प्रभावशाली ज्योतिषीय सामग्री आचार्य रमेश शास्त्राी सनसितारा श्री यंत्र: यह श्री यंत्र सनसितारा नामक रत्न पर निर्मित किया जाता है। इस यंत्र पर सूर्य के प्रकाश की तरह आभा देदीप्यमान होती है। इस रत्न पर बने श्रीयंत्र का पूजन, दर्शन अलौकिक होता है, जिससे पूजनकर्ता को शीध्र ही लाभ के संकेत मिलने लगते हैं। इस यंत्र की शुक्ल पक्ष में शुक्रवार, सोमवार, या बृहस्पतिवार को श्रद्धा-विश्वास पूर्वक स्थापना करनी चाहिए। इस यंत्र को घर में, आफिस, फैक्ट्री, व्यवसाय स्थल पर स्थापित कर सकते हैं। इसके प्रभाव से व्यापार, आजीविका में धन, यश की वृद्धि होती है। नजर दोष लाॅकेट: इस लाॅकेट को बुरी नजर से अपनी रक्षा हेतु धारण किया जाता है। इसके प्रभाव से व्यक्ति के ऊपर अशुभ दृष्टि, नजर लगना व तंत्र, मंत्र आदि से सुरक्षा होती है। इस लाॅकेट को मंगलवार अथवा शनिवार को गंगाजल से शुद्ध करके धूप देकर गले में धारण करना चाहिए। हकीक नाल: यह नाल हकीक पत्थर से निर्मित की जाती है। इस नाल को घर की सुरक्षा की दृष्टि से मुख्य द्वार पर लगाया जाता है। इसके प्रभाव से घर पर नजर दोष, टोना-टोटका आदि के दुष्प्रभाव का शमन होता है। इस नाल को शनिवार के दिन गंगाजल व कच्चे दूध से धोकर गुग्गल की धूप देकर लगाना चाहिए। लोहे का छल्ला: यह छल्ला शनि ग्रह की शांति के लिए धारण किया जाता है। जिन जातकों की शनि की साढ़ेसाती ढैय्या चल रही हो या शनि की दशा अंतर्दशा चल रही हो, वे इस छल्ले को शनिवार के दिन गंगाजल से धोकर धूपबत्ती देकर दायें हाथ की अनामिका उंगली में धारण करें। मूंगे में लक्ष्मी गणेश यह मूर्तियां मूंगा रत्न पर निर्मित की जाती हैं। इस रत्न पर बनी लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों की पूजा करने से लक्ष्मी-गणेश की कृपा से शीघ्र धन-यश की प्राप्ति होती है। इस मूर्ति को शुक्लपक्ष के सोमवार, शुक्रवार या बृहस्पतिवार के दिन पंचोपचार पूजा करके मंदिर में स्थापित करना चाहिए तथा नित्य धूप-दीप से पूजन करें। चांदी में कुबेर यंत्र लाॅकेट यह यंत्र लाॅकेट चांदी में बना हुआ होता। इस यंत्र को धारण करने से आय के स्रोतों में वृद्धि होती है। व्यापार में वृद्धि होती है। जिन लोगों को धन में बरकत नहीं होती है। उन्हें भी लाभ होता है। इस यंत्र लाॅकेट को बृहस्पतिवार को लाल या पीले धागे में पूजा करके धारण करना चाहिए।