- दीपावली की रात्रि में लक्ष्मी पूजन करते वक्त ग्यारह कौड़ियां गंगाजल से शुद्ध कर लक्ष्मी जी को चढ़ाएं, हल्दी, कुंकुम लगाएं (कौड़ियों को भी)। अगले दिन कौड़ियों को एक लाल कपड़े में बांध कर तिजोरी में या व्यवसाय स्थल पर रखें इससे धन की वृद्धि होती है।
- दीपावली की रात्रि में पूजन के पश्चात नौ गोमती चक्र तिजोरी में स्थापित करने से वर्ष भर समृद्धि व खुशहाली बनी रहती है।
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- दीपावली के दिन काली हल्दी लेकर शुद्ध करके धूप दीप दिखा कर, उसके साथ पांच साबुत सुपारियां और पांच कौड़ियां लाल कपड़े में बांधकर दीपावली पूजन में चांदी की कटोरी या थाली में रखें। धूप, दीप, नैवेद्य, से पूजन करें, प्रार्थना करें। रात्रि भर पूजा में रखने के पश्चात अगले दिन अपनी तिजोरी में रखें, मां लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहेगी।
- घर में धन टिकने के लिए नरक चतुर्दशी के दिन लाल चंदन, लाल गुलाब के पांच फूल और रोली लाल कपड़े में बांध कर, धूप दीप दिखा कर अपनी तिजोरी में रख दें। इस दिन ऐसा करने से घर में धन रुकने लगता है। आप स्वयं आश्चर्यजनक परिणाम देख सकते हैं। श्रद्धा का होना अति आवश्यक है।
- श्री धनदा यंत्र की इस दिन पूजा, व स्थापना करें, अति शीघ्र प्रभाव दिखाई देगा। यंत्र स्थापित करके प्रति सोमवार व्रत रखें। प्रतिदिन दर्शन करें, धूप दीप दिखाएं। जीवन में कभी धन की तंगी महसूस नहीं होगी। ऋण हो तो वह धीरे-धीरे उतर जाता है। भगवान अदृश्य रूप से सहायता करते हैं, सुख-समृद्धि आती है। लाभ अवश्य मिलेगा।
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- स्फटिक या अष्टधातु का कछुआ घर में इस प्रकार रखें कि उसका मुंह अंदर की ओर हो। इसे दीपावली के दिन लाना और रखना समृद्धिदायक होता है। काली हल्दी भी विशेष स्थान रखती है। उसे तिजोरी में इस दिन स्थापित करने से धन में वृद्धि होती है। इनमें लक्ष्मी को खींचने की असीम शक्ति होती है। विष्णुसहस्रनाम का पाठ और लक्ष्मी सूक्त की कैसेट प्रातः से अवश्य चलाएं, इससे वातावरण धार्मिक बनता है। लक्ष्मी प्राप्ति के अवसर प्राप्त होते हैं और कर्ज धीरे-धीरे दूर होने लगता है।
- दीपावाली से पूर्व निम्न यंत्र को चांदी पर बनवा लें और स्वर्ण पालिश करवा लें। दीपावली के दिन शुद्ध करके धूप, दीप, नैवेद्य से पूजन करें। चावल की ढेरी पर लाल कपड़ा उस पर यंत्र स्थापित करें। फिर लक्ष्मी मंत्र का स्फटिक माला से 11 माला जप करें। यंत्र को अगले दिन तिजोरी में स्थापित कर दें। मंत्र इस प्रकार है। ¬ महालक्ष्म्यै नमः विशेष: कार्तिक अमावस्या के दिन दीपावली के अवसर पर लक्ष्मी और गणेश के पूजन का अपना महत्व है। विघ्न विनायक यदि बुद्धि के प्रतीक हैं तो मां लक्ष्मी सुख समृद्धि का प्रतिनिधित्व करती हैं। बिना बुद्धि के संपत्ति का अर्जन व संग्रह नहीं किया जा सकता। लक्ष्मी पूजन में घर पर सूजी का हलवा और खीर बना कर भोग लगाएं न कि बाजार की मिठाई से। दीपावली के दिन सिद्ध मुहूर्त होता है। इस दिन श्रद्धा, लगन व नियमानुसार किए गए उपाय सफल होते हैं,।
सुख समृद्धि बढ़ाने हेतु - दीपावली की रात्रि में एक शुद्ध हत्थाजोड़ी को किसी चांदी के प्लेट में रख कर उसकी धूप-दीप से पंचोपचार पूजा करें। फिर कमलगट्टे की माला से निम्न मंत्र से ग्यारह माला जप करें। मंत्र: ¬ ह्रीं स्थिर अष्टलक्ष्म्यै स्वाहा हत्थाजोड़ी रात भर पूजा में रहने दें। दूसरे दिन उसे चांदी की डिबिया में या उस प्लेट समेत अपने कैश बाॅक्स में रख दें। इस प्रयोग का असर कई वर्षों तक रहता है। रोज दर्शन व प्रणाम करें, श्रद्धा अटूट रखें, समृद्धि चरण चूमेगी। कार्य सिद्धि के लिए - श्री यंत्र, धनदा यंत्र या कार्यसिद्धि यंत्र की स्थापना भी दीपावली के दिन अत्यंत कल्याणकारी व लाभकारी होती है। इनकी स्थापना, पूजन, दर्शन से लाभ निश्चय ही प्राप्त होता है। कार्य सिद्ध होते हैं, बाधाएं स्वतः ही दूर होने लगती हैं। पाठक स्वयं अनुभव कर सकते हैं।
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