ज्योतिष शास्त्र में विवाह-काल का निर्धारण
ज्योतिष शास्त्र में विवाह-काल का निर्धारण

ज्योतिष शास्त्र में विवाह-काल का निर्धारण  आगस्त 2024

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सृष्टि का हर जीव सौर मण्डल से आकर्षण प्राप्त करता है और इसी आकर्षण को मन, बुद्धि तथा शरीर की विभिन्न क्रियाओं के माध्यम से विकीर्ण करता है। भारतीय जीवन पद्धति समाज पर आधारित है और समाज परिवारों का सामूहिक रूप है।
srishti ka har jiv saur mandal se akarshan prapt karta hai aur isi akarshan ko man, buddhi tatha sharir ki vibhinn kriyaon ke madhyam se vikirn karta hai. bhartiya jivan paddhati samaj par adharit hai aur samaj parivaron ka samuhik rup hai.


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