प्रथम स्थान: उड़द और बाजरे के आटे की रोटी बना कर कुत्ते एवं कौओं को खिलाएं।
दूसरा स्थान: घर से बाहर निकलते समय दूध, या दही से माथे पर तिलक करें।
तीसरा स्थान: घर के अगले हिस्से में रोशनदान बनवाएं या पिछले हिस्से में शीशे का बल्ब हमेशा जला कर रखें।
चैथा स्थान: कच्चे दूध को कुएं में डालें।
पंचम स्थान: घर से बाहर निकलते वक्त केसर का तिलक करें।
षष्ठ स्थान: चमड़े की वस्तु किसी भी हालत में न खरीदें और न पहनें।
सातवां स्थान: मिट्टी के बरतन में शहद भर के चींटियों के बिल के पास रखें।
आठवां स्थान: किसी धर्म स्थान में दान करें।
नवां स्थान: जीवन में एक बार गंगा स्नान करना चाहिए एवं गंगा जल का दान करना चाहिए।
दसवां स्थान: शरीर पर सोने के आभूषण कभी नहीं पहनें।
एकादश स्थान: चांदी का एक चैकोर (वर्गाकार) टुकड़ा हमेशा अपने पास रखें।
द्वादश स्थान: शनि या हनुमान की उपासना करें।