कहा जाता है कि जो चलते रास्ते में रुक जाता है, वह रास्ते का पत्थर बन जाता है, दुनिया उसको टक्कर मारकर आगे बढ़ जाती है और वह वहीं रास्ते का पत्थर बनकर दुनिया की ठोकर मात्र खाने के लिये रह जाता है। अगर मंजिल पाना है तो हर स्थिति में हर समय प्रगति के पथ पर आगे बढ़ते ही रहना होता है। यह बात किसी भी क्षेत्र में सही चरितार्थ होती है चाहे वह विज्ञान का क्षेत्र हो, कला का हो, फिल्म का हो या राजनीति का या फिर ज्योतिष का ही क्षेत्र क्यों न हो। इसी बात को ज्योतिष के क्षेत्र में सबसे आगे रहने वाली संस्था फ्यूचर पाॅइंट ने समझा।
तभी तो कभी डाॅस या फ्लाॅपी पर चलने वाला सर्वाधिक प्रसिद्ध ज्योतिषीय साॅफ्टवेयर प्रगति पर आगे बढ़ते हुये डाॅस से विंडोज सिस्टम पर आया और डेस्कटाॅप पर चलने वाला साॅफ्टवेयर टैब पर आया और आगे बढ़ते हुये स्विच वाले मोबाइल पर आया और आज सबसे नवीनतम तकनीक टच स्क्रीन वाले मोबाइल पर एन्ड्राॅयड आॅपरेटिंग सिस्टम पर काम कर रहा है। यह तो बात हुई नवीनतम तकनीक की। ऐसा नहीं कि पहले वाला ज्योतिषीय साॅफ्टवेयर आज भी उसी स्तर पर कार्य करता है।
इसमें और अधिक सूक्ष्म गणनाओं के साथ-साथ गणना का विस्तार, संशोधन व शोध भी समय-समय पर होते रहे हैं और उनका समावेश इस साॅफ्टवेयर में होता रहा है। जहां तक आम व्यक्ति की बात है पहले इसको डाॅस पर डाटा टाइप करके फ्लाॅपी लगाकर चलाया करते थे, फिर हार्डडिस्क की सहायता से चलाते थे। उसके पश्चात इस साॅफ्टवेयर को जब विंडोज में विकसित किया गया तो लियो-1 तथा लियो-99 के नाम से जाना जाने लगा।
फिर इसमें आवश्यक संशोधन व विस्तार करके नया साॅफ्टवेयर बनाया गया, जिसको ‘लियो गोल्ड’ के नाम से जाना जाने लगा। इसके पश्चात इसमें अनेकानेक विस्तार किये गये बल्कि शोध करने वाले ज्योतिषी छात्रों का ध्यान रखते हुये शोध करने का साॅफ्टवेयर जोड़ा गया, जिसको ‘लियो स्टार’ के नाम से जाना जाने लगा।
इसके पश्चात और अधिक विस्तार व सुविधा की दृष्टि से एक ही स्क्रीन पर सारी आवश्यक जानकारी प्रदर्शन की सुविधा के साथ-साथ कई प्रकार के ज्योतिष साॅफ्टवेयर जैसे- ज्योतिष, मेलापक, अंकशास्त्र, वर्षफल, लाल किताब, पंचांग, मुहूर्त आदि सभी साॅफ्टवेयर एक साथ चलाने की सुविधा के साथ यह साॅफ्टवेयर तैयार किया गया जिसको ‘लियो स्टार’ प्रोफेशनल संस्करण के नाम से जाना जाने लगा।
वर्तमान में ‘लियो स्टार’ का भी आगे विस्तार किया गया जिसको तीन नवीनतम संस्करणों में निकाला गया। सर्वप्रथम लियो होम यह वह संस्करण है, जिसमें व्यक्ति अपनी ज्योतिष से संबंधित न्यूनतम आवश्यकताओं को देख व प्रिंट कर सकता है। लेकिन जब अन्य सभी साॅफ्टवेयर की पूर्ण गणना व विस्तृत रूप से चलाना चाहता है तो उसको ‘लियो स्टार’ के ‘प्रोफेशनल संस्करण’ की आवश्यकता पड़ती है
जैसा कि आप इसके नाम से ही समझ सकते हैं। इस संस्करण का उद्देश्य है ज्योतिषी द्वारा जन्मपत्री छापकर व विस्तृत फलादेश व गणना देकर व्यापारिक दृष्टि से प्रयोग करना। लेकिन जब ज्योतिषी अपने अनुभव व शोध के आधार पर अपनी तरफ से भी कुछ विशेष फलादेश या उपाय जोड़ना चाहता है तो वह इसके द्वारा संभव नहीं है। ऐसे में एक और एडवांस साॅफ्टवेयर की आवश्यकता पड़ी जिसको लियो स्टार- ‘एक्सपर्ट संस्करण’ के नाम से जाना जाता है।
किसी भी एडवांस चीज की आवश्यकता तब तक महसूस नहीं होती जब तक कि उसके द्वारा प्राप्त होने वाली सारी सुविधाओं का पता न चले। यह ठीक उसी प्रकार है, जैसे काम तो तब भी चल जाता था जब संचार माध्यम में केवल डाक विभाग द्वारा पत्र लिखे और पढ़े जाते थे।
फोन करने के लिये काफी-काफी समय तक प्रतीक्षा करनी पड़ती थी और फोन एक जगह स्थिर रखे रहते थे। लेकिन आज के युग में जब लोगों ने ईमेल और मोबाइल फोन सुविधाओं का प्रयोग कभी शौक के तौर पर किया था, लेकिन आज इन चीजों के बिना जिंदगी असंभव सी लगने लगी है, ठीक इसी तरह जब आप लियो स्टार का एक्सपर्ट संस्करण प्रयोग करने लगेंगे तो इसके बिना काम कर पाना असंभव सा लगने लगेगा क्योंकि आज के वर्तमान युग में नये वातावरण में ई-मेल व मोबाइल की सुविधा के ज्ञान से कोई भी अनभिज्ञ नहीं है।
साथ ही कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं होगा जो इसके लाभ और उपयोगिता को नकार सके। कहने का तात्पर्य यह है कि काम तो तब भी चलता था जब इन्टरनेट द्वारा ई-मेल भेजने की सुविधा या मोबाइल फोन से कहीं भी, कहीं से भी फोन करने की सुविधा उपलब्ध नहीं थी।
लेकिन आज वर्तमान समय में अगर कोई व्यक्ति सिर्फ लैंडलाइन फोन या डाक द्वारा पत्र भेजने तक ही सीमित है तो उसे आज के समय में समझदार नहीं कहा जाएगा तथा पिछड़ा हुआ माना जाएगा। आइये जानें कि लियो स्टार एक्सपर्ट संस्करण में ऐसी कौन सी खूबियां हैं जिसके कारण यह आज के समय में सबसे आधुनिकतम साॅफ्टवेयर बन चुका है।
इस साॅफ्टवेयर की विशेषतायें बताने से पहले हमें यह जानना आवश्यक है कि ज्योतिष के क्षेत्र में किस तथ्य की कितनी आवश्यकता व उसकी उपयोगिता एवं महत्व है। ज्योतिष के क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण तीन तथ्य हैं-गणना, फलादेश और उपाय। सर्वप्रथम गणना विस्तृत होने के साथ-साथ उसका शुद्ध होना और सटीक होना आवश्यक है।
गणना जितने सूक्ष्म स्तर तक शुद्ध से शुद्ध होगी, वह उतना ही सटीक फलादेश करने में सामथ्र्यवान आधार होगा। दूसरे स्तर पर आता है फलादेश। फलादेश करने की तो बहुत सारी पद्धतियां प्रचलित हैं, एक पद्धति, दूसरी पद्धति के समान ही हो यह आवश्यक नहीं है।
इन पद्धतियों में मुख्य पद्धति जो प्रचलित है वह है पाराशरी पद्धति। इसकी अन्य प्रचलित पद्धतियां हैं- कृष्णमूर्ति पद्धति, लाल किताब, ताजिक पद्धति, प्रश्न पद्धति, जैमिनी पद्धति, अष्टकवर्ग पद्धति आदि-आदि। इन सभी पद्धतियों का तो समावेश लियो स्टार के प्रोफेशनल संस्करण में भी देखने को मिल जाता है। गणना और फलादेश के पश्चात तीसरे स्तर पर आता है ‘उपाय विचार’। गणना को यदि हम किसी वैज्ञानिक प्रयोग से तुलना करें तो यह विज्ञान में किसी प्रयोग के प्रेक्षण लेने के समान है।
फलादेश करना उस किये गये प्रयोग के आधार पर निष्कर्ष के समान है और ‘उपाय’, विज्ञान में उस लिये गये निष्कर्ष को ठीक करने या उसका निराकरण करने के समान है। इसको इस प्रकार भी समझा जा सकता है कि अगर कोई डाॅक्टर बीमारी तो खून आदि की जांच करके पता कर ले लेकिन उसकी कोई दवाई न बता सके, तो लोग उसे अधूरा डाॅक्टर ही समझेंगे।
इसी प्रकार कोई ज्योतिषी जन्मपत्री के आधार पर उसकी समस्या का कारण तो समझ ले लेकिन किस ग्रह का उपाय करना चाहिये या क्या उपाय किया जाना चाहिये, यह न जान पाये तो ज्योतिष का ज्ञान अधूरा ही कहा जायेगा जिसका जातक के लिये कोई लाभ नहीं। इसी तथ्य को समझते हुये फ्यूचर पाॅइंट ने अपने नये संस्करण लियो स्टार-एक्सपर्ट में इसका विस्तार और विकास किया है।
क्णना का विस्तार और सूक्ष्मता तथा सटीकता तो पहले से ही काफी हद तक प्राप्त हो चुकी है अब समय है फलादेश और उपाय का। तो देखें क्या विशेष है, इस लियो स्टार-एक्सपर्ट संस्करण में। लियो स्टार एक्सपर्ट यह संस्करण हिन्दी और अंग्रेजी दो भाषाओं में उपलब्ध है।
इस संस्करण में निम्नलिखित विशेष सुविधायें उपलब्ध हैं -
Û विस्तृत रत्न उपाय विचार
Û रुद्राक्ष उपाय विचार
Û विस्तृत फलादेश
Û मुहूर्त एवं पर्व मास्टर
Û आकर्षक बुक बाइंडिंग
Û फलादेश संशोधन की सुविधा
Û व्यक्तिगत फलादेश देने की सुविधा विस्तृत रत्न उपाय विचार
जन्मकुंडली बनाने के बाद तथा फलादेश करने के बाद उपाय करने के लिये सबसे पहले जो विचार आता है वह है रत्न उपाय विचार। यह तो सभी जानते हैं कि किसी भी ग्रह का उपाय करना हो तो रत्न धारण करना सबसे सरल और संभव उपाय है क्योंकि यदि किसी को मंत्र जाप करने के लिये कहा जाये तो सही उच्चारण करना या समय का अभाव या नियमित रूप से न कर पाने की समस्या आम रहती है।
यदि व्रत का उपाय बताया जाये तो यह हर व्यक्ति के लिये संभव नहीं हो पाता है। कई बार व्रत या मंत्र उच्चारण धर्म के खिलाफ भी हो जाता है तो ऐसी स्थिति में रत्न धारण करना सबसे आसान उपाय लगता है। रत्न का उपाय करने में सबसे पहले समस्या आती है कि रत्न किस ग्रह का धारण किया जाये।
इसमें लोगों के मतांतर रहते हैं, कुछ लोग कहते हैं जो ग्रह आपकी कुंडली में कमजोर है या प्रतिकूल है उन ग्रहों को अनुकूल बनाने के लिये रत्न धारण करना चाहिये, क्योंकि अनुकूल व बली ग्रह तो स्वयं लाभ दे देंगे। जबकि कुछ लोगों का इसके विपरीत विचार है कि रत्न उसी का धारण करें जो ग्रह आपके लिये अनुकूल हैं तथा कमजोर हैं और शुभ हंै।
यह तर्क अधिक तर्कसंगत, प्रभावपूर्ण व मान्य है कि रत्न सदैव उसका धारण करें जो कुंडली के आधार पर अनुकूल हैं। जब हम किसी ग्रह के उपाय के लिये रत्न निर्णय करते हैं तो हमें यह देखना आवश्यक हो जाता है कि रत्न वाला ग्रह किस भाव का स्वामी है, किस भाव में स्थित है, किसके साथ युत है या किस ग्रह से दृष्ट है, इसके अलावा ग्रह उच्च/ नीच, उदय/अस्त या वक्री/मार्गी है।
ग्रह के अंश क्या हैं, दशा क्या चल रही है, लग्न का शत्रु/मित्र/ सम है या दशा स्वामी के साथ संबंध शत्रु/मित्र/सम में से क्या है। इन सभी बातों को एक साथ ध्यान में रखते हुये समस्या के आधार पर रत्न निर्णय कर पाना काफी कठिन हो जाता है।
इस साॅफ्टवेयर में इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुये तथा उनके महत्व को समझते हुये तथा सभी तथ्यों का तुलनात्मक अध्ययन करते हुये कुछ विद्वान ज्योतिषियों के साथ मिलकर सामूहिक निर्णय के आधार पर अंक व प्रतिशत के माध्यम से यह बताने का प्रयास किया कि किस व्यक्ति को कौन सा रत्न लाभकारी होगा।
रत्न धारण के समय रत्न पहनने के कारण विभिन्न व्यक्तियों का उद्देश्य अलग-अलग हो सकता है, इस विचार को भी ध्यान रखते हुये जातक के लिये सर्वप्रथम जीवन रत्न, भाग्य रत्न व कारक रत्न बताये हैं, ये वे रत्न हैं जो जातक आजीवन धारण कर सकता है तथा समस्या न होने पर भी अपने भाग्य को और अधिक सुदृढ़ और सुंदर बनाने के लिये रत्न धारण कर सकते हैं।
इसके पश्चात कुछ लोग दशा के आधार पर रत्न धारण करना चाहते हैं। प्रत्येक व्यक्ति के लिये भिन्न-भिन्न दशाओं में एक समान रत्न धारण करने की अनुशंसा नहीं की जाती। उदाहरण के लिये यदि दो व्यक्तियों की सूर्य की दशा चल रही है तो आवश्यक नहीं है कि सूर्य की दशा में दोनों के लिये माणिक्य रत्न ही लाभकारी होगा, यह निर्णय जन्मपत्री के आधार पर ही लिया जायेगा और यह भी आवश्यक नहीं है
कि जिसके लिये सूर्य लाभकारी भी हो तो सूर्य का रत्न माणिक्य पहनना लाभकारी ही रहे। इसमें बताया गया है कि अमुक ग्रह की दशा में अमुक ग्रहों का रत्न धारण किया जा सकता है। साथ ही अन्य रत्न कौन से धारण किये जा सकते हैें और वे रत्न कितने प्रतिशत किस क्षेत्र में लाभकारी होंगे यह भी बताया गया है। किसी भी जातक के लिये नौ ग्रहों के रत्नों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी है।
इसमें बताया गया है कि अमुक रत्न आपके लिये शुभ है या नहीं, यदि शुभ है तो क्या शुभता देगा तथा क्यों शुभ है, विस्तार में बताया गया है तथा संभव है कि कोई अमुक रत्न जातक को लाभ नहीं देता है तो उसको पहनने से क्या हानि संभव है तथा क्यों नहीं पहनना चाहिये यह भी बताया गया है। इसके पश्चात जो रत्न जातक धारण करेगा तो साथ में निषेध रत्न भी बताये गये हैं।
उदाहरण के लिए यदि शनि का रत्न नीलम धारण करेंगे तो सूर्य का रत्न माणिक्य नहीं धारण किया जाएगा, इस प्रकार सभी 9 रत्नों के लिए साथ में निषेध रत्नों को बताया गया है। अब बारी आती है किस प्रकार किस धातु में किस दिन कितने वजन का रत्न धारण करना चाहिये तो इसकी धारण विधि में यह सब भी बताया गया है। रत्नों को दशा विशेष में पहनने से किस क्षेत्र में कितने प्रतिशत लाभ देगा।
उनको ग्रह बल के माध्यम से समझाने का प्रयास करते हुए बताया गया है। यहां ग्रह बल का आधार षड्बल या अवस्था नहीं है बल्कि आधार व्यावहारिक माना गया है जो एक ज्योतिषी रत्न बताते समय करता है। जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है। भाव स्वामी, स्थान, दृष्टि, युति, उच्च/नीच, मित्र राशि, शत्रु राशि, सम राशि आदि। अभी भविष्य में साॅफ्टवेयर में और भी काम चल रहा है, जिसे आप रत्न उपाय विचार समस्या या अपनी मनोकामना पूर्ति हेतु भी कर सकते हैं
जैसे नौकरी, स्थानान्तरण, प्रमोशन, विवाह, सुखी वैवाहिक जीवन, संतान प्राप्ति, संतान शिक्षा में बाधा, विदेश यात्रा, व्यापार में सफलता, धन संचय, धन प्राप्ति, संपत्ति प्राप्ति, स्वयं के घर हेतु आदि समस्याओं के लिए भी कुण्डली को आधार मानकर रत्न उपाय बताया जा सकेगा। इस रत्न धारण उपाय के अतिरिक्त कुण्डली संबंधी विशेष दोष जैसे साढ़ेसाती उपाय विचार, कालसर्प दोष का उपाय विस्तृत रूप से क्या किया जाने चाहिए इसके लिए भी शोध कार्य जारी है
भविष्य में जल्दी ही उनके भी विस्तृत उपाय आप इस एक्सपर्ट संस्करण में देख सकेंगे। रुद्राक्ष उपाय विचार जब किसी कुंडली में कोई ग्रह दो भावों का स्वामी हो जाता है। एक शुभ और एक अशुभ तो उस ग्रह के रत्न धारण करने में संशय की स्थिति बन जाती है या किसी जातक का सामथ्र्य रत्न धारण की न हो तो ऐसी स्थितियांे में रत्न के स्थान पर रुद्राक्ष धारण का भी उपाय किया जा सकता है। लियो स्टार के एक्सपर्ट संस्करण में रुद्राक्ष धारण का भी विस्तृत उपाय बताया गया है।
आपकी जन्म कुंडली के आधार साॅफ्टवेयर द्वारा यह निर्णय करके बताया गया है कि व्यक्ति विशेष का कौन सा रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। इसके अतिरिक्त समस्या विशेष जैसे वैवाहिक जीवन सुखमय बनाने के लिए, संतान प्राप्ति के लिए, धन प्राप्ति के लिए आदि आदि विशेष आवश्यकता हेतु भी कौन सा रुद्राक्ष धारण करना चाहिए, इसकी विस्तृत जानकारी दी गयी है। किस व्यक्ति को कितने मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए इसकी जानकारी के साथ-साथ रुद्राक्ष धारण करने की विधि बतायी गयी है।
किस रुद्राक्ष को धारण करने से जातक को क्या लाभ मिलेगा यह भी बताया गया है। कौन सा रुद्राक्ष किस समय धारण करने से विशेष लाभ मिलेगा उस समय को भी बताया गया है। इस प्रकार एक्सपर्ट संस्करण में आप रुद्राक्ष धारण की विस्तृत जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। विस्तृत फलादेश अभी तक लियो स्टार के प्रोफेशनल संस्करण में जो फलादेश किये जा रहे थे, वे विस्तृत तो थे पर इतने नहीं जितने कि इसके एक्सपर्ट संस्करण में है।
उस संस्करण में फलादेश का आधार वार्षिक होता था जो कि एक या दो पेज में सिमट कर रह जाता था। अब यह फलादेश विस्तार पूर्वक देखें तो एक वर्ष के लिए विभिन्न शीर्षकों के अंतर्गत क्षेत्रों पर आधारित फलादेश देख व पढ़ सकते हैं जैसे व्यवसाय, धन, घर व परिवार, संतान, स्वास्थ्य, करियर, यात्रा, तबादला, धर्म एवं ग्रह शांति तथा एक विशेष वर्ष में किये जाने वाले उपाय क्या करने चाहिए। इन शीषकों के अन्तर्गत आपको एक वर्ष का फलादेश लगभग 6-7 पृष्ठों का देखेने को मिलेगा। यदि और विस्तार से चाहते हैं तो आप यह फलादेश मासिक रूप से भी देख सकते हैं।
इसमें मासिक फलादेश प्रत्येक महीने का एक वर्ष में बारह महीनों का फलादेश दिया गया है। यदि इससे भी सूक्ष्म विश्लेषण चाहते हैं तो आप दैनिक रूप से भी अपना फलादेश देख, पढ़ व प्रिंट कर सकते हैं। वार्षिक फलादेश 5, 10 या 15 वर्ष का देखा जा सकता है। इसी प्रकार मासिक व दैनिक फलादेश भी आप प्राप्त कर सकते हैं। मासिक फलादेश उपरोक्त वर्णित शीर्षक के अन्तर्गत देखा जा सकता है। यह मासिक फलादेश वर्तमान मास के पहली तारीख से माह के अंत तक दिया गया होता है।
इन सभी फलादेशों को ऐस्ट्रोग्राफ द्वारा भी प्रदर्शित किया गया है जिससे आप एक ही दृष्टि में अनुमान लगा सकते हैं कि कौन सा मास किस क्षेत्र में अधिक शुभ है और कौन सा कम शुभ है। मुहूत्र्त एवं पर्व मास्टर इस साॅफ्टवेयर द्वारा आगामी कितने ही वर्षों का पंचांग प्रयोग करते हुए किसी भी वर्ष का मुहूत्र्त निकालने व पर्व की तारीख जानने की सुविधा उपलब्ध है। यह जानकारी इस साॅफ्टवेयर में उपलब्ध मुहूत्र्त मास्टर व पर्व मास्टर की सहायता से प्राप्त होती है।
मुहूत्र्त मास्टर या पर्व मास्टर को भी आप स्वयं अपनी इच्छानुसार नियंत्रित कर सकते हैं। जैसे कि यदि आप कोई अन्य पर्व इस सूची में शामिल करना चाहते हैं तो उसकी तिथि, वार, नक्षत्र आदि डालकर उसको इस साॅफ्टवेयर की सूची में शामिल किया जा सकता है। यदि आप चाहते हैं कि किसी मुहूत्र्त विशेष में नियम में संशोधन होना चाहिए या और कोई अन्य नियम भी लागू करना चाहते हैं या मुहूत्र्त जोड़ना चाहते हैं तो वह भी आप स्वयं कर पाने में समर्थ होंगे। इन सभी पर्वों व मुहूत्र्तों को एक विशेष समूह में करके दिखाया जाता है। यदि आप अपने पर्वों का कोई विशेष समूह बनाना चाहते हैं तो भी इसमें आप स्वयं बना सकते हैं या हटा भी सकते हैं।
इसमें सभी पर्वों को दैनिक, वार्षिक व संवत के आधार पर दिखाने की सुविधा उपलब्ध है। इस प्रकार आप किसी वर्ष विशेष, संवत विशेष, दिनांक विशेष पर पर्वों की सूची निकाल सकते हैं। यदि आप पंचांगकर्ता हैं और भिन्न-भिन्न प्रकार की सारणियां प्रदर्शित करना चाहते हैं, वह भी आप अपनी स्टेशनरी साइज व आवश्यकतानुसार पंचांग व सारणी प्रिंट करने के लिए तैयार पी.डी.एफ के रूप में या टेक्स्ट फाइल के रूप में निकाल सकते हैं। इस साॅफ्टवेयर द्वारा तैयार सभी जन्म कुण्डलियों, सारणियों व जानकारी को आप पी.डी.एफ फाइल या टेक्स्ट फाइल के रूप में देश-विदेश में बैठे किसी भी व्यक्ति को ई-मेल कर तुरन्त चन्द सेकण्डों में भेज सकते हैं।
आकर्षक बाइंडिंग सुविधा जैसा कि आपने टी.वी चैनल या विज्ञापन के माध्यम से देखा होगा कि आपके लिए एक विशेष प्रकार की जन्म कुण्डली को पुस्तक के रूप में प्राप्त किया जा सकता है। इस लियो स्टार के एक्सपर्ट संस्करण में उससे भी अधिक आकर्षक बुक बाइंडिंग करके पुस्तक के रूप में आप अपने पास अन्य महत्वपूर्ण पुस्तकों के समान सुरक्षित रख सकते हैं या किसी मित्र या संबंधी को यह आकर्षक पुस्तक रूपी जन्मकुण्डली या फलादेश व उपाय उसको उसके जन्मदिन या जन्म होने पर उपहार स्वरूप भी दे सकते हैं जिसको वह आपकी निशानी या यादगार के तौर पर अपने आजीवन उपयोग के लिए भी सुरक्षित रख सकते हैं।
इसका विशेष आकर्षण यह है कि इस पुस्तक को आप अन्य रंगीन जन्मपत्रिका के समान भिन्न-भिन्न रंगों से छपी पुस्तक के रूप में प्राप्त कर सकते हैं जिसका स्टैण्डर्ड माॅडल निश्चित गणना व फलादेश के साथ 2100/-, 3100/- और 5100/- की पुस्तकों के रूप में प्राप्त किया जा सकता है या आप किसी जातक को इतने मूल्य में लोगों को तैयार करके दे सकते हैं। यह व्यापार की दृष्टि से तो लाभकारी है ही साथ ही इसका संरक्षण व उपयोगिता भी किसी भी मायने में कम नहीं है।
फलादेश संशोधन की सुविधा जैसा कि इसके संस्करण के नाम से ही विदित होता है-एक्सपर्ट अर्थात यह सुविधा उन लोगों के लिए है जो लोग ज्योतिष क्षेत्र में अपने शौक या व्यवसाय के तौर पर कार्य करते हैं। कई बार कम्प्यूटर की सीमा निर्धारित होने के कारण फलादेश करने में पूर्ण सक्षमता नहीं आ पाती। उदाहरण के लिए यदि किसी जातक के पिता जीवित नहीं हंै और उसके पिताजी के बारे में फलादेश किया गया है तो आप इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं और आप जन्मपत्री छापने या देने से पहले उसके पिता से संबंधित फलादेश को हटा सकते हैं या संशोधित कर सकते हैं।
इसके अतिरिक्त आपको लगता है कि अमुक ग्रह स्थिति या राशि या दृष्टि या किसी भी अन्य योग के द्वारा अमुक फलादेश काफी हद तक सही व सटीक है तो आप इस सुविधा का लाभ उठाकर उक्त फलादेश टाइप करके जोड़ सकते हैं। इसके अतिरिक्त यदि किसी विशेष ग्रह स्थिति या योग पर कोई फलादेश अन्य कुण्डलियों पर भी लागू करना चाहें तो किया जा सकता है। भविष्य में भी इस सुविधा में लगातार विकास होते रहने की संभावना है।
व्यक्तिगत फलादेश देने की सुविधा प्रत्येक क्षेत्र में यह देखने को मिलता है कि सैद्धांतिक रूप से पुस्तकों में देखने पढ़ने को काफी कुछ मिलता है परंतु मनुष्य अपने जीवन में भी अपन अनुभवों से काफी कुछ सीखता है। यह तो आप मानेंगे कि हर ज्योतिषी जिसने कितनी भी किताबें क्यों न पढ़ी हों उनके आधार पर और अपने व्यक्तिगत अनुभवों को जोड़कर ही फलादेश करता है। हर ज्योतिषी का एक अपना व्यक्तिगत शास्त्र भी समानांतर रूप से जरूर काम कर रहा होता है।
लेकिन कम्प्यूटर के फलादेश के आगे अपने अनुभव और लाभ का प्रयोग कर पाने में अपने आप को असमर्थ पाता था और यही कारण है कि ज्योतिषी लोग कम्प्यूटर की गणना तो ले लेते थे लेकिन फलादेश प्रिंट करके जातक को देने से कतराते थे। इसी बात को फ्यूचर पाॅइंट संस्था ने बखूबी समझा और विचार किया तथा इस लियो स्टार एक्सपर्ट संस्करण में इस समस्या का भी निदान आखिर निकाल ही लिया।
अब आपको केवल कम्प्यूटर द्वारा दिये जाने वाले फलादेश पर निर्भर रहने की आवश्कयता नहीं है, बल्कि आप स्वयं उस कुंडली का विश्लेषण करें एवं अपने विश्लेषण को कम्प्यूटर में टाइप करें तथा कम्प्यूटर द्वारा छापे जाने वाली कुंडली के साथ ही आप अपने फलादेश को अपने नाम व पते के साथ भी प्रिंट कर सकते हैं। इससे आपको अपने द्वारा दिये गये फलादेश से आत्मसंतुष्टि तो होगी ही साथ ही जातक भी आपके ज्ञान और अनुभव का पूरा-पूरा लाभ प्राप्त कर सकेगा वह भी पूरे विश्वास के साथ।
क्योंकि जो बात किसी पेपर पर छप कर सामने आती है, उस पर व्यक्ति अधिक विश्वास करता है, यह मनुष्य का आम मनोविज्ञान है। फलादेश यदि आप अपने हाथ से लिखकर देंगे तो वह उसको इतना महत्व नहीं देता तथा समय के साथ उसके खोने या नष्ट होने की भी संभावना भी बनी रहती है जो कि अब इस संस्करण के कारण नहीं होगी।
यह इस संस्करण का सबसे लाभकारी व उपयोगी आकर्षण है। निष्कर्षतः हम कह सकते हैं कि लियो स्टार का यह एक्सपर्ट संस्करण उपयोगिता, सुविधा, विस्तार व और अधिक शुद्धता की दृष्टि से व्यापारिक या निजी तौर पर लाभकारी व उपयोगी तो है ही साथ ही जो लोग पहले से लियोस्टार के प्रोफेशनल या अन्य संस्करण प्रयोग कर रहे हैं उनके लिए भी लाभकारी व उपयोगी है। इसके बारे में विस्तृत जानकारी के लिए आप फ्यूचर पाॅइंट कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।