प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह के जीवन पर अंक 5 का प्रभाव अरविंद दीक्षित अं क 5 प्रधानमंत्री डाॅमनमोहन सिंह के जीवन को दिशा देता रहा है और आज भी दे रहा है। उनकी जन्मतिथि 26 सितंबर 1932 है, जिसका योग 23 होता है। पुनः इन दोनों अंकों का योग 2$3 = 5 होता है। उनके प्रथम नाम के अक्षरों का योग भी 5 है। उनकी मां का नामांक भी 5 है। उनके विवाह की तारीख 14 है और उसका योग भी 5 है। उन्होंने 23 तारीख को प्रधानमंत्री का पद संभाला, इसका योग भी 5 है। अभी पिछले दिनों जिस संख्या से वह गुजरे वह उनके प्रधानमंत्रित्व काल के 5वें वर्ष में आया, और जिस दिन यह शुरू हुआ उस दिन बुधवार था। बुधवार पर 5 का नियंत्रण होता है। उस दिन तारीख थी 9 जुलाई 2008 (9/7/2008)। उक्त तारीख, माह और वर्ष का योग और उनका नामांक दोनों समान अर्थात 8 हैं। इसीलिए यह दिन उनके लिए शुभ है। जिस दिन बहुमत सिद्ध हुआ उस दिन का भाग्यांक 5 है जो उनके अनुकूल है (नाम तथा जन्मदिन से गणना करने पर) और यह दिन उनके लिए विजय का दिन सिद्ध हुआ। अपना बहुमत सिद्ध करने के लिए उन्होंने 21 और 22 जुलाई 2008 का चयन किया। इन दोनों का योग करें तो योगफल इस प्रकार आएंगे। 2$1$7$2$0$0$8 = 2$0 = 2 2$2$7$2$0$0$8= 21 2$1 = 3 दोनों अंकों का योगफल 2$3 = 5 संकट से उबरने के अगले दिन अर्थात बुधवार को डाॅ. सिंह नए उत्साह के साथ कार्यालय आए। उस दिन तारीख 23। बुधवार बुध ग्रह का दिन है जिस पर 5 का नियंत्रण है। तारीख 23 का योगफल 2$3=5 होता है। इस तरह उस दिन का अंक और तारीख का योगफल दोनों समान अर्थात 5 हैं जो डाॅ. सिंह के लिए शुभ सिद्ध हुए। एक अंकशास्त्रीय विश्लेषण अंक 5 (पांच): माननीय प्रधानमंत्री डाॅ. मनमोहन सिंह के लिए सर्वाधिक भाग्यदायी अंक जन्म दिन: 26 सितंबर, 1932 (26.09.1932)। डाॅ. मनमोहन सिंह के जन्म दिन (26 सितंबर, 1932), उनके आयु अंक तथा उन वर्षों के अंक, जिनमें उनके जीवन की महत्वपूर्ण घटनाएं घटीं और जिनमें उन्हें सम्मान मिले, के विशद् विश्लेषण से यह तथ्य सामने आता है कि उनके जीवन में अहम भूमिका निभाने वाले अंक 8 के साथ-साथ अंक 5 का उनके जीवन में घटी घटनाओं पर सर्वाधिक प्रभाव रहा। अंक 8 से अधिक उनका जीवन उनके आयु अंक 5 से प्रभावित है जिसकी बदौलत वह प्रबल मानसिक क्षमता के धनी, तीव्रबुद्धि, वाक्पटु और नेतृत्व गुण से ओतप्रोत हैं। डाॅ. सिंह के जीवन पर अंक 5 का प्रभाव: डाॅ मनमोहन का जन्म दिनांक 26.09.1932 तिथि 26=2$6=8 माह 09=0$9=9 वर्ष 1932=1$9$3$2=15= 1 $ 5 = 6 तीनों का योगफल =8$9$6=23। योगफल के दोनों अंकों का योग=2$3=5। डाॅ सिंह के जन्म दिनांक का संयुक्तांक है 23 जिसे अंग्रेजी में ‘राॅयल स्टार आॅफ द लायन’ कहा जाता है। यह सफलता, वरिष्ठ सहकर्मियों से सहायता तथा उच्च पदस्थ लोगों से सुरक्षा का सूचक है। जहां तक भविष्य की घटनाओं का प्रश्न है, यह सर्वाधिक भाग्यदायी अंक है जो व्यक्ति की कार्यसिद्धि में सहायक होता है। सितंबर में जन्मे डाॅ. सिंह का जन्म अंक 5 (नकारात्मक) की दशा में आता है। अंक शास्त्र में 20 अगस्त से 27 सितंबर तक का समय अंक 5 (नकारात्मक) की दशा कहलाता है। अंक शास्त्रीय गणना के अनुसार उनके प्रथम नाम मनमोहन के अक्षरों के अंकों का योग होता है 4$1$5$4$7$5$1$5=32=3$2=5। मनमोहन की माता का नाम अमृत कौर है और उनके नाम के अक्षरों के अंकों का योग भी 5 होता है। यथा- 1$4$2$1$4$2$1$6$2=23=2$3=5। डाॅ. सिंह का जन्म स्थान गाह है जो पश्चिम पंजाब (अब पाकिस्तान) में है। गाह और पश्चिम पंजाब के अक्षरों के अंकों का संयुक्त रूप से योग होता है- 3$1$5$6$5$3$4$8$6 $5$1$1$2=50=5$0=5। डाॅ. सिंह के विवाह के वर्ष 1958 के अंकों का योग 5 होता है- 1$9$5$8 =23=2$3=5। विवाह का माह सितंबर अंक 5 (नकारात्मक) की महादशा में आता है। उनका विवाह 14 तारीख को हुआ, इस तारीख के दोनों अंकों का योग भी होता है 5 अर्थात् 1$4=5। उनके परिवार में वह स्वयं उनकी पत्नी तथा तीन बेटियां हैं, इनका योग भी 5 है। वह हमारे देश के 14वें प्रधानमंत्री हैं। अर्थात यहां भी 14 योगफल 1$4= 5। वह 14वीं लोकसभा में प्रधानमंत्री बने अर्थात 1$4 = 5 । 19 मई 2004 को डाॅ. सिंह ने सरकार बनाने का दावा पेश किया और तत्कालीन राष्ट्रपति डाॅ. अब्दुल कलाम ने सरकार बनाने के लिए उन्हें औपचारिक रूप से आमंत्रित किया। राष्ट्रपति के साथ उनकी भेंट का समय था 8ः15। इस समय का योगफल भी एक बार फिर 5 आता है- 8$1$5=14=1$4=5। प्रधानमंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति की औपचारिक घोषणा बुधवार को हुई जिसका अंक 5 ही है। 23 मई 2004 को उन्होंने कार्यभार संभाला। इस तारीख अर्थात् 23 मई का योग भी 5 (2$3=5) है। डाॅ. सिंह असम से राज्यसभा के सदस्य चुने गए। उनके संसदीय क्षेत्र नंदन नगर, दिसपुर, गुवाहाटी के नाम के अक्षरों का योग भी 23 अर्थात 5 है। डाॅ. सिंह के जीवन में घटी महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं पर 5 का प्रभाव अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में उनका भाग लेना, उन्हें संबोधित करना, घोषणापत्रों और समझौतों पर हस्ताक्षर करना ये सारी घटनाएं अंक 5 से प्रभावित हैं। बुधवार 22 सितंबर 2004 को उन्होंने पहली बार न्यूयाॅर्क स्टाॅक एक्स्चेंज को संबोधित किया। इस नाम के सभी शब्दों के लघु रूप एन.वाइ. एस.इ (छण्ल्ण्ैण्म्) के सभी अक्षरों के अंकों का योग भी 5 होता है। 23 सितंबर 2004 को उन्होंने न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र की 59वीं महासभा को संबोधित किया। इस तारीख के दोनों अंकों का योग =2$3=5 है। पुनः 59 (59वीं महासभा) के दोनों अंकों का योग =5$9=14=1$4=5 होता है। 23 अप्रैल 2005 को प्रधानमंत्री ने एशियाई अफ्रीकी सम्मेलन में वक्तव्य दिया। इस तारीख अर्थात् 23 का योग =2$3=5 होता है। उस दिन बुधवार था, जिसका अंक 5 है। 14 सितंबर 2005 को न्यूयाॅर्क में प्रधानमंत्री की पाकिस्तान के राष्ट्रपति श्री परवेज मुशर्रफ से मुलाकात हुई। दोनों ने एक संयुक्त बयान जारी किया। तारीख 14 के दोनों अंकों का योग 1$4=5। सितंबर माह में जब यह महत्वपूर्ण भेंट हुई, उस समय बुध की दशा चल रही थी, बुध का अंक 5 है। 5 दिसंबर 2005 को हमारे प्रधानमंत्री ने भारत-रूस व्यापार सभा (इंडो रसियन बिजिनेस मीट) में व्याख्यान दिया। एक बार फिर उन पर अंक 5 का प्रभाव रहा। 14 दिसंबर 2005 को क्वालालंपुर में डाॅ. सिंह ने पहले पूर्व एशिया सम्मेलन (ईस्ट एशिया समिट) में क्वालालंपुर घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए। इस तारीख का योग भी 5 होता है अर्थात 1$4=5। प्रधानमंत्री की अलग-अलग आयु में घटी महत्वपूर्ण घटनाएं, उनकी शैक्षिक उपलब्धियां और उन्हें मिले सम्मान जिन पर अंक 5 का प्रभाव रहा 23 वर्ष की आयु में इंग्लैंड के कैंब्रिज विश्वविद्यालय के सेंट जाॅन काॅलेज में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राइट पुरस्कार से सम्मानित। वर्ष का योग =2$3=5 होता है। 32 वर्ष की आयु में उनकी पुस्तक ‘इंडिया’ज एक्स्पोर्ट ट्रेंड्स एंड प्राॅस्पेक्ट्स फाॅर सेल्फ सस्टेंड ग्रोथ’ का आॅक्सफर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस द्वारा प्रकाशन। 32 का योग =3$2=5। 14 जनवरी 1984 को वह भारतीय रिजर्व बैंक के राज्यपाल बने। तारीख 14 का योग =1$4=5। 59 वर्ष की आयु में वे विŸामंत्री बने। 59 का योग = 5$9=14 =1$4=5। इस पद पर वह वर्ष 1991 से 1996 अर्थात् 5 वर्ष तक बने रहे। एक बार फिर अंक 5 का प्रभाव। अंक 5 का डाॅ. सिंह के जीवन के महत्वपूर्ण वर्षों पर प्रभाव: वर्ष 1976 में डाॅ. सिंह नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के मानद प्रोफेसर बने।1976 का योग =1$9$7$6=23=2$3=5 उसी वर्ष अर्थात् 1976 में वह इंडस्ट्रियल डिवेलपेंट बैंक आॅफ इंडिया के निदेशक बने। योग एक बार फिर 5, जैसा कि ऊपर दर्शाया गया है। वर्ष 1985 में वह इंडियन इकाॅनाॅमिक एसोसिएशन के अध्यक्ष बने। 1985 का योग =1$9$8$5=23=2$3=5। वर्ष 1994 में उन्हें ‘फाइनेंस मिनिस्टर आॅफ द ईयर’ के रूप में ‘एशियामनी’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष 1994 का योग =1$9$9$4=23=2$3= 5। अंक 5 से प्रभावित महत्वपूर्ण तिथियां ः 31.03.2005 को डाॅ. सिंह ने माॅरीशस नेशनल असेंबली को संबोधित किया। उक्त तिथि, माह और वर्ष का योग=3$1$0$3$2$0$0$5=14=1$4=5। 18.07.2005 को वाशिंगटन में डाॅसिंह ने अमेरिका के राष्ट्रपति बुश के साथ संयुक्त पत्रकार सम्मेलन में भाग लिया। उक्त तिथि का योग एक बार फिर 5 होता है। यथा, 1 $ 8 $ 0 $ 7 $ 2 $ 0 $ 0 $ 5 = 23=2$3=5। 16.09.2005 को न्यूयाॅर्क में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में डाॅसिंह का उद्घाटन भाषण। भाषण की पहली ही पंक्ति में उन्होंने 5 का जिक्र किया- ‘‘सप्ताह के 5 दिन बहुत व्यस्त और फलोत्पादक रहे हैं....’’। उक्त तिथि, माह और वर्ष का योग = 1 $ 6 $ 0 $ 9 $ 2 $ 0 $ 0 $ 5 =23=2$3=5। डाॅ. मनमोहन सिंह के जीवन में अंक 8 का महत्व डाॅ. सिंह की जन्मतिथि 26 है जिसके दोनों अंकों का योग होता है 2$6=8 उनका विवाह 26 वर्ष की आयु में हुआ जिसका योग होता है 2$6 = 8 उन्होंने शनिवार को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली जिसका अंक 8 है। वर्ष 1952 में उन्हें स्नातक की डिग्री मिली। उक्त वर्ष का कुल योग होता है 1$9$5$2 = 17 = 1$7 = 8 वर्ष 1997 में डाॅ. सिंह को वर्ष 1996 के ‘जस्टिस के. एस. हेगड़े फाउंडेशन पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया। वर्ष 1997 का योग भी 8 होता है- 1$9$9$7 = 26 = 2$6 = 8 वर्ष 1997 में ही जापान के एक प्रमुख बिजनेस दैनिक समाचार पत्र के प्रकाशक निहाॅन कीजाई शिंबन इंक. ने उन्हें ‘निकी एशिया प्राइज आॅफ रीजनल ग्रोथ’ से सम्मानित किया। वर्ष 1997 का योग एक बार फिर 8 - 1$9$9$7 = 26 = 2$6 =8 वर्ष 1997 में ही पूने के तिलक स्मारक ट्रस्ट ने उन्हें ‘लोकमान्य तिलक पुरस्कार’ से सम्मानित किया। वर्ष 1997 का योग पुनः 8 । 8 नवंबर 2004 को डच प्रधानमंत्री तथा यूरोपियन यूनियन के नेताओं के साथ पत्रकार सम्मेलन में डाॅ. सिंह ने अपने उद्घाटन विचार प्रस्तुत किए। तारीख 8 थी। 8 जुलाई 2005 को आॅक्सफर्ड यूनवर्सिटी द्वारा मानद उपाधि से सम्मानित होने पर उन्होंने वहां उपस्थित विद्वत मंडल को संबोधित किया। यहां भी अंक 8 प्रभावी रहा। इस प्रकार, माननीय प्रधानमंत्री के जीवन पर अंक 5 और 8 का विशेष प्रभाव रहा।