लियो पाम में अंक विज्ञान विनय गर्ग अक विज्ञान में तीन प्रकार के अंकों मूलांक, भाग्यांक, व नामांक के आधार पर व्यक्ति का स्वभाव, भविष्य व शुभाशुभ की जानकारी आदि प्राप्त की जा सकती है। यदि किसी का अंक 9 से अधिक अर्थात दहाई तक आता है तो इकाई और दहाई के अंकों के स्वतंत्र स्वभाव का समावेश भी उस व्यक्ति के मूलांक, भाग्यांक व नामांक आदि के साथ समाहित हो जाता है। अंकों के आधार पर आप अपना नाम अपने अंक के अनुकूल बनाते हैं तो निश्चित तौर पर आप कम परिश्रम में अधिक सफलता प्राप्त कर पाते हैं।
Buy Detail Numerology Report
अंक के आधार पर आप अपने अभीष्ट मित्र बना सकते हैं, जो आपकी सहायता करते हैं तथा आपको अच्छी तरह से समझ सकते हैं, इतना ही नहीं आजकल तो विवाह व प्रेम में सफलता/असफलता या व्यापार के लिये पार्टनर का चुनाव भी लोग अंक मिलान करके करते हैं। अंक विज्ञान के आधार पर यह भी जान सकते हैं कि आज का दिन कैसा रहेगा- कोई महत्वपूर्ण कार्य किया जाना चाहिए या नहीं। चाहे तिथि, दिनांक पर या वार के आधार पर निर्णय किया जाए, ये सभी अंक विज्ञान के की कसौटी पर खरे उतरते देखे गये हैं।
इसके अलावा आपके लिये वर्ष का कौन सा माह शुभ रहेगा और कौन सा अशुभ रहेगा या आपकी आयु का कौन सा वर्ष आपके अनुकूल रहेगा या प्रतिकूल रहेगा, यह सब आप अल्प प्रयास से ज्ञात कर सकते हैं। अमुक व्यक्ति के लिए कौन से देवता विनय गर्ग अनुकूल हैं? शत्रु अंक, मित्र अंक या सम अंक कौन से रहेंगे, यह सब जानकारियां प्राप्त की जा सकती है। इसके अतिरिक्त किस अंक के व्यक्ति का स्वभाव कैसा रहेगा, यह भी जान सकते हैं। कभी-कभी व्यक्ति के नाम एक से अधिक हो जाते हैं तो मन में संशय की स्थिति पैदा हो जाती है कि उसको कौन सा नाम अंक विज्ञान की गणना में प्रयोग किया जाना चाहिए, इसके लिये ऐसा माना गया है कि व्यक्ति सोई हुई स्थिति में जिस नाम से जाग जाए वही उसका प्रभावशाली नाम होता है। नामांक का प्रभाव व्यक्ति के जीवन में इस प्रकार से पड़ता है कि जब हम कोई विशेष नाम पुकारते हैं
तो उस समय एक विशेष प्रकार का स्वर वातावरण में गुंजायमान होता है। कभी-कभी कोई स्वर किसी को अच्छा लगता है, लेकिन कभी-कभी वही स्वर दूसरे व्यक्ति को अच्छा नहीं लगता। यही प्रभाव है नाम का, व्यक्ति विशेष पर। वैसे भी सुनने में आता है और आपने भी सुना होगा कि अरे भाई ! आपका नाम तो बहुत सुंदर है। जबकि दूसरे व्यक्ति को वही नाम अच्छा नहीं लगता। अर्थात् अलग-अलग अंक के व्यक्तियों को अलग-अलग स्वर अच्छे लगते हैं और प्रत्येक स्वर अलग-अलग अंकों से मिलकर बना होता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति के लिये अलग-अलग नामों का निर्धारण किया जाता है। लियो पाम में अंक विज्ञान के इस विशाल संसार को बड़े ही अच्छे ढंग से और प्रयोगकर्त्ता की सुविधा की दृष्टि को ध्यान में रखते हुये सुसज्जित करके समाहित किया गया है।
लियो पाम में अंक विज्ञान का खंड देखने के लिये आपको लियो पाम की स्क्रीन के निचले भाग में बायीं तरफ ज्योतिष के स्थान पर अंक विज्ञान का चुनाव करना होता है। इसके पश्चात् व्यक्ति का नाम ऊपर के कॉलम में लिखना होता है। साथ ही व्यक्ति की जन्म तिथि, निश्चित स्थान पर भर देनी चाहिए। इस अंक विज्ञान का एक लाभ और भी है, वह यह कि अगर किसी का जन्म समय या जन्म स्थान ज्ञात न हो तब भी हम उस व्यक्ति का भविष्य कथन और उसके स्वभाव आदि के बारे में जान सकते हैं। मूलांक : स्क्रीन के निचले भाग पर बनी जन्मपत्री के निशान पर क्लिक करें। क्लिक करने पर जातक का नाम, जन्म तिथि, मूलांक, भाग्यांक, नामांक, मूलांक, भाग्यांक एवं नामांक स्वामी ग्रह की जानकारी प्राप्त होती है। इसी स्क्रीन पर आपको अमुक व्यक्ति के शत्रु, मित्र और सम अंक की जानकारी भी प्राप्त हो पाती है।
अब आगे अन्य जानकारी प्राप्त करने के लिये मूलांक पर क्लिक करने से अन्य शीर्षक प्रदर्शित होते हैं- जैसे-मूलांक, शुभाशुभ, शुभ यंत्र, नामांक एवं फलित। अब आपको जिस शीर्षक से संबंधित जानकारी चाहिए उस पर क्लिक करके देख सकते हैं। शुभाशुभ : इसके अंतर्गत आपको जातक के मुखय शुभ वर्ष की जानकारी मिलेगी। जैसे आप जान सकेंगे कि 2010 का वर्ष जातक के लिये मुखय वर्ष के रूप में होगा या नहीं। इसके अतिरिक्त शुभ-आयु, अर्थात आज जातक की जो आयु है व शुभ आयु का वर्ष है या नहीं तथा आयु के कौन-कौन से वर्ष शुभ रहेंगे आदि जानकारी प्राप्त होती है।
इसी प्रकार जातक के शुभ वार, मास, तारीख, रत्न, उपरत्न, अनुकूल देवता, शुभ धातु, शुभ रंग एवं मंत्रोच्चारण करने के लिये अंक पर आधारित कौन सा मंत्र अधिक उपयोगी एवं फलदायी रहेगा आदि जानकारी भी दी गयी है। शुभ यंत्र : जातक के नामांक, मूलांक व भाग्यांक के आधार पर कौन से यंत्र की स्थापना पूजा एवं धारण किया जाना चाहिए। वह इस शीर्षक के अंतर्गत चित्र व नाम सहित बताया गया है। नामांक : जातक के नाम के वर्णमाला के आधार पर उसके नाम के अंकों का योग क्या बनता है यह बताया गया है। उदाहरण के लिए टपदंल ळंतह के अंकों का योग 6+1+5+1+1 : 3+1+2+3 = 23 एवं नमांक 5 बनता है। साथ ही इसमें यह सुझाव भी दिया गया है कि जातक की जन्मतिथि के आधार पर जातक का अतिशुभ नामांक क्या बनेगा तथा अति अशुभ नामांक भी बताया है।
साथ ही शुभ नामांक एवं अशुभ नामांकों की जानकारी भी दी गयी है। फलित : इसके अंतर्गत जातक के नामांक व भाग्यांक के आधार पर उसके शुभ और अशुभ का ज्ञान, भविष्यफल कथन और सफलता असफलता आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी है। अनुकूल ग्रह, देवता, यंत्र, मंत्र, अनुकूल रंग आदि के बारे में विस्तारपूर्वक फलकथन किया गया है। साथ ही विपरीत परिस्थितियों में किये जाने वाले प्रभावकारी व सरल उपायों की भी चर्चा की गयी है। निष्कर्षतः हम कह सकते हैं
कि अंक विज्ञान के विशाल क्षेत्र को जातक की जानकारी के साथ हर वक्त साथ रखने की सुविधा लियो पाम के अंक विज्ञान खंड में बखूबी दी गयी है। लियो पाम में अंक विज्ञान की और अधिक विस्तृत जानकारी के लिये आप फ्यूचर पॉइंट के कार्यालय में फोन, ई-मेल या पत्र व्यवहार द्वारा संपर्क बनाकर प्राप्त कर सकते हैं।