कुछ उपयोगी टोटके डाॅ. उर्वशी बंधु व्यवसाय में लाभ के लिए यदि व्यवसाय में निरंतर घाटा हो रहा हो, तो शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार या पूर्णिमा को एक जटायुक्त नारियल लाल सूती वस्त्र में लपेट कर उसे मौली से बांध दें। ईश्वर से व्यवसाय में प्रगति की प्रार्थना करें और वस्त्र में बंधा नारियल अपने व्यावसायिक स्थल के किसी कोने में रखें और 43 दिन तक उसी स्थान पर रखा रहने दें। 43 दिन के बाद उसे् किसी पवित्र नदी या सरोवर में प्रवाहित कर दें। व्यवसाय दिन दूनी रात चैगुनी प्रगति होने लगेगी। श्रद्धा के साथ करें, अन्यथा फल की प्राप्ति नहीं होगी। व्यवसाय में हो रही हानि से मुक्ति के लिए शुभ मुहूर्त में बरगद की जड़ लाकर सफेद किंतु लाल चंदन से रंगे रेशमी धागे में बांध कर मुख्य द्वार पर लटका दें। टोटका निष्ठापूर्वक करें, लाभ धीरे-धीरे होने लगेगा। व्यापार के विकास और भाग्य जगाने के लिए शुभ मुहूर्त में अष्टधातु की अंगूठी या लाॅकेट में लाजवर्त धारण करें। यह एक बहुत प्रभावशाली उपाय है, सोया भाग्य जगा देता है। संतान प्राप्ति के लिए संतान गोपाल यंत्र को सिद्ध मुहूर्Ÿा में घर में पूजा स्थल पर स्थापित करें। यंत्र की प्रतिदिन सेवा और ‘‘¬ नमो भगवते वासुदेवाय‘‘ का तुलसी की माला से पांच माला जप करें। साझा व्यापार में परेशानी से मुक्ति के लिए यदि साझीदारी में परेशानी हो रही हो, तो अपने व्यवसाय स्थल के पूजा स्थल पर 43 दिन तक सफेद सुगंधित फूल चढ़ाएं। परेशानी दूर हो जाएगी। सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए शुक्रवार को जीवन साथी को सुगंधित फूल भेंट करें। इससे आपस में प्रेम बढ़ता है और कटुता समाप्त होती है। धन वृद्धि के लिए तिजोरी या धनवाली अलमारी को दक्षिण की दीवार से 3 इंच दूर रखकर उसमें धनदा यंत्र और लक्ष्मी गणेश की छोटी रजत मूर्ति या यंत्र रखें धन और ऐश्वर्य की वृद्धि होगी। यंत्र को प्रतिदिन प्रणाम करें। इंटरव्यू में सफलता के लिए यह प्रयोग अत्यंत प्रभावशाली है। विशुद्ध स्फटिक माला लें। एक लकड़ी के पट्टे पर पीला वस्त्र बिछा लें। मुख पूर्व की ओर होना चाहिए। पट्टे पर पीला वस्त्र बिछा कर, उस पर स्फटिक माला को आदर से रखें। माला को केसर का तिलक लगाएं, धूप, दीप दिखाएं। प्रतिदिन 108 बार मंत्र का जाप 9 दिवस तक करें। नौवें दिन, जाप के बाद, पवित्र पूजित स्फटिक माला अपने गले में धारण कर लें। माला पहन कर आराम से इंटरव्यू देने जाएं। जब माला न पहनी हुई हो, चांदी की डिबिया में घर के मंदिर में रखें। मंत्र इस प्रकार हैः ‘‘¬ ह्रीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि करि-करि स्वाहा।’’ जो भी कार्य (इंटरव्यू) हो, उसकी सफलता के लिए, उसे मन में मम कार्य के स्थान पर जाप करते हुए कहें। दीर्घायु और निरोगी रहने के लिए दर्जी से नये सिले हुए कपड़े ला कर तुरंत कभी नहीं पहनने चाहिए। ये कपड़े शुक्ल द्वितीया से पहनें, तो मनुष्य दीर्घायु और निरोगी होता है। द्वितीया को मंगलवार, या शुक्रवार हो, तो वह महिलाओं के लिए नयी साड़ी, या कपड़ा पहनने के लिए अत्यंत शुभ मुहूर्त होता है। इस मुहूर्त में नये कपड़े पहनने से पति का सुख और उत्तम सौभाग्य प्राप्त होते हंै। नये वस्त्र पहन कर घर के परिवारजनों में शक्कर बांटें।