कार्य सिद्धि - किसी निर्जन स्थान पर सरसों के दीपक में एक अखंडित लौंग को रखकर जलाएं। इस कार्य को रात्रि काल में पूर्ण करें।
- शुक्रवार के दिन स्टील के ताले को बिना जांचे व खोले खरीदकर लाएं तथा उसी दिन रात्रिकाल में उस ताले को किसी धार्मिक स्थान पर रख आएं।
- बिस्तर से उठते समय सबसे पहले अपना दायां पैर धरती पर रखें। बड़ वृक्ष के पत्ते पर प्रातः अपनी मनोकामना को लिखकर दरिया के जल में प्रवाहित करें। प्रातः जल में दूध मिश्रित करके श्याम तुलसी के पौधे पर अर्पित करें। पारिवारिक समृद्धि
- जल में कुंकुम, थोड़े फल, थोड़े अरबा चावल को मिश्रित करके बड़ वृक्ष को अर्पित करें।
- चैड़े मुख के मिट्टी के पात्र में जटायुक्त नारियल को लाल कपड़े में लपेट कर दरिया में प्रवाहित करें।
- अनुराधा नक्षत्र में शनिवार के दिन नाव के कील को लेकर घर के मुख्य द्वार पर ठोकें।
- जैतून, अंजीर व साबुत छुआरे को हमेशा अपने घर में रखें।
- नित्य अपने भोजन का बचा अंश कौए को खिलाएं।
- नमक मिश्रित जल से घर में पोंछा लगाएं। इस कार्य को सप्ताह में एक बार अवश्य करें।
- पीपल के वृक्ष के समक्ष शुक्ल पक्ष के प्रथम गुरुवार के दिन सरसांे के तेल का दीपक जलाएं।
- घर के मुख्य द्वार के सामने तुलसी के पौधे लगाएं। शीघ्र विवाह हेतु
- अपने घर के दक्षिण-पश्चिम स्थान या कोण पर नित्य संध्या चमेली के तेल का दीपक जलाएं।
- किसी पात्र में शुक्ल पक्ष के प्रथम गुरुवार के दिन दो इलायची साथ में पांच प्रकार की मिठाई रखने के साथ घी के दीपक प्रज्ज्वलित करके दरिया की जलधारा में प्रवाहित करें।
- किसी अंधे व्यक्ति को शुक्रवार के दिन सुगंधित वस्तु या इत्र दान में दें। मधुर वैवाहिक जीवन हेतु
- शहद को कांच की शीशी में भरकर शयन-कक्ष के नीचे रखें। - रात्रि काल में गैस या चूल्हे को दूध से बुझाएं।
- गुरुवार को केले के पौधे के समक्ष तिल के तेल का दीपक जलाएं।
- रात्रि काल में सोते समय अपने शयन कक्ष में कपूर जलाएं।
- तीन मंगलवार गूलर के पेड़ पर सिंदूर अर्पित करें।
संतान प्राप्ति
- ग्यारह दिनों तक नित्य चने व गेहूं के आटे में हल्दी मिश्रित करके गाय को खिलाएं।
- प्रतिदिन मालनी के फूल व सफेद सरसों का सेवन करें।
- निःसंतान स्त्री मृगशिरा नक्षत्र में पड़ने वाले मंगलवार के दिन लाल धागे में पीली कौड़ी डालकर अपने कमर में बांधे।
- बच्चे के पहली बार टूटने वाले दांत को मंगलवार के दिन निःसंतान स्त्री अपने कमर में बांधे।
- दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर रात्रिकाल में रखें व सुबह उठकर उस जल को पति-पत्नी दोनों मिलकर ग्रहण करें।
- गुरुवार के दिन चने की दाल गेहूं के आटे में हल्दी मिश्रित करके गोली बनाकर गाय को खिलाएं।
धन-समृद्धि - शुक्ल पक्ष के प्रथम शुक्रवार से शुरू करके इक्कीस शुक्रवार तक सात आठ वर्ष तक की छः कन्याओं को खीर व मिश्री खिलाएं।
- शुक्ल पक्ष के प्रथम शुक्रवार के दिन चांदी के डिब्बे में काली हल्दी, नागकेशर व सिंदूर को रखकर अपने धन स्थान में स्थापित करें। कस्तूरी को पीले वस्त्र में लपेटकर अपनी तिजोरी में रखें।
- प्रत्येक अमावस्या की संध्या किसी विकलांग जातक को भोजन कराएं।
- नौ गुरुवार के दिन गुड़ को दरिया में प्रवाहित करें।