कुछ उपयोगी टोटके संत फतह सिंह कारोबार में उन्नति के लिए यदि परिश्रम के बावजूद कारोबार में उन्नति नहीं हो रही हो तो शुभ चंद्र के दिन गुरु पुष्य योग में प्रातः काल हरे रंग के कपड़े की एक छोटी थैली तैयार करें। श्री गणेश जी के चित्र के समक्ष संकट नाशक गणेश स्तोत्र का पाठ कर इस थैली में 7 मूंग, 10 ग्राम साबुत धनियां, एक पंचमुखी रुद्राक्ष, चांदी का 1 रुपये का एक सिक्का, 2 सुपारियां और हल्दी की 2 गांठें रखकर गणेश जी को शुद्ध घी के मोदक का भोग लगाएं। फिर यह थैली तिजोरी या कैश बाॅक्स में रख दें। यह उपाय निष्ठापूर्वक करें, लाभ होगा। शीघ्र विवाह हेतु यदि कन्या के विवाह में विलंब हो रहा हो, तो उसे गुरुवार को पीले और शुक्रवार को सफेद वस्त्र पहनाएं। वस्त्र नए होने चाहिए। यह प्रयोग चार सप्ताह तक करें, अच्छे प्रस्ताव आने लगेंगे और विवाह शीघ्र होगा। जिस समय कन्या के परिजन वर-पक्ष से विवाह वार्तालाप के लिए जा रहे हों, उस समय कन्या अपने बालों को खोले रखे तथा उनके लौट कर आने तक न जूड़ा बनाए न चोटी। कन्या को चाहिए कि अपने परिजनों को विवाह वार्ता के लिए प्रस्थान करते समय प्रसन्नतापूर्वक मिष्टान्न खिलाकर विदा करे। शीघ्र विवाह के लिए कन्याओं को 16 सोमवार का व्रत तथा प्रत्येक सोमवार को शिव मंदिर में जाकर जलाभिषेक करना चाहिए और शिव जी से शीघ्र विवाह की प्रार्थना करनी चाहिए। मनोनुकूल वर की प्राप्ति हेतु कन्या को शिव गौरी की पूजा कर ‘¬ नमः मनोभिलषितं वरं देहि ”ीं ¬ गौरा पार्वती देव्यै नमः’ मंत्र का एक माला जप करना चाहिए। विवाह के इच्छुक लड़के या लड़कियां शुक्रवार को भगवान शंकर का जलाभिषेक करें तथा शिवलिंग पर ¬ नमः शिवाय बोलते हुए 108 पुष्प चढ़ाएं। ऐसा 7 शुक्रवार करें, विवाह शीघ्र होगा। गुरुवार को लक्ष्मीनारायण मंदिर में कलगी और वेसन के 5 लड्डू चढ़ाएं और भगवान से शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें। वर या कन्याएं पीपल को 43 दिन तक लगातार जल चढ़ाएं, शादी में आने वाली बाधाएं दूर होंगी। यह क्रिया रविवार को नहीं करें। कन्याएं रजोधर्म के समय जल न चढ़ाएं। यदि कोई लड़का अथवा लड़की अपने प्रेमी के लिए दीवानी हो और उसे उस दीवानापन से मुक्त कराना हो तो लोहे के एक टुकड़े को तीन बार आग में गर्म करके तीन बार पानी से बुझाएं और बुझाते समय हर बार यह कहते जाएं कि जिस प्रकार यह गर्म लोहा पानी में शीतल होता है इसके मन को भी शीतल कर दें। हर बार पानी लड़के या लड़की के वक्षस्थल पर भी छिड़कें। यह क्रिया 3 दिन तक करें, जातक और जातका अपने-अपने प्रेमी को भूल जाएंगे।