लाल किताब के अनुसार संतान सुख दिलाने वाला ग्रह केतु माना जाता है। संतान एवं परिवार के सुख के लिए निम्न उपाय करना चाहिए:
- प्रत्येक माह परिवार के सभी सदस्यों की संख्या और घर में आने वाले मेहमानों की संख्या से अधिक रोटियां बना कर पशुओं को खिला दें।
- प्रतिदिन अपने भोजन में से तीन निवाले कुत्ते के लिए अवश्य निकाल दें। जहां भोजन बने वहीं बैठ कर खाएं।
- संतान के जन्म से पहले किसी पात्र में दूध तथा शक्कर भर कर, गर्भवती स्त्री का हाथ लगवा कर, रख लें। संतान के जन्म के बाद इन पात्रों को धर्म स्थान में चढ़ा दें।
- गणेश जी की आराधना करनी चाहिए। गर्भवती स्त्री की दायीं भुजा में लाल धागा बांध दें। यह धागा डेढ़ वर्ष तक बंधा रहने दें। साथ ही गाय को प्रतिदिन रोटी खिलायें।
- रात को सोते समय सिरहाने जल से भरा पात्र रखें तथा प्रातः काल उसे पेड़-पौधों में डाल दें।
- संतान की रक्षा के लिए सौ दिन या अधिक समय तक घर से बाहर जाना हो, तो नदी पार करते समय जल में तांबे का पैसा डालना चाहिए।
- मीठी रोटियां बना कर कुत्तों को खिलाना चाहिए।
- कुतिया का जन्मा मात्र एक नर बच्चा घर में रखने से कुल की वृद्धि होती है।
- संतान न होने पर अपने भोजन का आधा भाग गाय को खिलायें और गाय की सेवा करें
। - संतान के उत्तम स्वास्थ्य के लिए गाय को भोजन खिलायें।