संतान प्राप्ति के उत्तम उपाय:
- परिजात का एक कोमल पत्ता व श्वेत पुष्पी कटकारी का मूल लेकर बकरी के दूध में पीसकर माहवारी के बाद स्त्री को लगातार सात दिन तक खिलायें।
- दक्षिणावर्ती शंख में रात्रि के समय जल भरकर रखें, सुबह उठकर सर्वप्रथम वही जल ग्रहण करें।
- एक अभिमंत्रित पीली कौड़ी कमर में बांधकर रखें शीघ्र संतान प्राप्त होगी।
- बृहस्पतिवार को गेहूं के आटे की गोलियां बनाकर उसमें चने की दाल और थोड़ी हल्दी मिलाकर गाय को खिलायें।
- 43 शुक्रवार आटे की लोई में पनीर मिलाकर गाय को खिलायें या शुक्रवार से आरंभ कर 43 दिनों तक यह प्रयोग लगातार करें संतान प्राप्ति की बाधा समाप्त होगी।
- चांदी की बांसुरी राधा कृष्ण के मंदिर में उनके चरणों में समर्पित करें।
- संतान गोपाल यंत्र की स्थापना करें व सवा लाख संतान गोपाल मंत्र का जाप करें। इस प्रयोग के साथ दस मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
- पति-पत्नी वर्ष में एक बार वैष्णो देवी जाकर भवन परिसर में निम्न मंत्र की एक माला का जाप अवश्य करें।
‘‘ऊँ ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे नमः।’’
- गुड़हल का एक फूल रोज खाली पेट 90 दिन तक खायें।
- हरिवंश पुराण पति-पत्नी पढ़ंे। एक पढें दूसरा सुनें।
- श्यामा तुलसी के बीज 200 ग्राम पानी में उबाल कर उसका जल ग्रहण करें। उसमें धागे वाली मिश्री उबालकर ठंडा करके माहवारी के दिनों में लगातार ग्रहण करें।
स्वास्थ्य के उत्तम उपाय:
- कोई भी रोग हो शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार को दवाइयां शिवलिंग पर रखकर एक माला जाप ‘‘ऊँ जूं सः’’ मंत्र या महामृत्युंजय का पूरे मंत्र की रुद्राक्ष माला से जाप करें। उसके बाद दवाइयों का सेवन आरंभ करें। स्वास्थ्य जल्दी से सुधरने लगेगा।
- अपने वजन के बराबर सात अनाज पिसवाएं उस पर गुड़ की एक डली रख दें। यह अनाज गौशाला में जाकर रोगी स्वयं गायों को खिलायें। रोगी ठीक होने लगेगा। रोग ज्यादा तीव्र हो तो हर माह ऐसा करें।
- मोती शंख में जल भर कर रखें। इसको अपने घर के मंदिर में रखें और दवाइयां मोती शंख में भरे जल से ही लें। रोगी जल्दी-जल्दी ठीक होगा।
- अमोघ शिव कवच लगातार पढ़ें। रोगी स्वयं पढ़े तो अति उत्तम। स्वास्थ्य जल्दी-जल्दी सुधरने लगेगा।
- मंगलवार को गरीबों में गुड़ बांटें। हनुमान जी को लाल गुलाब की माला अर्पित करें।
- संध्या के समय ‘‘ऊँ क्लीं कृष्णाय नमः’’ का रोज 1-3-5 माला जाप करें।
- रोगी के कमरे में एक कटोरी में केसर घोल कर रखें सात दिन बाद पानी बदल दें। पुराना जल पौधों में डाल दें।
आजीविका प्राप्ति के अनुभूत उपाय:
- विष्णु भगवान के मंदिर में 40 दिन तक रोज लगातार तीन केले चढ़ायें, नौकरी लग जायेगी।
- त्रयोदशी के दिन बिल्वपत्र के वृक्ष पर शुद्ध देसी घी का दीपक जलायें।
- शिव भगवान से प्रार्थना करें। रुद्राक्ष माला से ‘ऊँ नमः शिवाय’ का जाप करें।
- शुक्ल पक्ष के प्रथम रविवार से सूर्योदय के समय सिर गीला करके पूर्ण स्नान करें। तुलसी की शुद्ध माला से 11 माला रोज गायत्री मंत्र का जाप करें। 40 दिन लगातार करें। 40 दिन बाद नौकरी मिलेगी। व्यापार में वृद्धि होगी धन प्राप्ति के मार्ग प्रशस्त होंगे।
- आटे में दूध मिलाकर गूंथें। थोड़ा पानी मिला सकते हैं। आटे की 108 छोटी -छोटी गोलियां बनायें। गोलियां किसी तालाब व नदी किनारे ले जायें। एक-एक गोली उठाते जायें सीता राम - सीता राम बोलते जायें और मछलियों को खिलाते जायें। यह प्रयोग (27 दिन तक) सत्ताइस दिन तक लगातार करते जायें। नौकरी अवश्य लग जायेगी।
वैवाहिक जीवन में मधुरता के उत्तम उपाय
- 3-5-7 शुक्रवार 125 ग्राम कपूर बहते जल में प्रवाह करें।
- रात्रि में सोने जाने से पूर्व अपने शयन कक्ष में कपूर अवश्य जलायें।
- शुक्ल पक्ष के बृहस्पतिवार को कांसे की कटोरी में ही भरकर पति-पत्नी अपना चेहरा उसमें देखकर कटोरी सहित मंदिर में दान कर दें।
- पति-पत्नी अपनी एक साथ खींची हुई तस्वीर शयन कक्ष के नैर्ऋत्य कोण की दीवार पर लगायें।
- एक कांच की शीशी में शहद भरकर शयन कक्ष के बिस्तर के नीचे रख दें जहां पति-पत्नी सोते हों।
- पति-पत्नी दोनों गौरी शंकर रुद्राक्ष किसी भी सोमवार को शिवलिंग पर रखकर ‘‘ऊँ नमः शिवाय’’ का जाप करके लाल धागे में धारण करें।
- पारद शिवलिंग पर काले तिल व देसी घी का अभिषेक करें। घर पर अपने मंदिर में पारद शिवलिंग स्थापित करके रोज सुबह काले तिल व शुद्ध देसी घी से अभिषेक करते जायें पुरुष ‘‘ऊँ नमः शिवाय’’ व स्त्रियां ‘‘नमः शिवाय’’ का जाप कम से कम पंद्रह मिनट करें। 77 दिन लगातार करें। आपको उत्तम परिणाम प्राप्त होंगे।
- रात्रि में रसोई घर के सभी काम करने के बाद गैस को दूध से बुझायें। घर में शांति बनी रहेगी।
- सोमवार से आरंभ करके शिव मंदिर में 40 दिन लगातार 400 ग्राम चीनी दान करें।
- गूलर के पेड़ पर तीन मंगलवार सिंदूर चढ़ायें।
- बृहस्पतिवार को केले के पौधे पर तिल के तेल का दीपक जलायें।
सास की मधुरता के लिये
- प्रत्येक बृहस्पतिवार को संध्या के समय शुद्ध घी में बना देसी घी का हलवा बांटें।
- शुक्रवार को एक नया ताला खरीदें। ताले को खोलें नहीं। बंद ताला रात्रि के समय अपनी सास के सोने वाले कमरे में बेड के आस-पास कहीं भी चुपचाप रख दें।
- मंगलवार को हनुमान जी का सिंदूर मंदिर से ले आयें। उस सिंदूर से प्लेन सफेद कागज पर सास का नाम लिखें और उसको जलाकर पानी में बहा दें। यह कार्य रात्रि में करें और कम से कम 90 दिन तक लगातार करें। संबंध मधुर हो जाएंगे।