गोचर फल विचार मासारंभ में मंगल व शुक्र का गुरु ग्रह से समसप्तक योग बना हुआ है और सूर्य व शनि का भी परस्पर द्विद्र्वादश योग है। इसके कारण इस मास में राजनैतिक क्षेत्र में विशेषतया उथल-पुथल अधिक रहेगी जो राजनैतिक दलों के द्वारा आपसी टकराव व आरोप-प्रत्यारोप के चलते किन्हीं प्रमुख क्षेत्रों में हिंसक घटनाओं और उपद्रवों को अधिक बढ़ाएगा जिसके फलस्वरूप आम जनता में भी भय की स्थिति बनी रहेगी।
6 फरवरी को कन्या राशि में स्थित गुरु ग्रह वक्री हो जाएगा जिससे उपरोक्त फलों में न्यूनता आएगी, यह कृषि और व्यापार के क्षेत्र में शुभ संकेत देगा। 12 फरवरी को सूर्य कुंभ राशि में प्रवेश कर केतु के साथ राशि संबंध बनाएगा तथा शनि से दृष्टिगत होगा। यह योग राजनीतिज्ञों के लिए विशेषतया उलझनें और कठिनाइयां पैदा करेगा। उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में हिंसात्मक घटनाओं, उपद्रवों इत्यादि का संकेत देता है।
इसके कारण इस मास में सीमाओं पर सैन्य हलचल को बढ़ाकर युद्धमय वातावरण बना रहेगा। जनसाधारण को नए-नए रोगों और दैनिक उपयोगी वस्तुओं में महंगाई के कारण अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। इस मास में तेज शीत हवाओं के साथ कुछ क्षेत्रों में खंड वर्षा के योग हैं। गोचर ग्रह परिवर्तन व नक्षत्र वेध 3 फरवरी को बुध मकर राशि में प्रवेश करेगा। 5 फरवरी को सूर्य धनिष्ठा नक्षत्र में आकर विशाखा, अश्लेषा व श्रवण नक्षत्रों का वेध करेगा।
6 फरवरी को कन्या राशि स्थित गुरु ग्रह वक्री होगा। 10 फरवरी को बुध ग्रह श्रवण नक्षत्र में आकर कृतिका नक्षत्र का वेध करेगा तथा इसी दिन राहु मघा नक्षत्र के तृतीय चरण में प्रवेश करेगा। 11 फरवरी को मंगल ग्रह रेवती नक्षत्र में आकर दक्षिण वेध से मूल नक्षत्र का वेध करेगा। 12 फरवरी को सूर्य कुंभ राशि में आकर केतु के साथ राशि संबंध बनाएगा तथा शनि से दृष्टिगत होगा तथा फाल्गुन संक्रांति 30 मुहूर्ती में होगी।
17 फरवरी को बुध ग्रह अस्त होगा तथा 18 फरवरी को धनिष्ठा नक्षत्र में आकर विशाखा नक्षत्र का वेध करेगा। 19 फरवरी को सूर्य शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश कर स्वाति, पुष्य व अभिजित नक्षत्रों का वेध करेगा। 21 फरवरी को शुक्र रेवती नक्षत्र में आकर मंगल के साथ नक्षत्र संबंध बनाएगा तथा उ. फा. नक्षत्र का वेध करेगा। 22 फरवरी को बुध कुंभ राशि में आकर सूर्य व केतु के साथ राशि संबंध बनाएगा। 26 फरवरी को बुध शतभिषा नक्षत्र में आकर स्वाति नक्षत्र का वेध करेगा। 28 फरवरी को मंगलवार के दिन चंद्र दर्शन 45 मुहूर्ती में होगा। सोना व चांदी मासारंभ में 3 फरवरी को सोने व चांदी के बाजारों में तेजी का योग दर्शाता है।
5 फरवरी को बाजारों में पूर्वरूख बरकरार रखेगा। 6 फरवरी को बाजारांे में कुछ मंदी के बाद पुनः रूख तेजी की तरफ रूझान बनाएगा। 10 फरवरी को बाजारों में पूर्वरूख ही बनाएगा। 11 फरवरी को बाजारांे में उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी। 12 फरवरी को बाजारों में तेजी की लहर को चलाएगा। 17 फरवरी को बाजारों में कुछ तेजी के बाद मंदी का रूझान ही बनाएगा। 18 फरवरी को बाजारों में मंदी ही लाएगा। 19 फरवरी को बाजारों में बदलाव देकर पुनः तेजी दायक बनाएगा।
21 फरवरी को बाजारों में मंदी का रूझान बनाएगा। 22 फरवरी को बाजारों में उतार-चढ़ाव के बाद तेजी का रूख बरकरार रखेगा। 26 फरवरी को बाजारों में पूर्वरूख ही दर्शाएगा। 28 फरवरी को बाजारों में तेजी का वातावरण ही बनाएगा। गुड़ व खांड़ मासारंभ में 3 फरवरी को बाजारों में तेजी की लहर को ही चलाएगा। 5 फरवरी को बाजारों में पूर्वरूख के चलते तेजी का योग दर्शाता है। 6 फरवरी को बाजारों में उतार-चढ़ाव की स्थिति को ही बनाएगा। 10 फरवरी को बाजारों में तेजी का रूख बरकरार रखेगा।
11 फरवरी को बाजारों में मंदी के बाद तेजी की तरफ रूख दर्शाता है। 12 फरवरी को बाजारों में तेजी का वातावरण बनाएगा। 17 फरवरी को बाजारों में तेजी में वृद्धि लाएगा। 18 फरवरी को बाजारों में उतार-चढ़ाव का रूझान रहेगा। 19 फरवरी को बाजारों को तेजीदायक ही बनाएगा। 21 फरवरी को बाजारों में मंदी का योग बनाएगा। 22 फरवरी को बाजारों में तेजी का माहौल बनाएगा। 26 फरवरी को बाजारों में पूर्वरूख की स्थिति बनाएगा। 28 फरवरी को बाजारों में तेजी का रूझान ही आगे बनाएगा।
एवं दलहन 3 फरवरी को गेहूं, जौ, चना, ज्वार, बाजरा इत्यादि अनाजवानों के बाजारांे में तथा मूंग, मौठ, मसूर, अरहर इत्यादि दालवानों के बाजारों में तेजी का रूख बरकरार रखेगा। 5 फरवरी को भी तेजी की स्थिति ही बनाएगा। 6 फरवरी को बाजारों में मंदी के बाद तेजी का रूझान लाएगा। 10 फरवरी तक बाजारों में तेजी का योग ही दर्शाता है। 11 फरवरी को बाजारों में मंदी का माहौल बनाएगा। 12 फरवरी को बाजारों में पुनः तेजी की लहर को चलाएगा। 17 फरवरी को बाजारों में पूर्वरूख बनाएगा।
19 फरवरी को भी बाजारों में तेजी का वातावरण बनाएगा। 22 फरवरी को तेजी के बाद पुनः मंदी का रूझान बनाएगा। 26 फरवरी को बाजारों में पूर्वरूख की स्थिति ही लाएगा। 28 फरवरी को गेहूं, जौ, चना, ज्वार, बाजरा इत्यादि अनाजवानों के बाजारों में तथा मूंग, मौठ, मसूर, अरहर इत्यादि के दालवानों के बाजारों में तेजी का योग दर्शाता है। घी व तेलवान मासारंभ में 3 फरवरी को बाजारों में तेजी का वातावरण बनाएगा। 5 फरवरी को बाजारों में भी तेजी ही लाएगा। 6 फरवरी को बाजारों में कुछ मंदी का माहौल बनाएगा। 7 फरवरी को बाजारों में तेजी का योग दर्शाता है।
10 फरवरी को बाजारों में तेजी की स्थिति को बनाएगा। 11 फरवरी को बाजार कुछ मंदीदायक बनाएगा। 12 फरवरी को बाजारों में उतार-चढ़ाव के चलते पूर्वरूख ही रहेगा। 17 फरवरी को बाजारों में मंदी का रूझान रहेगा। नोट: उपर्युक्त फलादेश पूरी तरह ग्रह स्थिति पर आधारित है, पाठकों का बेहतर मार्ग दर्शन ही इसका मुख्य उद्देश्य है।
इसके साथ-साथ संभावित कारणों पर भी ध्यान देना चाहिए जो बाजार को प्रभावित करते हैं। कृपया याद रखें कि व्यापारी की सट्टे की प्रवृत्ति और निर्णय लेने की शक्ति में कमी तथा भाग्यहीनता के कारण होने वाले नुकसान के लिए लेखक, संपादक एवं प्रकाशक जिम्मेदार नहीं हैं।