कर्ज में दबे हैं या नहीं टिक पा रहा है पैसा, इन ज्‍योतिषीय उपायों से दूर होगी हर तरह की तंगी
कर्ज में दबे हैं या नहीं टिक पा रहा है पैसा, इन ज्‍योतिषीय उपायों से दूर होगी हर तरह की तंगी

कर्ज में दबे हैं या नहीं टिक पा रहा है पैसा, इन ज्‍योतिषीय उपायों से दूर होगी हर तरह की तंगी  

आइफास
व्यूस : 3479 | जुलाई 2022

सदियों से मनुष्‍य की हर समस्‍या और उलझन का समाधान ज्‍योतिष से होता आया है। शायद ही जीवन की ऐसी कोई परेशानी होगी जिसका समाधान ज्‍योतिष विद्या में ना हो। ज्‍योतिष की मदद से हर परेशानी का घर बैठे ही हल हो सकता है। वहीं अगर आप आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं या पैसों की तंगी हो रही है या कर्ज में दबे हुए हैं, तो ये सभी समस्‍याएं ज्‍योतिष की मदद से दूर हो सकती हैं।

कुंडली में ग्रहों की स्थिति की वजह से व्‍यक्‍ति को जीवन में पैसों की तंगी हो सकती है या व्‍यापार या नौकरी करने पर पैसा टिकता नहीं है या कर्ज बढ़ता जा रहा है। अगर आप आर्थिक तंगी लाने वाले ग्रहों के बारे में गहराई से जानना चाहते हैं तो Future Point से Online astrology course कर सकते हैं। हर व्‍यक्‍ति के जीवन में आर्थिक स्थिति पर ग्रहों की स्थिति का प्रभाव रहता है। जानिए कि कुंडली में किन ग्रहों का असर आर्थिक स्थिति पर होता है।

आर्थिक क्षेत्र पर ग्रहों का प्रभाव

व्‍यक्‍ति की आर्थिक स्थिति और संपन्‍नता से ज्‍योतिष बहुत ज्‍यादा जुड़ा हुआ होता है। कुंडली में धन के लिए जिम्‍मेदार कुछ कारकों के बारे में यहां बता रहे हैं :

  • कुंडली का दूसरा भाव आय, धन के प्रवाह और स्व-अर्जित वित्तीय समृद्धि को दर्शाता है।
  • चौथा घर प्रॉपर्टी, जमीन, पैतृक संपत्ति और वाहन का कारक है।
  • पंचम भाव अचानक लाभ, लॉटरी, खेल और सट्टे आदि को दर्शाता है।
  • जन्‍मकुंडली के सप्‍तम भाव से व्‍यापारिक यात्रा का पता चलने में मदद मिलेगी।
  • अष्‍टम भाव से स्‍टॉक, धन और ससुराल पक्ष से मिलने वाले लाभ एवं संपत्ति की जानकारी मिलती है।
  • नवम भाव की मजबूती से पता चलता है कि व्‍यक्‍ति को कितनी आसानी से वित्तीय लाभ मिलेंगे।
  • ग्‍यारहवें भाव के अध्‍ययन से पता चलता है कि धन लाभ कम होगा या ज्‍यादा और आर्थिक शांति कितनी रहेगी।

कुंडली का धन भाव

जन्‍मकुंडली के दसूरे भाव को संपत्ति और आर्थिक संतुलन के लिए जिम्‍मेदार माना जाता है और इसे धन भाव के नाम से जाना जाता है। इस घर में बैठे ग्रह, उसकी मजबूती से आर्थिक स्थिति का पता लगाया जाता है। दूसरे भाव के अलावा 11वां, छठा और 10वां भाव भी देखा जाता है। इन भावों का व्‍यक्‍ति की आर्थिक स्थिति और संपन्‍न होने पर बहुत असर पड़ता है।

व्‍यक्‍ति की कुंडली में चंद्रमा और बृहस्‍पति समृद्धि का प्रमुख कारक होते हैं। शुक्र ग्रह लग्‍जरी और ऐशो-आराम देता है। शुक्र के आशीर्वाद के बिना जीवन में कोई लग्‍जरी और आनंद नहीं मिल पाता है।

आर्थिक लाभ के लिए बुध ग्रह को भी बहुत अहम माना जाता है। बुध की सही स्थिति होने से व्‍यापार में आर्थिक सफलता और लाभ मिलता है। यदि कुंडली में बुध उच्‍च का हो तो आर्थिक स्थिरता बनी रहती है। व्‍यक्‍ति के जीवन में कितनी संपन्‍नता रहेगी, यह ग्रहों की स्थिति और मजबूती पर निर्भर करता है।

आर्थिक परेशानियां लाने वाले ग्रह

मंगल : कर्ज और धन संबंधी परेशानियां लाने में मंगल को प्रमुख ग्रह माना गया है। इसका छठे, आठवें, और दसवें भाव से संबंध होने पर व्‍यक्‍ति अधिक आत्‍मविश्‍वास रखता है और मूर्ख बन जाता है। व्‍यक्‍ति धन के मामले में गलत निर्णय लेता है जिससे उसकी आर्थिक स्थिति को नुकसान पहुंचता है। छठे भाव में मंगल के होने से कर्ज में बढ़ोत्तरी होती है।

राहू : छाया ग्रह राहू रहस्‍यमयी ग्रह माना जाता है। यदि राहू शुभ ग्रह में बैठा हो तो इससे व्‍यक्‍ति को हर तरह से धन लाभ होता है और वह कर्ज में नहीं दबता है। हालांकि, राहू के अशुभ घर में होने पर कुछ समय के लिए कर्ज और व्‍यक्‍ति आर्थिक रूप से कमजोर हो सकता है।

शनि : यह ग्रह कुंडली में जहां भी बैठता है, लंबे समय तक रहता है और परेशानियां पैदा करता है। शनि का प्रभाव व्‍यक्‍ति की आर्थिक स्थिति, सेहत, करियर, व्‍यापार, शिक्षा, विवाह और कानूनी मसलों पर रहता है।

आर्थिक परेशानियां दूर करने के उपाय

यदि आपके जीवन में पैसों की तंगी हो रही है या मेहनत करने के बाद भी धन नहीं आ रहा है या पैसा आता तो है लेकिन टिकता नहीं है, तो कुछ ज्‍योतिषीय उपाय आपकी मदद कर सकते हैं।

कर्ज में दबे हुए हैं तो हर मंगलवार को हनुमान मंदिर जाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें। इससे आप किसी भी तरह की आर्थिक परेशानी से लड़ पाएंगे और आपके जीवन में सुख-शांति का आगमन होगा। मंगलवार को मांसाहार का सेवन ना करें।

लोन और कर्ज से मुक्‍ति पाने का एक और उपाय है रोज सुबह सूर्य देव की उपासना करना। रोज सुबह सूर्य नमस्‍कार करते हुए जल चढ़ाएं और ऊं नम: शिवाय का 100 बार जाप करें। सूर्य सफलता और शांति को दर्शाता है इसलिए इस ग्रह की पूजा करने से आर्थिक स्थिरता में सुधार लाने में मदद मिलती है।

भगवान कुबेर को प्रसन्‍न करने से जीवन में कभी-भी धन की कमी नहीं होती है। कुबेर देवता की पूजा करें और उनका आशीर्वाद लें। तिजोरी या लॉकर को घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें। उत्तर दिशा को कुबेर देवता का मार्ग माना जाता है और इस दिशा में तिजोरी का दरवाजा खुलने का मतलब है कि आपको कभी धन की कमी नहीं होगी।

अपने आसपास की जगह‍ एवं घर को साफ-सुथरा रखें। बेकार की चीजों को घर में जगह ना देने से कर्ज से मुक्‍ति पाने में मदद मिलती है।

मंगलवार के दिन ही अपने लोन की पहली किश्‍त का भुगतान करें।

घर से निकलते समय कपूर और देसी घी को मिलाकर माथे पर लगाएं।

धन लाभ या धन के आगमन के लिए लॉकर के सामने ही शीशा लगाएं।

घर के पूजन स्‍थल में मां लक्ष्‍मी की तस्‍वीर लगाएं और दिन में दो बार उनकी पूजा करें। जीवन में धन सुख के लिए उनकी आराधना करें।

घर की स्त्रियों को मां लक्ष्‍मी का रूप माना जाता है इसलिए उनका आदर करें और उन्‍हें सम्‍मान दें।

अपने घर में तुलसी का पौधा जरूर रखें और रोज उसके आगे घी का दीया जलाएं।

प्रत्येक शुक्रवार को भगवान विष्णु को शंख से जल अर्पित करें। इससे लक्ष्मी जी अत्यधिक प्रसन्न होती हैं।

देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन स्नान के बाद माथे पर केसर का तिलक लगाएं।

घर की स्त्री को प्रतिदिन सुबह मुख्य द्वार पर पानी से भरा घड़ा फेंकना चाहिए। यह धन को आपके घर में प्रवेश करने में मदद करता है।

आर्थिक समस्याओं को दूर करने के लिए प्रत्येक बुधवार को गाय को हरी घास खिलाएं।

तीन अविवाहित लड़कियों को खीर खिलाएं और उन्हें एक महीने के लिए हर शुक्रवार को कुछ पैसों के साथ पीले रंग कपड़े भेंट करें। इससे देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आपके घर में वास करती हैं।



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