शुभेश शर्मन भगवान बृहस्पति को नवग्रहों में पंचम स्थान प्राप्त है। सुरगुरु महान विद्वान, परम शांत तथा सभी को शुभता और सौभाग्य प्रदान करने वाले माने गये हैं। शुभ स्थान में संस्थित बृहस्पति अतिशय यशकीर्ति, वैभव व राज्य-समाज में सर्वोच्च सम्मान देने वाले होते हैं। अपने भक्तों को सदा प्रसन्नता की स्थिति में ही देख संतुष्ट रहते हैं, संसार को संपन्नता तथा प्रसन्नता देना ही इनका उŸारदायित्व है क्योंकि संसार प्रसन्नता में होगा तो यज्ञादिक प