जरा सोचकर देखें कि जब नई-नई शादी होने वाली होती है या हो जाती है तो मन में न जाने कितने सपने होते हैं, ऐसे सपने हर कोई देखता या सोचता है, मां बाप भी अपने बहू के अरमान लिए होते हैं, कि मेरे बच्चे का घर बसने वाला है। एक गर्व सा महसूस होता है जब कोई माता-पिता सास-ससुर का दर्जा पाने वाले होते हैं, यही ख्वाब एक लड़की की मां भी देखती है कि अब मेरी बिटिया को अच्छा और समझदार जीवन साथी मिलने वाला है। कोई गलती या गुरुदेव जी. डी. वशिष्ठ घटना न घटे, इसीलिए गुण मिलान भी करवाते हैं, परिवार की भी ठीक तरह से जांच पड़ताल करते हैं। अर्थात बच्चों को जीवनसाथी अच्छा मिले इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाती है, एक युगल प्रेमी जोड़ा भी अपने घर को संजोने के सपने देखता है, या ऐसा कहा जा सकता है कि संसार का हर जीव प्यार, परिवार और अपनापन पाने के लिए जीवन जीता है, अचानक ऐसा क्या होता है जिसके कारण घर में विवाह के होते ही ये सभी बातंे सिर्फ सपना या झूठा दिखावा लगता है और हम खुद को जीवन से ठगा हुआ महसूस करने को मजबूर हो जाते हैं। आइए आज हम इन्हीं सबको ठीक करने का हल निकालें...
शादी करने से पहले क्या देखें
- शादी करने से पहले जीवनसाथी की बहन, बुआ और कन्याओं के हालात जरूर देखें, अगर उनकी स्थिति ठीक नहीं है, शायद ही विवाह के बाद जीवन सुखी हो पाएगा, ऐसे में शादी से पहले अपने और जीवनसाथी के बुध के उपाय करें, (इसके लिए अच्छी ज्योतिषीय सलाह जरूरी है)।
- विवाह के लिए गुण मिलान जितना जरूरी है उतना ज्यादा ही ग्रहों का मिलान भी बहुत जरूरी होता है, जैसे एक का बुरा समय हो तो दूसरे का बुरा समय न हो, जिस तरह से गाड़ी का एक पहिया पंचर हो तो कम से कम दूसरा तो ठीक होना चाहिए।
शादी के बाद क्या करें और क्या न करें
- घर की छत पर किसी भी प्रकार का कबाड़, लोहा, लकड़ी आदि न रखें, क्योंकि घर की छत बिस्तर के सुख वाले ग्रह से संबंधित होती है और जब भी पति-पत्नी रात को बिस्तर में पहुंचेंगे तो लड़ाई होगी।
- शादी के बाद पति-पत्नी दिन के समय एक न हों, अन्यथा ऐसे में घर से बीमारियां खत्म नहीं होती और कई बार तो धीरे-धीरे करके दोनों में से किसी एक की हालत खराब होती जाती है, कामकाज में भी तकलीफें आने लगती हैं और बच्चों के भविष्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- अपने बिस्तरों और कपड़ांे को साफ-सुथरा रखें, तकियों के लिहाफ आदि गंदे, फटे न हों।
- घर में हल्के खूशबू और साफ-सफाई को प्राथमिकता जरूर दें, और हर चीज की एक जगह निश्चित होती है उसे ठीक जगह ही रखें।
- युगल पति-पत्नी के कमरे में बड़े-बुजुर्गों, भगवान की तस्वीरें, मूर्ति और हिंसात्मक तस्वीरें आदि न रखें, अच्छी, खूबसूरत और एकता की भावना वाली फोटो ही रखें।
पति-पत्नी बीमार रहते हों या तनाव हो, कामकाज में दिक्कतंे हों तो क्या करें
- घर में नीले, काले या फिर गहरे रंग का पेंट न करवाएं।
- दिन के समय शारीरिक संबंध से बचकर चलें और जीवनसाथी की इच्छा का सम्मान अवश्य करें।
- हफ्ते में एक बार या जब भी मौका मिले तो किसी भी गौशाला में जाकर वहां पर गायों की सेवा जरूर करें, पैसा न दें, गायों को हरा चारा, चरी, ज्वार, बाजरा, खल, चूरी, बिनौला आदि ही डालें। ऐसा करते रहने से आपकी अंदरूनी ऊर्जा बनी रहेगी, घर में सुख शांति भी बनेगी, जीवनसाथी के शारीरिक संबंधों में भी सुधार होंगे।
जीवनसाथी में वफादारी में कमी को ऐसे करें दूर .....
- स्टील के बड़े से बर्तन में गंगाजल भरकर चांदी के चैकोर टुकड़े डालकर स्टील का ढक्कन लगाकर घर में रखें।
- घर की उत्तर और पूर्व दिशा को बिल्कुल साफ-सुथरा रखें क्योंकि अगर घर में बेकार की चीजें रखेंगे तो बेवजह की बातंे ही बोलेंगे और आपके मान-सम्मान में कमी आएगी।
- पूजा वाले 7 नारियल किसी चलते हुये साफ पानी में जल प्रवाह करें।
- ससुराल से चांदी की ठोस ईंट जिसका वजन लगभग 60 ग्राम हो उसे लेकर धर में हमेशा के लिए संभालकर रखें, अगर आप पत्नी हों तो अपने मायके (माता-पिता परिवार) से लेकर घर में आजीवन संभालकर रखें।
- गहरे और काले, नीले रंगों से हमेशा दूर रहें, जीवनसाथी से कोई भी गलती या बात न छुपाएं, ऐसा करना भी वफादारी में कमी करना आता है।
- गाय की सेवा जरूर करें और घर की हल्की खूशबू तथा साफ सफाई की तरफ विशेष ध्यान रखें।