वैज्ञानिकों के अनुसार जब हमारे शरीर के रोमछिद्र बंद पड़ जाते हंै तो हमारा शरीर बाहर के वातावरण से संपर्क तोड़ देता है जिसके फलस्वरुप हमारा शरीर कोई क्रिया नहीं कर पाता है। ऐसी स्थिति में शरीर को न तो हवा का आभास होता है न गर्मी का और न ही सर्दी का। रोमछिद्रों के बंद होने से शरीर का भीतरी तापमान भीतर ही समाहित होने लगता है जिससे बाहरी वातावरण का शरीर पर कोई असर नहीं पड़ता। इस तरह शरीर में पंच तत्वों का संतुलन भी बिगड़ने लगता है।
आयरन की मात्रा में अचानक वृद्धि हो जाती है। आयरन की ये बढ़ी हुई मात्रा इन रोम छिद्रों में से ही बाहर निकलती है किन्तु इनके बंद हो जाने की वजह से ये आँखों से निकलने की कोशिश करते हैं जिसके कारण आँखों के नीचे वाली पलक फुल जाती है। इन रोम कूपों को खोलने के लिए ही कुछ विधियों को अपनाया जाता है। आपने देखा होगा कि नजर उतारने के लिए अजीब-अजीब तरीकों को अपनाया जाता है किन्तु विज्ञान का मानना है कि संसार की हर चीज में एक गजब की आकर्षण शक्ति होती है इसलिए पीड़ित व्यक्ति के आसपास ऐसा वातावरण बनाया जाता है कि उसके रोम कूप तुरंत खुल जाएँ।
ऐसा वातावरण बनाने के लिए अधिकतर लोग सरसों के तेल, लाल मिर्च, कपूर, मोर पंख, बूंदी के लड्डू, फिटकरी, नींबू इत्यादि का प्रयोग करते हैं। नजर लगना आपने भी कभी न कभी नजर लगने के बारे में अवश्य सुना होगा क्योंकि नजर लगना एक आम बात है और हर घर में नजर उतारने के कई उपाय अपनाए जाते हंै। किन्तु बदलते परिवेश में लोग इन नजर लगने जैसी चीजों को एक अंधविश्वास के रूप में देखते हैं और हर चीज का वैज्ञानिक तर्क खोजने की कोशिश करते हैं।
आज हम आपको नजर लगने के पीछे के वैज्ञानिक तर्क/ तथ्य बताएँगे। किन्तु पहले जान लेते हैं कि नजर किसे लगती है। किसको और कैसे लगती है नजर नजर किसी को किसी भी तरह से लग सकती है, कुछ लोगों को तो खुद की ही नजर लग सकती है, यहां तक कि देवी- देवता भी नजर लगने से नहीं बच पाते। शास्त्रों में लिखा है कि जब शिव पार्वती का विवाह हो रहा था तब सुनयना ने शिवजी की नजर उतारी थी।
खुद को नजर तब लगती है जब हम अपनी ही तारीफ करते रहते हैं या अपने ही बारे में विचार करते रहते हैं जैसे कि कुछ लोग शीशे के सामने खड़े होकर खुद को निहारते रहते हैं। ऐसे लोगों को खुद की नजर अधिक लगती है जबकि आपसे प्रेम करने वाले या आपसे नफरत या ईष्र्या करने वाले लोगों की भी आपको नजर लग जाती है। बच्चे जो दिखने में बड़े ही प्यारे होते हंै उन्हें राह चलते किसी भी व्यक्ति की नजर लगना स्वाभाविक होता है।
नजर लगने की पहचान वैसे तो इसकी कोई खास पहचान नहीं है किन्तु माना जाता है कि नजर लगने पर आँखों की निचली पलक सूज जाती है और शरीर में थकान बन जाती है, पीड़ित व्यक्ति का न उठने का मन करता है और न ही बोलने का। नजर उतारने के असरदार उपाय अगर बच्चे दूध पीना छोड़ दें तो ः कभी-कभी बच्चे दूध पीना छोड़ देते हैं जिसे नजर लगने का ही प्रभाव माना जाता है।
ऐसी स्थिति में आप रोटी या दूध लें और उसे बच्चे के ऊपर से 8 बार घड़ी की दिशा में घूमाएं और उसे गाय या कुत्ते को दें, तुरन्त आराम मिलेगा। खांसी से बुरा हाल: कुछ मामलों में नजर लगने से खांसी हो जाती है, ऐसे में आप पीली सरसों, मिर्च, नमक, राई के दाने, पुरानी झाड़ू लें और उसे नजर प्रभावित व्यक्ति के सिर से 8 बार घूमाकर जला दें। ऐसा माना जाता है कि अगर व्यक्ति को नजर लगी होती है तो मिर्च के जलने से धांस नहीं आती। लकड़ी का फर्नीचर: पश्चिम देशों में नजर उतारने का बड़ा आसान तरीका है।
वे नजर लगने का संदेह होने पर “ ज्वनबी ॅववक ” कहते हैं और लकड़ी के फर्नीचर को छू लेते हैं। बस इस तरह उनकी नजर उतर जाती है। पवित्र पानी: कुछ जगह लोग गिरजाघर जाते हैं और वहाँ पवित्र पानी का सेवन करते हैं जिनसे उनकी नजर तुरंत उतर जाती है। चाकू: कुछ लोग चाकू से जमीन पर एक आकृति बना लेते हंै, फिर उस चाकू को प्रभावित व्यक्ति के सिर से 8 बार उतारा जाता है और हर बार आकृति को काटा जाता है, इस तरह उसकी नजर उतारने का प्रयास किया जाता है।
गौ मूत्र: आप व्यक्ति को थोड़ा-थोड़ा करके गौ मूत्र भी पिला सकते हैं। साथ ही आप उसके आसपास भी मूत्र छिड़क दें और अगर व्यक्ति स्नान करना चाहता है तो उसके नहाने के पानी में भी गौ मूत्र की कुछ बूंदें डाल दें। यह भी नजर उतारने का एक अचूक उपाय है। पुराने कपडे़: नजर लगने पर आप पुराने कपडे़ लें और उसमें 7 बार चिन्दियाँ लेकर सिर से 7 बार घूमाएं। तत्पश्चात उसे आग में जला देने से नजर उतरती है।
राई: सबसे पहले थोड़ी राई, 7 लाल सूखी मिर्च और थोड़ा आटा लें, फिर उन्हें नजर लगे व्यक्ति के ऊपर से 7 बार घूमाएं और जलने के लिए आग में डालें। अगर नजर दोष हुआ तो मिर्च के जलने की गंध नहीं आएगी। तेल की बत्ती: थोड़ी सी रुई लें और उसकी बत्ती बना लें, इसके बाद आप उस रुई को तेल में डुबोयें और 7 बार उस व्यक्ति के ऊपर से उतारें जिसको नजर लगी हुई है, अब उस बत्ती को किसी चीज के सहारे लटकाएं और जला दें। ऐसा माना जाता है कि अगर व्यक्ति को नजर लगी होगी तो बत्ती भभक-भभक कर जलने लगती है और जैसे-जैसे उसकी आग शांत होती है वैसे-वैसे व्यक्ति की नजर भी उतर जाती है।
फिटकरी: आप एक छोटी सी फिटकरी लें और उसे प्रभावित व्यक्ति के ऊपर से 7 बार उतारें, फिर आप उसे आग में डाल दें। लोगों का मानना है कि ऐसा करने से नजर लगाने वाले की आकृति फिटकरी पर आ जाती है और जैसे-जैसे फिटकरी जलने लगती है वैसे-वैसे नजर भी उतरती रहती है। अन्य टोटके बच्चों को नजर लग जाती है, यह अकाट्य सत्य है। नजर लगने पर प्रभावित बच्चे के ऊपर से नमक, मिर्च उतार कर जलाए जाते हैं। लहसुन की कली, जायफल, नीलकंठ के पंख आदि का नजरबट्टू डालना अथवा उसके माथे पर काजल का टीका लगाकर नजर के कुप्रभाव से रक्षा करना सर्वविदित है। काला धागा पहनना तो अधिकांशतः प्रचलित है। छोटे बच्चों के दांत निकलने में कभी-कभी अत्यधिक पीड़ाजनित उपस्थिति उत्पन्न हो जाती है।
इसके निदान के लिए बच्चे के गले में रोहु मछली के पांच दांत धागे में बांधकर लटकवा दीजिए, चमत्कारी रूप से आपको लाभ दिखाई देगा। कभी-कभी नवजात शिशु नींद में डर कर चैंक जाते हैं जैसे किसी भयानक दृश्य से सहम गए हों। ऐसे बच्चों के गले में लहसुन की चार-पांच कलियां धागे में बांधकर डाल दीजिए। सूखने पर इन्हें नए से बदल दिया करें, बच्चा नींद में डरेगा नहीं। जन्म लेने वाली प्रथम संतान यदि लड़का है तो उसकी ‘नाल उसके छठी के कपड़े में बांधकर अपने पास सुरक्षित रख लें। किसी भी शुभ कार्य में अथवा अपने इष्ट कार्य की सिद्धि के लिए घर से निकलते समय इसको भी अपने साथ श्रद्धा भाव से ले जाया करें। आपका वांछित कार्य अवश्य ही पूर्ण होगा।
मोटे गत्ते अथवा टीन को एक स्वास्तिक के आकार का काट लें। आटे की लेई से उस पर नागकेसर चिपका लें। यदि आप अपने कार्य स्थल पर मिर्च तथा नींबू टांगते हैं तो अब से इस स्वस्तिक के ऊपर धागे से पिरो कर टांगा करें। मिर्चों की संख्या सात रखा करें।
वशीकरण
- जिन स्त्रियों के पति बात-बेबात में झगड़ते हों, या फिर, कुसंगति के कारण किसी गलत स्त्री, या व्यक्ति के चंगुल में फंस गये हांे, तो इस उपाय को करें। वीरवार, या शुक्रवार की रात 12 बजे पति की चोटी के स्थान से कुछ बाल चुपचाप काट लें।
उन्हें अपने पास रख लें। पति की बुद्धि सुधर जाएगी और वह वष में हो जाएंगे। इन बालों को जला कर बाहर फेंक दें तथा पैरों से रगड़ दें। इस प्रकार करने से सब ठीक हो जाएगा। इस प्रयोग को सबको वष में करने के लिए उपयोग कर सकते हैं। अगर यह क्रिया स्त्री मासिक धर्म के समय करें, तो अधिक लाभ देगा।
- वीरवार को प्याज का रस निकाल कर रोटी पर अगर लिख दें कि मेरे वष में हो जाओ, या मेरे हो जाओ और उस रोटी को वष में करने वाले को खिला दिया जाएगा, वह वष में हो जाएगा। अगर स्त्री की माहवारी के समय इस प्रयोग को किया जाए, तो सोने पर सुहागा वाली बात होगी।
- अगर स्त्री अपनी माहवारी के रक्त का टीका पति को लगा दे, तो वह वष में रहता है। इस खून का उपयोग सभी को वष में करने के लिए भी किया जा सकता है। - शनिवार की रात को 7 लौंग लें। उसपर 21 बार, जिस व्यक्ति को वष में करना है, उसका नाम ले कर फंूक मारें। फिर रविवार को लौंग को आग पर भस्म कर लंे। यह उपाय 7 रविवार करें। इस क्रिया को मासिक धर्म के मध्य में न करें, अन्यथा हानि हो सकती है ।
- अगर अपनी जीभ की मैल को लौंग पर लगा कर, पान में डाल कर, किसी को खिलाया जाए, तो वह वष में हो जाएगा ।
- अगर पति किसी गलत संगत में हो, या किसी दूसरी औरत के चक्कर में हो, तो रविवार के दिन घर में गूगल की धूनी दें। गूगल को जलाने से पहले उस स्त्री या व्यक्ति का नाम ले कर गूगल जलाएं, जिसके कारण व्यक्ति गलत संगत में है। इसके बाद वह उस स्त्री या व्यक्ति का साथ छोड़ देगा।