जानते हैं, पर उनकी विधिवत् जानकारी के अभाव में वे उनके लाभ से वंचित रह जाते हैं। इस लोकप्रिय स्तंभ में उपयोगी टोटकों की विधिवत् जानकारी दी जा रही है।
प्रेतबाधा से मुक्ति हेतु उपाय
Û यह प्रायः देखा गया है कि भूत-प्रेत की बाधा कोई घातक नहीं होती है। किंतु लोग इसके नाम से अधिक भयभीत हो जाते हैं। अतः मानसिक चिंतन एवं उनकी सोच इतनी कमजोर हो जाती है कि उनकी बुद्धि यह समझने में असमर्थ रहती है कि वे दूसरी बाधा से पीड़ित हैं। जितने भी साधक, योगी, महात्मा हुए हैं वे सब देहधारी थे जिन्होंने इन चीजों पर आधिपत्य जमा लिया था तथा साधकों के भय से ये रूहें थर-थर कांपती हैं कि जिन्होंने अपने आत्म ज्ञान से, अथवा ब्रह्म ज्ञान से स्वयं को जागृत किया हुआ है, वे अमर हैं।
1. उपाय जिस दिन हस्त नक्षत्र हो और दग्ध आदि तिथि, वार या भद्रा न हो उस रोज चम्पा की जड़ को लाकर तथा उसके साथ तुलसी, काली मिर्च रखकर ताबीज में भरकर ताबीज को लाल कपड़े में बांधकर तथा ऊँ श्री हनुमते नमः का 21 बार मंत्र जाप करके गले में बांध दें या लाल धागा में गले में लटका दें। इस समस्या से तुरंत छुटकारा मिल जाएगी।
2. उपाय लहसुन के अर्क में हींग पीसकर एवं कपूर की टिक्की को पीसकर रस में मिलाकर दोनों आंखों में एक साथ काजल लगा दें। काजल लगाते समय ऊँ श्री हनुमते नमः मंत्र 11 बार बोल कर कहें कि अपनी आंख खोलकर देखो तुम ठीक हो। उसके शरीर से ऊपरी बाधा हट जायेगी। अभिचार उपाय त्रिफला चूर्ण को सभी जानते हैं जिसको हरड़, बहेड़ा व आंवला से बनाया जाता है।
बहेड़ के वृक्ष के पत्ते पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में लाकर उसे अपने मकान में संभाल कर रख लें। इससे आपके शत्रु द्वारा टोना-टोटका, तंत्र, मंत्र अभिचार आदि का प्रभाव उस मकान में परिवार के सदस्यों पर नहीं चलेगा। सभी क्रियाएं नष्ट हो जाती हैं। घर में सुख-समृद्धि के लिए जिसके घर में अचानक रूपये पैसे जेवर आदि गायब हो जाते हैं। घर में आमदनी पर अंकुश लग जाता है। घर से बीमारी नहीं निकलती है। औषधियां बीमारी पर अपना प्रभाव नहीं रखती हैं। घर में अचानक आग लग जाती है। कपड़ों में आग लग जाती है।
शादी विवाह रूक जाते हैं। जो व्यवसाय एवं सर्विस करते हैं उनको कोई लाभ नहीं मिल रहा है। जिनके गृह दोष पितर दोष, शत्रु दोष तंत्र मंत्र टोना टोटका दोष से पीड़ित हैं वे यह उपाय करें। पितरों का गंगा स्नान, ब्राह्मण भोज, ब्राह्मणों की पूजा, श्रीमद्भागवत कथा का पाठ, सत्यनारायण भगवान की पूजा/रामायण में सुंदर कांड का पाठ बजरंग बाण का पाठ, किसी योग्य विद्वान भक्त से कराने से ये सभी दोष समाप्त हो जाते हैं। और घर में सुख-समृद्धि आने लगती है।