विकट स्वप्नों का सहज डिस्पोजल पं. महेश व्यास निद्रा में कई बार भयानक चीजें दिखाई देती है जिनको देखकर हम उठ खड़े होते हैं जैसे कोई परेशान बच्चा, भटकती आत्मा, कंकाल, अस्त्र-शस्त्र, जंगली जानवर आदि। ऐसे स्वप्नो के निदान के लिए कुछ अचूक और प्रभावशाली उपाय करके आप निश्चय ही काफी हद तक फर्क महसूस करेगें। स्वप्नों में नदी, झरना, पानी दिखाई दे तो यह ‘पितृ’ दोष होता है क्योंकि अक्सर पितरों के स्थान नदियों व तालाबों के समीप ही बने होते हैं। इस दोष निवारण के लिए अमावस्या के दिन सफेद चावल, शक्कर व घी का मिश्रण पीपल के पेड पर सूर्यास्त के बाद चढ़ाएं। याद रहे चावल चढ़ाकर लौटते समय पीछे मुड़कर न देखें और घर में प्रवेश करने से पूर्व हाथ-मुँह धोकर प्रवेश करें। पितरों के निमित्त दान करे। पितरों के निमित्त जलाशयों का निर्माण कराएं। स्वप्नों मंे आत्मा, कंकाल, हड्डियों के दिखने पर, सर्वप्रथम हम जिस घर में रहते हैं वहाँ दुर्गापाठ का आयोजन रखें और ब्राह्मणों द्वारा कम से कम 51 या 101 पाठ जरूर कराऐं। अन्य अशुभ स्वप्नों के लिए निम्न में से कोई भी उपाय करें। उससे ऐसे दुस्वप्नों का दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा। प्रतिदिन सुन्दरकाण्ड या हनुमान चालीसा का पाठ करें अथवा हनुमान मंदिर में जाकर प्रतिदिन सिंदूर तिलक करें या बटुक भैरव या हनुमान को चोला चढ़ाएं। सोते वक्त तकिये के नीचे कोई लोहे की चीज रखकर सोएं या शयन कक्ष में सोते वक्त दाहिने हाथ की ओर पानी से भरा तांबे का छोटा पात्र रखे। विष्णुसहस्रनाम का नियमित पाठ करें और प्रतिदिन भगवान शंकर को कच्चा दूध अर्पित करे तथा बड़ों की सेवा करें। शमी बनस्पति को अपने पास में रखकर सोने से भी बुरे सपनों का निदान होता है। गजेन्द्र मोक्ष का पाठ करना भी उत्तम है। रसोई में आग्नेय कोण की ओर तेल का दीपक रखे। इस दीपक में सिन्दूर डाल दें। दीपक की लौ समाप्त होने पर सिंदूर का हल्का तिलक करें। शिवपंचाक्षर स्तोत्र का पाठ करें। श्री हनुमान जी की तस्वीर अपने सिरहाने रखें।