- होली के दिन से शुरु करके बजरंग बाण का 40 दिन तक नियमित पाठ करने से हर मनोकामना पूर्ण होगी।
- यदि व्यापार या नौकरी में उन्नति न हो रही हो, तो 21 गोमती चक्र लेकर होलिका दहन के दिन, रात्रि में शिवलिंग पर चढ़ा दें।
- होली वाले दिन किसी गरीब को भोजन अवश्य करायें। इससे आपकी मनोकामना पूर्ण होगी।
- होली की रात्रि को सरसों के तेल का चैमुखी दीपक जलाकर पूजा करें व भगवान से सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें। इस प्रयोग से हर प्रकार की बाधा का निवारण होता है।
- यदि बुरा समय चल रहा हो, तो होली के दिन पेंडुलम वाली नई घड़ी घर मंे पूर्वी या उत्तरी दीवार पर लगाएं, अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे।
- यदि राहु को लेकर कोई परेशानी है तो एक नारियल का गोला लेकर उसमें अलसी का तेल भरें। उसी में थोड़ा सा गुड़ डालें। फिर उस नारियल के गोले को अपने शरीर के अंगों से स्पर्श कराकर जलती हुई होलिका में डाल दें। आगामी पूरे वर्ष भर राहु परेशान नहीं करेगा।
- स्वास्थ्य लाभ हेतु जौ के आटे में काले तिल एवं सरसों का तेल मिला कर मोटी रोटी बनाएं और उसे रोगी के ऊपर से सात बार उतारकर भैंसे को खिला दें। यह क्रिया करते समय ईश्वर से रोगी को शीघ्र स्वस्थ करने की प्रार्थना करते रहें। आप शीघ्र ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करेंगे। अगर आप किसी भयंकर बीमारी से पीड़ित हैं, तो इसके लिए भी होली की रात को खास उपाय करने से आपकी बीमारी दूर हो सकती है। होली की रात आप नीचे लिखे मंत्र का जाप तुलसी की माला से करें। मंत्र- ऊं नमो भगवते रुद्राय मृतार्क मध्ये संस्थिताय मम शरीरं अमृतं कुरु कुरु स्वाहा।।
- धनहानि से बचाव के लिए होली के दिन घर के मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़कें और उस पर द्विमुखी दीपक जलाएं। दीपक जलाते समय धनहानि से बचाव की कामना करें। जब दीपक बुझ जाए तो उसे होली की अग्नि में डाल दें। यह क्रिया श्रद्धापूर्वक करें, धन हानि से बचाव होगा।
- सौभाग्यशाली पत्नी पाने के लिए होली वाले दिन किसी जरुरतमंद को एक पलंग तथा बिछाने योग्य सुन्दर वस्त्र दान में दें। इससे आपको सुभार्या की प्राप्ति होगी। यदि संभव हो तो यह दान शुक्र की होरा में दें।
- अपने घर को सुरक्षित करने के लिये, होली वाले दिन एक वास्तु यंत्र को पीले रंग के वस्त्र पर स्थापित कर धूप, दीप, नैवेद्य अर्पित कर पूजन करें और निम्न मंत्र को 75 बार जप कर नींव में ही दबा दें। ऐसा करने से हर प्रकार से आपका घर सुरक्षित रहेगा। मंत्र- नमो वैश्वानर वास्तु रुपाय, भूपति त्वं मे देहि दापय स्वाहा।
- आत्मरक्षा हेतु, घर के प्रत्येक सदस्य को होलिका दहन में घी में भिगोई हुई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता अवश्य चढ़ाना चाहिए। होली की ग्यारह परिक्रमा करते हुए होली में सूखे नारियल की आहुति देनी चाहिए।. इससे सुख-समृद्धि बढ़ती है, तथा आत्मरक्षा होती है।
- पति-पत्नी के आपसी संबंधों में मधुरता के लिये, होली के दिन 5-5 रत्ती के 5 मोतियों का ब्रेसलेट पहनें। इसके अतिरिक्त हर पूर्णिमा को चांदी के पात्र में कच्चा दूध डालकर चन्द्रमा को अघ्र्य दें, पति-पत्नी की आपसी संबंधों में मधुरता आयेगी। पुत्र की पिता से न बनती हो तो होली के दिन पुत्र पिता के जूतों से पुराने मोजे निकाल कर उनमें नए मोजे रख दें, दोनों के बीच चल रहा टकराव दूर हो जाएगा।
- अगर आपको लगता है कि किसी ने आपके विरुद्ध कोई टोटका कर रखा है तो होली की रात में जहां होलिका दहन हो, उस जगह पर एक गड्ढा खोदकर उसमें 11 अभिमंत्रित कौड़ियां दबा दें। अगले दिन कौड़ियों को निकालकर अपने घर की मिट्टी के साथ नीले कपड़े में बांधकर बहते जल में प्रवाहित कर दें। जो भी तंत्र क्रिया आप पर किसी ने की होगी वह नष्ट हो जाएगी। एक अन्य उपाय यह है कि होली पर पूरे दिन अपनी जेब में काले कपड़े में बांधकर काले तिल रखें। रात को जलती होली में उन्हें डाल दें। यदि पहले से ही कोई टोटका होगा तो वह भी खत्म हो जाएगा।
- अगर आपके घर में लगातार अशुभ घटनाएं घट रही हंै, तो होली के दहन वाली रात में घर में किसी पवित्र स्थान पर गोबर से लीपें और उस पर अष्टकमलदल बनाएं। फिर एक पटिया रखकर लाल कपड़ा बिछाकर उस पर 3 नारियल तथा श्री हनुमान यंत्र को विराजित करें। एक बर्तन में थोड़ा-सा गाय का कच्चा दूध रखें। फिर नारियल व यंत्र पर रोली से तिलक करके श्री हनुमान जी से अपने कष्ट का विवरण कहें। गुड़ का भोग लगाएं। शुद्ध घी के दीपक के साथ गुग्गल की धूप अर्पित करें। तांबे की प्लेट पर रोली से “ऊँ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्” नामक मंत्र लिखकर एक अन्य नारियल को फोड़कर उसके पानी को चारों तरफ छिड़क दें। गाय के दूध को अपने घर के चारों ओर घूमते हुए धारा के रुप में बिखराकर कवच जैसा बना दें। तीनों नारियल जलती होली को अर्पण कर दें।
- यदि आप घर में नकारात्मक ऊर्जा से परेशान हैं तो जब होली जल जाए, तब आप होलिका की थोड़ी-सी अग्नि ले आएं। फिर अपने घर के आग्नेय कोण में उस अग्नि को तांबे या मिट्टी के पात्र में रखें। सरसों के तेल का दीपक जला दें। इस उपाय से घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा जलकर समाप्त हो जाएगी।
- रोजगारी हैं तो होली की रात्रि बारह बजे से पूर्व एक दाग रहित बड़ा निंबू लेकर चैराहे पर जाएं और उसकी चार फांक चारों कोनों में फेंक दें फिर वापिस घर आ जाएं किन्तु ध्यान रहे, वापिस आते समय पीछे मुड़कर न देखें। उपाय श्रद्धापूर्वक करें, शीघ्र ही बुरे दिन दूर होंगे व रोजगार प्राप्त होगा।
- मुकदमा जीतने के लिये, होली की आग लाकर उसके कोयले से स्याही बनाकर लोहे की सलाई से मुकदमा नम्बर और शत्रु पक्ष का नाम सात कागजों पर लिख कर पुनः होली की अग्नि के पास जायें और सात परिक्रमा करें, हर परिक्रमा पर एक कागज होली की आग में डाल दें।
- यदि आपका कहीं पैसा फंसा है और वह देने में आना-कानी करता है तो होली के दिन 11 गोमती चक्र हाथ में लेकर जलती हुई होलिका की ग्यारह बार परिक्रमा करते हुए धन प्राप्ति की प्रार्थना करें..फिर एक सफेद कागज पर उस व्यक्ति का नाम लाल चन्दन से लिखें जिससे पैसा लेना है ..लाल चन्दन से नाम लिखाकर उस सफेद कागज को ग्यारह गोमती चक्र के साथ में कहीं गड्ढा खोदकर सारी सामग्री दबा दें। इस प्रयोग से धन प्राप्ति की संभावना बढ़ जाएगी।
- यदि आपको कोई अज्ञात भय रहता हो.तो होली के दिन एक सूखा जटा वाला नारियल काले तिल एवं पीली सरसों एक साथ लेकर उसे सात बार अपने सिर के ऊपर उतार कर जलती होलिका में डाल देने से अज्ञात भय समाप्त हो जाएगा।
- शत्रु बाधा समाप्त करने के लिये होलिका दहन के समय ७ गोमती चक्र लेकर भगवान से प्रार्थना करें कि आपके जीवन में कोई शत्रु बाधा न डालें। प्रार्थना के पश्चात पूर्ण श्रद्धा व विश्वास के साथ गोमती चक्र दहन में डाल दें।
- होलिका दहन के दूसरे दिन होलिका की राख को घर लाकर उसमें थोड़ी सी राई व नमक मिलाकर रख लें। इस प्रयोग से भूतप्रेत या नजर दोष से मुक्ति मिलती है।
- शीघ्र विवाह हेतु, होली के दिन किसी शिव मंदिर जाएं और अपने साथ 1 साबूत पान, 1 साबूत सुपारी एवं हल्दी की गांठ रख लें। पान के पत्ते पर सुपारी और हल्दी की गांठ रखकर शिवलिंग पर अर्पित करें। इसके बाद पीछे देखे बिना अपने घर लौट आएं। यही प्रयोग अगले दिन भी करें। इसके साथ ही समय-समय पर शुभ मुहूर्त में यह उपाय करते रहें । जल्दी ही विवाह के योग बन जाएंगे।
- व्यापार में सफलता पाने के लिये होली की रात में एकाक्षी नारियल को लाल कपड़े में गेहूं के आसन पर स्थापित करें और सिंदूर का तिलक करें। अब मूंगे की माला से नीचे लिखे मंत्र का जाप करें। 21 माला जाप होने पर इस पोटली को दुकान में ऐसे स्थान पर टांग दें, जहां ग्राहकों की नजर इस पर पड़ती रहे। इससे व्यापार में सफलता मिलने के योग बन सकते हैं। मंत्र- ऊं श्रीं श्रीं श्रीं परम सिद्धि व्यापार वृद्धि नमः।