अभी हाल ही में ओबामा जी के भारत दौरे के समय भारत की कुंडली में सूर्य की महादषा में राहु की अंतर्दषा चल रही है। गोचर में राहु बाराक ओबामा की जन्म राषि से अष्टम स्थान में चल रहे हैं। इसलिए उन्हें अपने देश से बाहर अधिक सफलता मिल रही है। वर्तमान समय में राहु गुरु के घर में और लग्न से तृतीय भाव में चल रहे हैं।
जन्म कुंडली में राहु मंगल एकादश भाव में और चलित में दशम भाव में सूर्य राहु स्थित हैं। इसलिए गुरु की महादशा एवं राहु की अंतर्दशा में अपने देश से बाहर प्रतिष्ठा मिलेगी। भारत आने के बाद उन्होंने जो चाहा उनको मिला और भारत को भी मिला परंतु पड़ोसी देश चीन एवं पाकिस्तान इससे भयभीत हुए।
बाराक ओबामा की प्रतिष्ठा धीरे-धीरे घट रही थी परंतु भारत के प्रधान मंत्री मन मोहन सिंह की राशि और ओबामा जी की राशि मित्र होने से दोनों एक दूसरे को समझ पाये फिर भी जब तक राहु धनु राशि में है यानी कि मार्च 2011 तक हमारे पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान हमको परेशान करते रहेंगे। अमेरिका एवं भारत के संबंध अच्छे होते रहेंगे। क्योंकि 28 जनवरी 2014 तक ओबामा जी की गुरु की महादशा में राहु की अंतर्दशा चलेगी।
ओबामा की जन्मकुंडली में राहु सिंह राशि में सूर्य के घर में हंै और सूर्य लग्न से दशम भाव में गुरु की दृष्टि में हैं। अभी गोचर में राहु भारत की कुंडली में अष्टम में चल रहे हैं परंतु मार्च 2011 के बाद वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे व गुरु मीन राशि से राहु को गोचर में देखेंगे तब भारत का बाल भी बांका नहीं होगा। दुनिया देखती ही रह जाएगी। 2015 तक भारत की कुंडली में सूर्य की महादशा चलती रहेगी।
तब तक अमेरिका की सहायता से भारत का नाम विश्व के बड़े देशों के बराबर बड़ी स्थिति में आ जाएगा और भारत को वीटो पावर भी मिल जाएगी। सुरक्षा परिषद् में भारत का दबदबा रहेगा और अमेरिका भारत मिलकर एक दूसरे से सलाह मशवरा करके हमारे दुश्मन को परास्त करेंगे। भारत में जो भी प्रधानमंत्री रहेंगे उनसे अमेरिका का अच्छा संबंध बना रहेगा। क्योंकि उस समय भारत की कुंडली में तृतीयस्थ बलवान चंद्रमा की शुभ दशा चल रही होगी। भारत सितंबर 2015 से सितंबर 2025 तक विश्व में अपना दबदबा बनाए रखेगा।