शुभ फलदायक है जन्म लग्न के अनुसार त्रिशक्ति रत्न लॉकेट धारण करना
शुभ फलदायक है जन्म लग्न के अनुसार त्रिशक्ति रत्न लॉकेट धारण करना

शुभ फलदायक है जन्म लग्न के अनुसार त्रिशक्ति रत्न लॉकेट धारण करना  

व्यूस : 13402 | जून 2009
शुभ फलदायक है जन्म लग्न के अनुसार त्रिशक्ति रत्न लाकेट धारण करना पं. रमेश शास्त्री इस लग्न के लिए मंगल, सूर्य और बृहस्पति शुभ भावों के स्वामी होने से इन ग्रहों के रत्न मूंगा, माणिक, पुखराज का संयुक्त रूप से बना लाॅकेट धारण करने से उत्तम स्वास्थ्य, धन, यश, सम्पत्ति प्राप्ति होती है, मनोवांछित कामनाएं पूर्ण होती हैं, कार्यक्षेत्र व्यवसाय आदि में प्रगति होती है। इस लाॅकेट को मंगलवार के दिन प्रातःकाल के समय शुद्धिकरण करके गले में धारण करना चाहिए। धारण करने से पूर्व ‘¬ भौमाय नमः’ मंत्रा का 108 बार जप करें। वृष लग्न इस लग्न के लिए शुक्र, बुध, शनि ग्रह शुभ ग्रह हैं। इन ग्रहों के रत्न, हीरा, पन्ना नीलम का संयुक्त रूप से बना लाॅकेट धारण करने से प्रत्येक कार्य में सफलता प्राप्त होती है। कार्य क्षेत्र में नौकरी, व्यापार आदि में उन्नति लाभ की संभावनाएं अधिक बढ़ जाती है। शुद्धिकरण करके एवं ‘¬ शुक्राय नमः’ मंत्र का 108 बार जप करके गले में इस लाॅकेट को धारण करें। मिथुन लग्न इस लग्न के लिए बुध, शुक्र, शनि शुभ भावों के स्वामी हैं, इनके रत्न पन्ना, हीरा, नीलम का बना त्रिशक्ति लाॅकेट धारण कर सकते हैं, इसे धारण करने से भाग्य में वृद्धि, धन की प्राप्ति उत्तम विद्या एवं बुद्धि की प्राप्ति होती है। इस लाॅकेट को बुधवार के दिन सुबह के समय गंगाजल आदि से शुद्ध करके ‘¬ बुधाय नमः’ मंत्रा का 108 बार जप करके गले में धारण करें। कर्क लग्न इस लग्न के लिए चंद्रमा, मंगल, बृहस्पति योगकारक ग्रह होने से शुभ हैं। इन ग्रहों के रत्न मोती, मूंगा और पुखराज का बना त्रिशक्ति लाॅकेट धारण करने से कार्यक्षेत्र नौकरी व्यवसाय में मनोनुकूल सफलता प्राप्त होती है, धन-यश की वृद्धि होती है। इस रत्न लाॅकेट को सोमवार के दिन गंगाजल पंचमृत से शुद्ध करके ‘¬ सोम् सोमाय नमः’ मंत्रा का 108 बार जप करके गले में धारण करें। सिंह लग्न इस लग्न के लिए सूर्य, मंगल और बृहस्पति शुभ ग्रह हैं, इस लग्न वालों को माणिक, मूंगा, पुखराज का बना त्रिशक्ति लाॅकेट धारण करना चाहिए। इसे धारण करने से पराक्रम में वृद्धि आजीविका, व्यापार में वृद्धि होती है। सोचे हुए कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। इस रत्न लाॅकेट को रविवार के दिन शुद्धिकरण के पश्चात ‘¬ सूर्याय नमः’ मंत्रा का 108 बार जप करके गले में धारण करें। कन्या लग्न इस लग्न वालों के लिए बुध, शुक्र और शनि शुभ फलप्रदायक ग्रह हैं। इन ग्रहों के रत्न पन्ना, हीरा, नीलम का बना संयुक्त त्रिशक्ति लाॅकेट धारण करना शुभ फलप्रदायक होता है तथा स्वास्थ्य लाभ एवं कार्यक्षेत्र में उन्नति प्राप्त होती है। इस लाॅकेट को बुधवार की सुबह ¬ बुं बुधाय नमः मंत्रा का 108 बार जप करके गले में धारण करें। तुला लग्न इस लग्न के लिए शुक्र, बुध, शनि ग्रह शुभ तथा योगकारक ग्रह हैं। इन ग्रहों के रत्न हीरा, पन्ना, नीलम का बना त्रिशक्ति लाॅकेट धारण कर सकते हैं, इसे धारण करने से आत्मबल में वृद्धि, कार्य क्षेत्र में उन्नति तथा चल-अचल सम्पत्ति की प्राप्ति होती है। इस लाॅकेट को शुक्रवार के दिन शुद्धिकरण के पश्चात ‘¬ शुं शुक्राय नमः’ मंत्रा का 108 बार जप करके गले में धारण करें। वृश्चिक लग्न इस लग्न के लिए मूंगा, पुखराज, मोती रत्न का त्रिशक्ति लाॅकेट धारण करना चाहिए। इसे धारण करने से कार्यक्षेत्र में लाभ उन्नति के अवसर प्राप्त होते हैं। रुका हुआ धन प्राप्त होता है, उत्तम भूमि वाहन की प्राप्ति होती है, पारिवारिक सुख शांति बनी रहती है। इस रत्न लाॅकेट को मंगलवार के दिन गंगाजल अथवा पंचामृत से शुद्धिकरण करने के बाद ¬ भौमाय नमः मंत्रा का 108 बार जप करके गले में धारण करें। धनु लग्न इस लग्न के लिए बृहस्पति सूर्य और मंगल ग्रह शुभ फलदायक ग्रह हैं। इन ग्रहों के रत्न पुखराज, मोती, मूंगा का त्रिशक्ति लाॅकेट धारण करना शुभ फलप्रदायक होता है। इस लाॅकेट को धारण करने से स्वास्थ्य लाभ धन की वृद्धि होती है। भाग्य अधिक साथ देता है। उत्तम विद्या बुद्धि की प्राप्ति होती है। इस लाॅकेट को बृहस्पतिवार के दिन शुद्धिकरण करके धारण करें। धारण करने से पूर्व ‘¬ बृहस्पतये नमः’ मंत्रा का 108 बार जप करके गले में धारण करें। मकर लग्न इस लग्न के लिए शनि, शुक्र एवं बुध शुभ योगकारक ग्रह है। इन ग्रहों के रत्न नीलम, पन्ना, हीरा का बना त्रिशक्ति लाॅकेट धारण करना शुभ एवं उन्नतिदायक होता है। इस लाॅकेट को धारण करने से कार्य व्यवसाय में दिनोदिन उन्नति होती है। परिवारिक सुख, सहयोग प्राप्त होता है। इस लाॅकेट को शनिवार के दिन पंचामृत, गंगाजल से शुद्धिकरण करने के बाद ‘¬ शं शनैश्चराय नमः’ मंत्रा का 108 बार जप करके धारण करें। कुंभ लग्न इस लग्न वालों के लिए नीलम, पन्ना, हीरे का त्रिशक्ति लाॅकेट धारण करना शुभप्रद होता है। इसे धारण करने से स्वास्थ्य, धन, सम्पत्ति की प्राप्ति होती है। इस लाॅकेट को शनिवार को शुद्धिकरण करके ‘¬ शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का 108 बार जप करके गले में धारण करें। मीन लग्न इस लग्न वालों के लिए पुखराज, मोती, मूंगा रत्न शुभफल प्रदायक होते हैं। इन रत्नों का संयुक्त रूप से बना त्रिशक्ति लाॅकेट धारण करने से व्यापार में लाभ नौकरी में उन्नति पारिवारिक सुख-शांति प्राप्त होती है। इस लाॅकेट को बृहस्पतिवार के दिन गंगाजल आदि से शुद्धिकरण करके एवं ‘¬ गुरवे नमः’ मंत्रा का 108 बार जप करके गले में धारण करें।



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