सफेद दाग का उपचार कपास के पत्तों को पीसकर उसका रस निकाल कर उस रस को रोज सूर्योदय के पूर्व शरीर में जहां-जहां पर सफेद दाग है वहां पर रूई के फाहे से लगायें। जब सूख जाये तो शुद्ध जल से साफ कर लें। यह क्रम से लगातार करते रहने से सफेद दाग धीरे-धीरे मिटने लगेंगे। नशा मुक्ति हेतु उपाय अरहर के पत्तों का रस पिलाने से अफीम का नशा उतर जाता है। दूध में घी मिलाकर पिलाने से भी लाभ मिलता है। भांग: अरहर की दाल 50 ग्राम को पानी में उबालकर पिलाने से भांग का नशा उतर जाता है। शराब का नशा अधिक शराब पी लेने पर उसको दूध में छः माशा फिटकरी को मिलाकर पिला देने से नशा उतर जाता है। दूध न मिलने पर गर्म पानी में मिलाकर पिला देने से भी लाभ हो जाता है। सेब के रस को पिला देने से भी नशा उतर जाता है। सभी नशा किसी न किसी विधि से पिला देने से उतर जाते हैं। किंतु आदत बनी रहती है। आदत को सुधारने के लिए प्रतिदिन अनायास, मानसिक चिंतन, इंद्रियों पर नियंत्रण करने के लिए किसी धार्मिक गुरु से मिलें तो वह बहुत लाभदायक सिद्ध होंगे। संतान प्राप्ति के लिए प्रायः देखा जाता है कि पुत्र की चाह सभी माताओं में देखने को मिलती है। उपाय भी करते हैं बहुत से मामलों में कामयाबी मिल जाती है परंतु कुछ मामलों में संतान का सुख प्राप्त नहीं होता है। उपाय: कदम्ब वृक्ष का एक कोमल पत्ता व श्वेत पुष्पी कटकारी मूल का लेकर बकरी के दूध में पीसकर ऋतुस्राव के बाद संतानहीन स्त्री को लगातार 7 दिन तक खिलाते रहें तो संतान का योग अवश्य बन जायेगा। शरपंखा मूल, केले का मूल -बिना फूल आये इमली के छोटे वृक्ष के मूल में से एक या दो को गर्भवती स्त्री को कमर में बांधने से प्रसव सुख पूर्वक हो जाता है। असहनीय पीड़ा से छुटकारा मिल जाता है। स्त्री रोग निवारण रजोधर्म के समय जिस स्त्री को उदर में दर्द होता है तो वह स्त्री मंगलवार या रविवार के दिन रात्रि में मूंज की रस्सी को कमर में बांधकर सो जाय तथा प्रातः चार बजे उठकर किसी चैराहे पर रख कर चली जाये तो रजोदोष के कारण दर्द व अन्य बीमारियां, सब दूर हो जाती हैं।