कुछ उपयोगी टोटक ब्रजवासी संत बाबा फतह सिंह छोटे-छोटे उपाय हर घर में लोग जानते हैं, पर उनकी विधिवत् जानकारी के अभाव में वे उनके लाभ से वंचित रह जाते हैं। इस लोकप्रिय स्तंभ में उपयोगी टोटकों की विधिवत् जानकारी दी जा रही है। बच्चों के लिए टोटके कपूर की चकतियों की माला पहनाने से बालक के दांत सरलता से निकल आते हैं। बच्चे को कष्ट नहीं होता है। बच्चों के हाथों में लोहे अथवा तांबे का कड़ा पहनाने से बच्चों के दांत आसानी से निकल आते हैं। यदि किसी बच्चे को नजर लग गई हो तो सात मिर्च सूखी लेकर बच्चे के सिर से तीन बार उतारा करके जलती आग में डाल दें। यदि बच्चा नजर दोष से पीड़ित होगा तो मिर्चों की धांस नहीं लगेगी तथा शीघ्र ठीक हो जाएगा। यदि बच्चे को हिचकी आ रही है तो मां के कपड़े से एक टुकड़ा फाड़कर उसे पानी में भिगो कर बच्चे के सिर पर रखने से हिचकी बंद हो जाती है। सूत के अंदर अकरकरा को बांध कर बालक के गले में बांधने से मिरगी का दौरा ठीक हो जाता है। नीलकंठ का पंख मंगलवार तथा शनिवार को लाकर बच्चे के पलंग पर रख देने से रोना बंद हो जाता है। कौए की बीठ को कपड़े की थैली में बांधकर गले में लटका देने से खांसी चली जाती है। रीठे के फल को धागे में डालकर बच्चे के गले में बांध देने से नजर नहीं लगती व हिचकी भी नहीं आती। काले रंग के कुत्ते का एक बाल व अकरकरा का दाना गले में बांध देने से उसके अमाशय के रोग चले जाते हैं। प्रातः काल उठकर ब्रह्म मुहर्त में निम्नांकित मंत्र को 108 बार जप कर अपनी दुकान में या अपने व्यवसाय के कार्यालय में चारों कोनों में 10-10 बार मंत्र को पढ़कर चारों ओर फूंक मार दें इससे बंदिश घट जाएगी। मंत्र : ऊँ नमः काली कंकाली महाकाली मुख सुंदर जिये काली चार वीर भैरा चौरासी बात तो पूज मनाए मिठाई अब बोलो काली की दुहाई। दरिद्रता दूर करने का मंत्र : ''ऊँ श्रीं ह्रीं दारिद्रय विनाशाय धन धान्य समृद्धि देहि देहि दक्षिणावर्त शंखाय नमः''। दक्षिणावर्ती शंख बहुत भाग्यशाली होता है। कुंकुम से शंख पर स्वास्तिक का चिह्न अंकित कर दें। फिर बायें हाथ से अक्षत का एक-एक दाना शंख में अर्पित करते हुए जपें। अगले दिन भी इसी मंत्र का जप करें। अक्षत अर्पित करते रहें। जिस दिन शंख पूरा भर जाय। तब यंत्र प्रयोग बंद कर दें तथा चावल के दानों के साथ शंख को उसी रेशमी लाल वस्त्रों में बांधकर पूजा के स्थान पर अपने घर, फैक्ट्री या कंपनी के आफिस में स्थापित कर दें। यह जहां रहेगा वहां जीवन में निरंतर आर्थिक उन्नति होती रहेगी। यदि घर में लक्ष्मी का वास चाहते हैं तथा बुरी आत्माओं से घर की रक्षा चाहते हैं तो कुंकुम के पांव घर में प्रवेश द्वार, सीढ़ियों या चौखट पर बना दें। सूर्योदय के समय लक्ष्मी अतिथि रूप में घर में प्रवेश करेंगी। तो फिर वह उस घर से वापस नहीं जायेगी। लाल रंग का रिबन घर के मुखय द्वार पर बांधे। इससे घर में सुख समृद्धि आती है और कैसा भी वास्तु दोष हो वह दूर हो जाता है लेकिन किसी शुभ मुहूर्त में रिबन बांधें।