दीपावली की रात्रि को आधी रात के बाद जो मुहूर्त का समय होता है उसे महानिशा कहते हैं। इस समय पूजा करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। दीपावली के दिन सूर्य और चंद्रमा तुला राशि में होते हैं। तुला राशि का स्वामी शुक्र है जो सुख-सौभाग्य का कारक ग्रह है। इसलिये इस समय लक्ष्मी पूजन से धन-धान्य की वृद्धि होती है। अन्य समस्याओं का समाधान भी इस मुहूर्त में किया जा सकता है।
लक्ष्मी को खुश करने के उपाय
- दीपावली के दिन किन्नर इनाम लेने के लिये आते हैं उनको इनाम जरूर दें। एक सिक्का उनसे लेकर अपने कैश बाॅक्स में रख लें धन में वृद्धि वर्ष भर होती रहेगी।
- नरक चतुर्दशी को संध्या समय घर के पश्चिमी दिशा में खुले स्थान पर या छत के पश्चिम में 14 दीपक पूर्वजों के नाम से जलाएं। उनके आशीर्वाद से समृद्धि होगी।
- दीपावली के दिन एक नई झाड़ू खरीद लायें। पूजा से पहले उससे थोड़ी सी सफाई करें। फिर उसे एक तरफ रख दें। अगले दिन से उसका प्रयोग करें। दरिद्रता भागेगी और लक्ष्मी का आगमन होगा।
- लक्ष्मी जी को घर की बनी हुई खीर का भोग लगायें। बाजार की मिठाई में लक्ष्मी जी का वास होता है।
- पूजा में एक लाल और एक सफेद हकीक मां के चरणांे में रखें। दोनों के योग से चंद्र-मंगल लक्ष्मी योग बनता है। पूजा के बाद इसे तिजोरी में रखें। धन की कमी वर्ष भर नहीं रहेगी।
- लक्ष्मी पूजन करते समय 11 पीली कौड़ियां गंगाजल से धोकर हल्दी कुमकुम लगाकर लक्ष्मी जी को चढ़ायें। अगले दिन लाल कपड़े से बांध कर तिजोरी मं रखें आय में वृद्धि होगी।
- दीपावली के दिन प्रातःकाल तुलसी के पत्तों की माला महालक्ष्मी के चरणों में अर्पित करें वर्ष भर धन लाभ रहेगा।
- दीपावली की रात पूजा के बाद घर के प्रत्येक कमरे में शंख बजायें इससे सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। दीपावली के दिन किसी गरीब सुहागिन स्त्री को सुहाग की सामग्री दान में दें।
- पूजा के स्थल पर आम के पत्तों का बंदनवार लगायें। बरगद के 5 तथा अशोक वृक्ष के 3 पत्ते लायें। बरगद के पत्तों पर हल्दी मिश्रित दही से स्वास्तिक चिह्न बनायें तथा अशोक के पत्तों पर श्री लिखें। पूजा में इन पत्तों को रखें। पूजा के बाद धन रखने के स्थान पर रखें।
- पीपल के 6 पत्तों पर पनीर, दूध से बनी कोई मिठाई दीपावली की रात पीपल के नीचे रख दें कार्य सफल होगा।
- लक्ष्मी विष्णुप्रिया हैं। दीपावली पूजन के समय गणेश-लक्ष्मी के साथ विष्णुजी की स्थापना जरूरी है। लक्ष्मी जी की दाहिनी ओर विष्णु जी तथा बाईं ओर गणेश जी को रखना चाहिए।
- धनतेरस के दिन हल्दी और चावल पीस कर उसके घोल से मुख्य द्वार पर ओम बनाने से धन आता है।
- ऋद्धि-सिद्धि के स्वामी गणेश और लक्ष्मी जी का संयुक्त यंत्र महायंत्र कहलाता है। इस दिन इस यंत्र की स्थापना करनी चाहिये धन की कमी नहीं रहती।
- दीपावली पर श्री यंत्र, कनकधारा यंत्र और कुबेर यंत्र की स्थापना से लक्ष्मी का वास होता है।
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- दीपावली की सुबह गन्ने की जड़ को लाकर रात्रि को लक्ष्मी पूजन के साथ इसकी पूजा करने से लक्ष्मी का वास होता है।
- नरक चतुर्दशी को हाथी को गन्ना खिलाने से लक्ष्मी आती है।
- यदि आपके जीवन में कोई आर्थिक संकट की स्थिति चल रही हो तो दीपावली के दिन एक मिट्टी के बर्तन में शहद भर लें तथा उसे ढंककर किसी सुनसान स्थान में गाड़कर आ जायें, आपका संकट टल जायेगा।
- दीपावली के दिन पति-पत्नी सुबह विष्णु मंदिर में एक साथ जाएं और वहां लक्ष्मी को वस्त्र चढ़ाएं, धन की कमी वर्ष भर नहीं रहेगी।
- दीपावली के दिन अशोक के वृक्ष की जड़ का पूजन करने से धन-संपत्ति में वृद्धि होती है।
- दीपावली वाले दिन काली हल्दी को सिंदूर और धूप से पूजा के बाद से चांदी के दो सिक्के के साथ लाल कपड़े में लपेट कर धन के स्थान पर रखें तो आर्थिक समस्याएं नहीं रहेंगी।
- दीपावली के पूर्व मंगलवार के दिन लाल चंदन, Aलाल गुलाब के फूल और रोली आदि को लाल कपड़े में बांधकर दीपावली के पूजन के बाद तिजोरी में रखें।
- दीपावली के दिन काली मिर्च ‘क्लीं बीज मंत्र के जाप के साथ अपने तथा परिवार के सदस्यों के सिर पर घूमाकर दक्षिण दिशा में घर से बाहर फेंक दें। धन की वृद्धि होगी।
- भाई दूज के दिन एक मुट्ठी अखंडित बासमती चावल को बहते जल में महालक्ष्मी को याद करते हुये बहायें, धन की वृद्धि वर्ष भर रहेगी।
- रोज कार्यस्थल पर जाने से पहले निम्नलिखित मंत्र की एक माला जप करें ‘‘ ऊँ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं क्रीं क्लीं श्रीं महालक्ष्मी मम गृह धनं पूरयपूरय चिन्तायै दूरय दूरय स्वाहा।’’ इससे व्यापार में लाभ होगा।
- आंवले में गोबर में शंख में कमल में और सफेद वस्त्रों में लक्ष्मी का वास रहता है। इनका प्रयोग करें। आंवला सदा घर में या गल्ले में रखें।
- दीपावली के दिन अपनी दुकान के गल्ले के नीचे काली गुंजा के दाने डालकर निम्न मंत्र का 5 माला का जाप करें और रोज महालक्ष्मी के सामने दीपक जलायें। व्यवसाय में हानि नहीं होगी। ‘‘ऊँ ऐं ह्रीं विजय वर दाय देवी मम’’।
- चैतीसा यंत्र सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसे दीपावली की रात या रवि पुष्य नक्षत्र के दिन केसर से अनार की कलम से भोजपत्र पर लिखंे। यंत्र लिखते समय लक्ष्मी जी के किसी मंत्र का जाप करते रहें फिर उस यंत्र को घर या दुकान में रखें। लक्ष्मी जी का वास रहेगा।
- दुकान के गल्ले में कमल के बीज के साथ श्री यंत्र रखें। रोज धूप दिखायें। लक्ष्मी का वास रहेगा।
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- कमल के बीज के 108 दाने घी में डुबोकर एक-एक कर के अग्नि में लक्ष्मी मंत्र का जाप करते हुये समर्पित करके आहुति दें। घर की दरिद्रता दूर हो जायेगी।
- नौकरी की इच्छा रखने वाले जातक को दीपावली की शाम चने की दाल लक्ष्मी जी पर छिड़क देनी चाहिए। दाल को महालक्ष्मी के पूजन के बाद एकत्रित कर पीपल में विसर्जित कर दें।
- दीपावली के दिन लाल चमकीले रेशमी कपड़े में हत्था जोड़ी बांध कर अपनी तिजोरी में रखें।
- एकाक्षी नारियल को दीपावली की रात्रि में लक्ष्मी पूजा के साथ पूजा करें तथा अगले दिन उसे उठाकर तिजोरी या धन रखने के स्थान पर रखें, धन की कमी नहीं रहेगी।
- पूजन के समय मूर्तियों को स्थापित करते समय लक्ष्मी जी को सदैव गणेश जी के दाहिनी ओर ही रखें।
- दीपावली के दिन सवा पांच रत्ती का आॅनिक्स चंादी में जड़वाकर बजरंग बाण का पाठ करके कनिष्ठिका अंगुली में धारण करने से मुकदमे में जीत होती है।
- यदि दीपावली की रात को गोमती चक्र को लकड़ी की डिब्बी में पीले सिंदूर के साथ रख दिया जाय तो व्यक्ति को जीवन में सफलता मिलती है।
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