छोटे-छोटे उपाय हर घर में लोग जानते हैं, पर उनकी विधिवत् जानकारी के अभाव में वे उनके लाभ से वंचित रह जाते हैं। इस लोकप्रिय स्तंभ में उपयोगी टोटकों की विधिवत् जानकारी दी जा रही है। परीक्षा में सफलता हेतु गणेश रुद्राक्ष धारण करें: बुधवार को गणेश जी के मंदिर में जाकर दर्शन करें तथा गणेश जी को मूंग के लड्डुओं का भोग चढ़ाकर परीक्षा में पास होने के लिए प्रार्थना करें। ऐसा 7 बुधवार मंदिर में पूजा अर्चना तथा भोग चढ़ाएं आपकी मनोकामना अवश्य पूरी होगी। पदोन्नति हेतु शुक्ल पक्ष के सोमवार को सिद्धियोग में तीन गोमती चक्र चांदी के तार में एक साथ बांधें तथा उन्हें हर समय अपने साथ जेब में रखें। इससे व्यवसाय व सर्विस दोनों में विशेष लाभ होता है। प्रेत बाधा से मुक्त करने हेतु प्रेत बाधा से मुक्त होने लिए लगातार 21 दिन तक प्रतिदिन सूर्यास्त के समय गाय का आधा किलो दूध लें तथा उसमें नौ बंूद शुद्ध शहद भी डालें व 10 बूंद गंगाजल भी डालें। शुद्ध बर्तन में रखकर शुद्ध वस्त्र पहनकर हर-हर गंगे बोलते हुए घर में छिड़काव करें। छिड़काव करने के बाद मुख्य दरवाजे पर आकर शेष बचे हुए दूध को धार बांधकर वहीं पर गिरा दें और बोलें- संकट कटे मिटे सब पीरा। जो सुमिरे हनुमत बलवीरा।। यह क्रिया 21 दिन तक करते रहें। हनुमान चालीसा व बजरंग बाण का प्रतिदिन घर में पाठ करने से भूत प्रेत बाधा नष्ट हो जाती है। मुकद्दमे में विजय प्राप्ति हेतु पांच गोमती चक्र जेब में रखकर न्यायालय में जायें अवश्य सफलता मिलेगी। मृत्यु की आशंका से बचने हेतु - 600 ग्राम जौ का आटा 100 ग्राम काले तिल, सरसों के तेल में गूंथकर एक मोटा रोट बना लें तथा एक ही तरफ उसकी सिकाई करें। उलट-पलट न करें। सिक जाने पर उसको उतार कर तेल से रोट को चुपड़ कर उस पर गुड़ की डेली रखकर पूरे शरीर पर उतारा करें। हनुमान जी के उक्त मंत्र से ‘‘ऊँ सर्व रो गहराय नमः’’ का 11 शनिवार या मंगल का दिन उतारा करके भैंसे को खिला दें। 3-5-7 मंगल-शनिवार तक करें रोगी को लाभ हो जायेगा। - गुड़ के गुलगुले सवा किलो सरसों के तेल में पकाकर शनिवार व इतवार को रोगी के शरीर के ऊपर से उतारा करके उक्त मंत्र को 7 बार बोलें- ‘‘ऊँ रक्षो विध्वंशकारकाय नमः’’ चील, कौए, कबूतर, चिड़ियों को गुलगुले के टुकड़े डालें तथा बंदरों को चना, गुड़ खिलाएं। ऐसा 3-5-7 बार करें अवश्य लाभ हो जायेगा।