छोटे-छोटे उपाय हर घर में लोग जानते हैं, पर उनकी विधिवत जानकारी के अभाव में वे उनके लाभ से वंचित रह जाते हैं। इस लोकप्रिय स्तंभ में उपयोगी टोटकों की विधिवत जानकारी दी जा रही है...
विवाह में विलंब होने पर
विवाह में विलंब हो रहा हो तो चांदी की एक ठोस गोली चांदी की ही चेन में पिरोकर, शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार को प्रातः गंगा जल व कच्चे दूध से पवित्र करके, धूप दीप दिखाकर मंदिर में शिवलिंग या शिव पर्वती के चरणों से छुआकर निष्ठापूर्वक प्रार्थना कर गले में धारण कर लें। पहनने के पश्चात गरीबों को कुछ अवश्य खिलाएं।
लड़के के विवाह में विलंब हो रहा हो तो मिट्टी के कुल्हड़ में मशरूम ऊपर तक भर कर ढक्कन लगा कर किसी भी धार्मिक स्थान, मंदिर या मस्जिद में दान कर आएं। लड़का शुक्ल पक्ष के प्रथम शुक्रवार को सूर्यास्त से पूर्व विवाह शीघ्र होने की ईश्वर से प्रार्थना कर भोजन रसोईघर में बैठकर करे, रिश्ते आने लगेंगे।
उच्च शिक्षा व कैरियर के लिए
चांदी का चैकोर टुकड़ा हमेशा अपने पास रखें। बुधवार को लाल कपड़े की थैली में सौंफ भरकर तकिए के नीचे रखें साथ ही रविवार को तांबे का सिक्का सफेद या लाल धागे में गले में धारण करें। अच्छे सकारात्मक परिणाम के लिए सूर्यास्त के बाद रात्रि में दूध न लें। दिन में दूध, दही, पनीर ले सकते हैं। दही व पनीर रात्रि को भी ले सकते हैं, पर दूध नहीं।
व्यापार में समस्याओं को दूर करने के लिए
पाकेट में चांदी का छोटा सा ठोस हाथी सदा साथ रखें। याद रहे वह खोखला नहीं होना चाहिए वरना लाभ नहीं मिल पाएगा। घर की नौकरानी को यदा-कदा मिष्ठान्न, कपड़े, चावल देते रहें। उसके साथ अच्छा बर्ताव करें व उसका आशीर्वाद लें, समस्याएं दूर होने लगेंगे और व्यापार गति पकड़ने लगेगा। अमावस्या को मंदिर के बाहर बैठे भिखारियों को खीर (चावल की) बांटें, आशातीत लाभ प्राप्त होगा।
बच्चों का पढ़ाई में मन लगाने के लिए
जिन बच्चों का पढ़ाई में मन न लगता हो, परीक्षा में नंबर कम आते हों वे यह सरल उपाय करें। अपने अध्ययन कक्ष में मां सरस्वती की तस्वीर अवश्य लगाएं तथा रोज पढ़ने बैठने से पूर्व उस तस्वीर पर गुलाब की 3 अगरबत्तियां जला कर अवश्य घुमाएं व वहीं स्टैंड पर लगा दें और हाथ जोड़ कर प्रार्थना करें।
व्यवसाय में हानि होने पर
यदि किसी के व्यवसाय में हानि हो रही हो, तो शुक्ल पक्ष के बुधवार को व्यवसाय स्थल पर लाल रेशमी कपड़े पर गणेश शंख स्थापित करे। शंख में गाय का दूध व जल भर कर उसके आधे से आचमन कर और आधा अपने व्यवसाय स्थल पर छिड़के। शंख को स्थापित करने से पूर्व उसे शुद्ध कर उसका रोली कुमकुम से तिलक करे। फिर लड्डू का भोग चढ़ाए। श्रद्धापूर्वक यह उपाय करने पर बंद उद्योग भी शीघ्र चालू हो जाते हैं और जो घाटे में चल रहे होते हैं, वे लाभ देने लगते हैं। बंद पड़े कारखानों को फिर से चालू करने के लिए यह टोटका सर्वोत्तम है। गणेश शंख को जिस ओर से भी देखें, उसमें गणपति के दर्शन होने की अनुभूति होती है। यह शंख जहां स्थापित हो उस स्थान पर कोई संकट नहीं आता। शत्रु भी मित्र बन जाता है।
बीमार व्यक्ति को ठीक करने लिए
यदि घर में कोई बहुत बीमार हो, तो मोती शंख में जल भर कर पूजा घर में रखें और दवाई का सेवन मोती शंख के जल से करवाएं। बीमार के स्वास्थ्य में सुधार आने लगेगा और वह शीघ्र ही पूरी तरह ठीक हो जाएगा। मोती शंख दुर्लभ व अत्यंत खुबसूरत शंखों में से एक है।
भयानक सपनों से मुक्ति के लिए
यदि रात्रि में भयानक सपने आते हों, या किसी भी प्रकार का डर लगता हो तो सिरहाने में पीपल की जड़ व उसकी टहनी का छोटा सा टुकड़ा ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय जप करते हुए रख कर सोएं। बुरे सपनों का आना बंद हो जाएगा और डर भी दूर हो जाएगा। ध्यान रखें, जड़ व टहनी सूर्यास्त से पूर्व लानी है। सिरहाने रखने के पहले उसे गंगा जल से शुद्ध करके धूप दीप अवश्य दिखाएं। यह उपाय शुक्ल पक्ष के सोमवार या पूर्णिमा से शुरू करें। श्रद्धा व निष्ठा का होना जरूरी है।