स्वप्नों के शुभ एवं अशुभ अर्थ
लगाए जाते हैं। जीवन में
जितने और जिस प्रकार के स्वप्न
दिखाई देते हंै इन सबको लिपिबद्ध
करना संभव नहीं है। स्वप्न एक ऐसा
चलचित्र है जिसका न तो कोई प्रारंभ
है न ही अंत। एक ही रात में मनुष्य
अनेक शुभ एवं अशुभ स्वप्न देखता
है।