राहु का मकर राशि में गोचर राहु 5 मई 2008 को सायं 8 बजकर 4 मिनट पर कुंभ राशि से मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। साथ ही केतु, जो अभी शनि के साथ सिंह राशि में गोचर कर रहे हैं, भी शनि से पृथक होकर कर्क राशि में प्रवेश कर जाएंगे। मध्य राहु पांच दिन पूर्व ही 30 अप्रैल 2008 को प्रातः 11 बजकर 02 मिनट पर राशि परिवर्तन कर लेंगे। राहु 03 मिनट 10.8 सेकेंड प्रतिदिन की गति से विपरीत दिशा में भ्रमण करते हैं और पूरे 360 डिग्री चलने में उन्हें लगभग 18.6 वर्ष लगते हैं।
वह एक राशि में लगभग डेढ़ वर्ष रहते हैं अतः 2 नवंबर 2009 तक मकर राशि में ही स्थित रहेंगे। राहु और केतु की राशि क्रमशः मकर व कर्क होने के कारण अब ग्रहण अगस्त या जनवरी माह में ही लगेंगे। राहु और केतु का प्रभाव अगले डेढ़ वर्ष तक विभिन्न राशियों पर इस प्रकार होगा। मेष:मेष राशि के लिए केतु चैथे एवं राहु दशम भाव में गोचर करेंगे। इसके कारण नए व्यापार के आयाम खुलेंगे। सेवारत लोगों के लिए पदोन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा। नए वाहनों के योग बनेंगे। वहीं इस अवधि में आवास परिवर्तन का योग भी बनेगा। आने वाले वर्ष विशेष भाग्यवृद्धि लेकर आएंगे। वृष:वृष राशि के लोगों के लिए राहु का यह गोचर भाग्योन्नति कराएगा। इस दौरान उनकी दूर व समीप की यात्राएं होंगी। अनेक धर्मस्थलों के दर्शन होंगे। टीवी, फ्रिज, रेडियो आदि बदले जाएंगे। अकस्मात धन लाभ के योग बनेंगे।
उच्च वर्ग से संपर्क होगा और राज्य पक्ष से लाभ मिलेगा। राहु का यह गोचर मानसिक शांति व प्रगति लेकर आएगा। मिथुन:मिथुन राशि के लिए यह गोचर मिश्रित फल लेकर आएगा। उदर संबंधी रोग हो सकते हैं, अतः स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें और खान पान में संयम बरतें। अकस्मात लाभ और पैतृक संपत्ति की प्राप्ति के योग बनेंगे। कुटुंब जनों से कुछ मतभेद हो सकते हैं। वाणी पर नियंत्रण आवश्यक है। जमीन जायदाद की बिक्री से धन की प्राप्ति होगी। कर्क:विवाह योग्य वर कन्याओं का विवाह शीघ्र होगा। यश और ख्याति में वृद्धि होगी। इस गोचर काल के दौरान इस राशि के लोग चाहें तो साझेदारी का कारोबार कर सकते हैं क्योंकि इसके लिए यह समय अनुकूल है। उनका प्रतिकूल समय अब समाप्त होगा।
सप्तम के राहु के कारण पति पत्नी के बीच कुछ मतभेद हो सकते हैं। विदेश यात्रा के योग बनेंगे। कोर्ट कचहरी के मामलों में विजय प्राप्त होगी। सिंह:राहु का यह गोचर दुश्मनों व प्रतिस्पर्धियों पर विजय दिलाएगा। कम समय की विदेश यात्राएं होंगी। एलर्जी के कारण कोई रोग हो सकता है, अतः खान पान पर ध्यान रखें। मातृपक्ष से सहायता के योग बनेंगे। निवेश की कुछ योजनाएं और जमीन जायदाद आदि के क्रय के योग बनेंगे। पिछले वर्ष से आ रहे तनावों से मुक्ति मिलेगी और प्रगति का मार्ग प्रशस्त होगा। कन्या:नव विवाहितों को संतान लाभ होगा। उनकी योजना और दूरदर्शिता के कारण सफलता प्राप्त होगी। खिलाड़ियों को यह गोचर विशेष सफलता प्रदान करेगा। अवांछित मित्रों से संबंध टूटेगा। राज्य में मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी और लाभ प्राप्त होगा। पुत्र की उन्नति होगी। लेकिन कुछ तनाव बढ़ सकते हैं
अतः शनिवार को अनाज का दान विशेष लाभप्रद रहेगा। तुला:विद्यार्थियों के लिए यह गोचर विशेष लाभप्रद होगा। वे नए पाठ्यक्रम में प्रवेश लेंगे, उच्चतर शिक्षा प्राप्त करेंगे और अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण होंगे। व्यापारीगण अपना नया कारोबार प्रारंभ करेंगे। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना पड़ सकता है। नए वाहन के क्रय या आवास परिवर्तन के योग बनेंगे। समय लाभप्रद है। वृश्चिक:नई योजनाएं और विशेष धन लाभ के योग बनेंगे। कुछ यात्राओं के योग भी बनेंगे। भाइयों का साथ मिलेगा और आवश्यकता पड़ने पर वे सहायता करेंगे। धर्म कर्म में रुचि बढ़ेगी और तीर्थस्थलों के दर्शन होंगे। कुछ नये कार्य या व्यवसाय के योग बन सकते हैं।
सेवारत लोग पदोन्नति की आशा कर सकते हैं। धनु:केतु के अष्टम में गोचर के कारण कुछ समय के लिए दुर्घटना के योग बन सकते हैं, लेकिन धन की दृष्टि से यह गोचर उत्तम रहेगा। कुटुंबियों का साथ मिलेगा और धन लाभ होगा। दुर्घटना के योगों को क्षीण करने के लिए कुत्ते को खाना खिलाएं एवं अन्न दान करें। व्यवसाय की दृष्टि से समय बहुत अनुकूल रहेगा। तनाव कम होंगे। मकर:यश की प्राप्ति होगी। मान मर्यादा बढ़ेगी। धन लाभ होगा। लेकिन दाम्पत्य जीवन में कुछ मतभेद हो सकते हैं। व्यापार साझेदारी में न करें अन्यथा साझीदार से धोखा मिल सकता है। कोर्ट कचहरी के मामलों से बचें अन्यथा हानि हो सकती है। सात अनाजों और ग्रहण के पश्चात पहने कपड़ों का दान करें। कुंभ: विदेश भ्रमण के प्रबल योग बनेंगे। यात्रा, चिकित्सा और निवेश पर खर्च होगा। जोड़ों में दर्द के योग बन सकते हैं।
मातृ पक्ष से वांछित लाभ या सहयोग प्राप्त होने में विलंब हो सकता है। पत्नी से नोंक झोंक हो सकती है लेकिन व्यवसाय में तरक्की होगी। व्यवसाय के नए आयाम जुड़ेंगे। समय अच्छा है, सदुपयोग करें। मीन:अनेक नए लोगों से संपर्क बनेंगे और उनके द्वारा लाभ में वृद्धि होगी। कई कार्यों को कूटनीतिक स्तर पर पूरा करने में सफल होंगे। गर्भवती महिलाएं स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें अन्यथा गर्भ पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। युवाओं के लिए यह समय रोमानी सिद्ध होगा और विपरीत पक्ष से उनके संबंध बनेंगे। विद्यार्थियों के लिए यह गोचर शुभ रहेगा और वे अच्छे अंकों से उत्तीर्णता प्राप्त करेंगे। राहु व केतु के कारण 10 अगस्त 2008 से 17 दिसंबर 2008 तक काल सर्प दोष भी विद्यमान रहेगा। इस दौरान पैदा हुए बच्चों के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा।