26 जनवरी 2017 को शनि धनु राशि में गोचर करेंगे, 6 अप्रैल को वक्री होकर 21 जून को वृश्चिक राशि में जाएंगे तथा 25 अगस्त को मार्गी होकर 26 अक्तूबर को पुनः धनु राशि में लौटेंगे। गुरु 12 सितंबर तक कन्या राशि में रहेंगे तत्पश्चात तुला राशि में गोचर करेंगे। 6 फरवरी को गुरु वक्री होंगे और 9 जून को मार्गी हो जाएंगे। राहु 9 सितंबर को कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। नववर्ष प्रवेश लग्न में गुरु की स्थिति व लग्नेश तथा चतुर्थेश के स्थान परिवर्तन योग व 26 जनवरी को शनि का मंगल की राशि से गुरु की राशि में प्रवेश करने के कारण इस वर्ष विश्व में शांति का वातावरण स्थापित होगा। युद्ध व आतंकवाद की स्थिति में अब अपेक्षाकृत सुधार होगा। गतवर्ष वृश्चिक राशि में मंगल व शनि की युति के कारण आतंकवाद में बहुत तेजी से वृद्धि हुई थी परंतु वर्ष 2017 में मंगल व श्ािन की युति नहीं होने के कारण आतंकवादी गतिविधियां घट जाएंगी तथा साथ ही इन ताकतों के कमजोर हो जाने से इस्लामिक राष्ट्र, विशेष रूप से पाकिस्तान, की तो स्थिति में विशेष परिवर्तन आने वाला है।
अंतर्राष्ट्रीय दबाव के चलते पाकिस्तान की कूटनीतिक गतिविधियों पर अंकुश लग जाएगा। इस वर्ष तीन दिसम्बर को सभी ग्रह वृश्चिक राशि के आसपास एकत्रित हो रहे हैं एवं चन्द्रमा उनके सम्मुख रहेंगे। इसके कारण उत्तरी क्षेत्र में विशेष भूकम्प की सम्भावना रहेगी व नवंबर, दिसम्बर में प्राकृतिक आपदाओं का प्रकोप रहेगा। डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका के रूतबे में वृद्धि होगी परंतु वर्ष 2017 ट्रंप के लिए उतार-चढ़ाव व परेशानियों व चुनौतियों वाला भी रहेगा क्योंकि शनि का गोचर उनके जन्मकालीन चंद्रमा के आस-पास रहेगा परंतु ट्रंप निर्भीक होकर कार्य करते रहेंगे और अमेरिका का प्रशासन सुचारू रूप से चलाएंगे। ट्रंप 2018 में पुनः जनसहयोग व प्रतिष्ठा प्राप्त कर सकेंगे। भारत का विश्व की राजनीति में मान-सम्मान बढ़ेगा। वर्ष के उत्तरार्द्ध में आर्थिक नीतियों में सुधार होगा। आम जनता में उत्साह बना रहेगा। अक्तूबर 2017 के बाद गुरु के तुला राशि में आने के बाद राष्ट्र की उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी।
विमुद्रीकरण के चलते जमाखोरों के लिए मुश्किलें बनी रहेंगी क्योंकि भारत की कुंडली में धन भाव में स्थित मंगल के सामने गोचरीय शनि का प्रभाव आर्थिक क्षेत्र में भी श्रेष्ठ स्थिति उत्पन्न नहीं होने देगा। नरेंद्र मोदी: वर्ष 2015 व 2016 में मोदी जी पर लगातार दबाव बना हुआ था और उन्हें विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ा तथा मान हानि भी हुई। परंतु 2017 मोदी जी की कुंडली व भारतीय जनता पार्टी के लिए बेहतर परिणाम लेकर आएगा। मोदी जी का शत्रु पक्ष कमजोर पड़ेगा और उनकी ख्याति में वृद्धि होगी। यू. पी. के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को अधिकाधिक जनसमर्थन मिलने की संभावना बन रही है। ऐसी संभावना है कि यू. पी. का चुनाव बी. जे. पी. के हित में जाए। राजनैतिक दल: राजनैतिक दलों में बी. जे. पी. के लिए वर्ष 2017 अन्य दलों की बजाय विशेष शुभ रहेगा तथा आगामी 3 वर्ष का समय स्वर्णिम रहेगा।
कांग्रेस के लिए वर्ष 2017 शनि के लग्न में आ जाने के कारण शीर्षस्थ नेतृत्व में परिवर्तन की संभावना के योग हैं परंतु अभी विशेष सुधार नहीं हो सकेगा। बहुजन समाज पार्टी की उतरती साढ़ेसाती के कारण पार्टी में सुधार होगा और आगामी चुनाव में स्थिति सुदृढ़ होगी। आम आदमी पार्टी की भी स्थिति में सुधार होने के योग हैं क्योंकि इसमें भी शनि की साढ़ेसाती अंतिम स्थिति में होने के कारण शुभ फल दर्शाएगी। समाजवादी पार्टी के लिए 2017 कठिनाईपूर्ण रहेगा तथा पार्टी में बिखराव के योग बनेंगे। अखिलेश यादव: अखिलेश की ग्रह स्थिति पुनः सत्ता प्राप्ति के योगों में व्यवधान दिखा रही है। मायावती: मायावती की ग्रह स्थिति व गोचर के अनुसार वे भी आगामी चार वर्षों तक सत्ता से दूर ही रहेंगी। सुषमा स्वराज: जन्म लग्न से द्वादश भाव पर शनि के गोचरीय प्रभाव से इनके स्वास्थ्य में गिरावट आयी थी परंतु 26 जनवरी 2017 के बाद इनके स्वास्थ्य में धनु राशि में शनि का गोचर जन्म लग्न पर शुभ प्रभाव डालेगा और इन्हें शीघ्र स्वास्थ्य लाभ होगा। सोनिया गांधी: सोनिया गांधी की कुंडली में शनि जन्मकालीन मंगल पर गोचर करेगा जिसके चलते स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं।
राजनैतिक सुदृढ़ीकरण की संभावना कम है। राहुल गांधी: वर्ष 2017 में सूर्य व मंगल के ठीक सामने शनि का गोचर होने से इनकी अपनी ही पार्टी में उपेक्षा होने की संभावना है। प्रियंका गांधी: वर्ष 2017 इनकी राजनैतिक उन्नति के लिए बेहतर है। परंतु कुछ विशेष कर पाने की स्थिति कम दिखती है। परिवार की चिंता बने रहने के योग हैं। केजरीवाल: केजरीवाल की अष्टम ढैया प्रारंभ होने के कारण इन्हें विशेष विरोध का सामना करना पड़ेगा व इनके निर्णय व कार्य उल्टे पड़ सकते हैं। वर्षा: इस वर्ष वर्ष भर समय-समय पर अच्छी वर्षा होती रहेगी। फरवरी माह के प्रथम व द्वितीय सप्ताह में वर्षा हो सकती है तथा मार्च के उत्तरार्द्ध में ओलावृष्टि हो सकती है। अप्रैल के उत्तरार्द्ध एवं मई में भी वर्षा के योग हैं। मानसून समय पर आएगा व जुलाई अगस्त में पर्याप्त वर्षा हो जाएगी। इस वर्ष सितंबर व अक्तूबर के महीनों में भी बूंदा-बांदी होने के आसार हैं।
डाॅलर: जनवरी माह में रुपया डाॅलर के मुकाबले काफी मजबूत होने लगेगा परंतु फरवरी में पुनः कमजोर होने की संभावना है। मार्च में थोड़ी स्थिरता आएगी और उसके बाद वर्ष भर थोड़े बहुत उतार-चढ़ाव के बाद लगभग उसी मूल्य पर स्थिर बना रहेगा। इस वर्ष बहुत अधिक उतार-चढ़ाव होने की संभावना नहीं है परंतु जून में मूल्य थोड़ा गिर सकता है। जुलाई में पुनः बढ़ेगा, सितंबर में कम होगा और अक्तूबर में पुनः बढ़ेगा। सोना: जनवरी में सोना के भाव गिरंेगे। फरवरी में स्थिरता आएगी, मार्च अप्रैल में पुनः वृद्धि के संकेत हैं। मई में पुनः गिरावट जबकि जून में स्थिरता के साथ जुलाई में भाव वृद्धि की संभावनाएं बनेंगी। अक्तूबर में गिरावट के बाद नवंबर में थोड़ी सी तेजी व दिसंबर में थोड़ी गिरावट आएगी। कुल मिलाकर सोना वर्ष भर स्थिर ही रहेगा।
सेन्सेक्स: ़सेन्सेक्स जनवरी के अंतिम सप्ताह में गिरेगा जो फरवरी के मध्य तक नीचे ही रहेगा। मार्च व अप्रैल में पुनः ऊपर चढ़ेगा। जून में सेन्सेक्स नीचे गिरेगा। जुलाई के मध्य से अगस्त मध्य तक पुनः ऊपर होगा व तत्पश्चात् स्थिर रहेगा जबकि सितंबर अंत में थोड़ा नीचे जाकर अक्तूबर में पुनः ऊपर आएगा। दीपावली पर सेन्सेक्स ऊंचा ही रहेगा। दिसंबर माह में हल्की सी कमी के संकेत हैं। अमेरिका 7.7.1776, 00 घंटे, वाशिंगटन डीसी भारत 15.8.1947, 00 घंटे, दिल्ली बीजेपी 6.4.1980,11:40, दिल्ली कांग्रेस आई 22.11.69, 9:57, बंगलोर बीएसपी 1.1.1984, दिल्ली एसपी 4.10.192, दिल्ली आप 26.12.2012, गाजियाबाद ट्रंप 14.6.1946, 10:54 घंटे, जमैका मोदी 17.9.1950, 11:46, मेहसाना राहुल गांधी 19.6.1970, 5:50 घंटे,, दिल्ली सोनिया गांधी 9.12.1946, 21:30 घंटे, इटली प्रियंका गांधी 12.1.1972, 16:42, दिल्ली केजरीवाल 16.8.1968, 23:46, हिसार अखिलेश 1.7.1973, 08:00 बजे, सैफई मायावती 15.1.1956, 19:50, दौलतपुर सुषमा स्वराज 14.2.1952, 4:15 बजे, अंबाला