वर्ष 2017 की वर्ष कुंडली इस प्रकार होगी: अंक ज्योतिष से जानें वर्ष 2017 का मूलांक भी 1 है। (2+0+1+7= 10 = 1)। उपरोक्त कुंडली के अनुसार वर्ष 2017 का फल व उपाय विभिन्न मूलांक वाले जातकों के लिये निम्न प्रकार से रहेगा: मूलांक 1 (1, 10, 19, 28 दिनांक) इस वर्ष आप अपने बुद्धि बल से धन कमा सकेंगे। संतान की उन्नति होगी।
व्यय अधिक रहेगा। पत्नी/ पति से वैचारिक मतभेद हो सकते ैं। पत्नी/पति का स्वास्थ्य इस वर्ष ठीक नहीं रहेगा।
उपाय:
1. सूर्य को जल दें।
2. संक्रांति पर हलवा बनायें
3. गुड़ व गेहूं धर्म स्थान में दान दें।
मूलांक 2 (2, 10, 20, 29 दिनांक) इस वर्ष आपके मन व देह को अच्छी शक्ति प्राप्त होगी। भाई-बहन के साथ अच्छे संबंध रहेंगे और उनसे सहयोग भी प्राप्त होगा। धार्मिक यात्राओं व धार्मिक कार्यों के लिये यह वर्ष शुभ रहेगा। वैराग्य की भावना बढ़ेगी। गृहस्थ जीवन में तनाव बढ़ेगा।
उपाय:
1. शिवलिंग पर जल चढ़ायें।
2. केसर या हल्दी का तिलक लगायें।
3. पीला रूमाल अपने पास रखें।
4. चने की दाल धर्म स्थान में दान दें।
मूलांक 3 (3, 12, 21, 30 दिनांक) इस वर्ष व्यावसायिक क्षेत्र में आपकी प्रगति होगी। आपको सम्मान, धन व प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी। सरकारी कार्यों से लाभ प्राप्त होगा। आपको भूमि, भवन व वाहन का सुख प्राप्त होगा। जुए व सट्टे से हानि होगी। आलस्य के कारण आपके कार्य रूकेंगे। स्वास्थ्य का आप विशेष ध्यान रखें। विदेश यात्रा से आपको लाभ प्राप्त नहीं होगा।
उपाय:
1. काले व नीले रंग के कपड़े इस वर्ष न पहनंे।
2. छाया पात्र दान करें।
3. काले तिल धर्म स्थान में दान करें।
मूलांक 4 (4, 13, 22, 31 दिनांक) इस वर्ष राहु आपको समाज में यश व प्रतिष्ठा दिलायेगा। राजनीति के क्षेत्र में आपको सफलता प्राप्त होगी। नई योजनाओं में आपको सफलता प्राप्त होगी। आपकी धर्म में आस्था बढ़ेगी तथा कई तीर्थ यात्राएं भी होंगी। इस वर्ष के अंत तक शत्रुओं से हानि हो सकती है। सरकारी कागज ध्यान से रखें। इस वर्ष कर (टैक्स) समय पर व उचित जमा करायें।
उपाय:
1. राहु के 18000 जाप करवायें।
2. चांदी का चैकोर टुकड़ा अपने पास रखें।
मूलांक 5 (5, 14, 23 दिनांक) इस वर्ष आप अपनी नई योजनायें लागू कर सकते हैं। आर्थिक रूप से यह वर्ष सफल रहेगा। अपने विवाहित जीवन को नियमित और व्यवस्थित बनायें। आप धर्म के प्रति अपनी आस्था कम न करें। किसी प्रकार का नशा न करें। विदेश यात्रा से लाभ प्राप्त नहीं होगा। आपको अध्ययन व लेखन कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। आपको गुप्त शत्रु व विरोधी वर्ग से हानि हो सकती है।
उपाय:
1. हनुमान जी को प्रसाद मंगलवार को चढ़ायें।
2. लाल रूमाल अपने पास रखें।
3. मंगलवार व शनिवार को नशा न करें।
मूलांक 6 (6, 15, 24 दिनांक) इस वर्ष आप समाज में सम्मान व प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। आपका धन इस वर्ष निजी सुख-सुविधा व परिवार के हित के लिये होगा। भूमि, भवन, संपत्ति व वाहन का पूर्ण सुख प्राप्त होगा। आप इस वर्ष स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही न करंे। माता के स्वास्थ्य को लेकर चिंता रहेगी। मामा के परिवार को कष्ट होगा। दूसरी स्त्री के कारण अपनी पत्नी से मनमुटाव रहेगा।
उपाय:
1. कन्या पूजन करें।
2. चावल व दूध धर्म स्थान में दान दें।
3. माता से चांदी लेकर अपने पास रखें।
मूलांक: 7 (7, 16, 25 दिनांक) इस वर्ष आपको अपने क्षेत्र में उन्नति, सम्मान, सुख व सफलता प्राप्त होगी। आपको अपने पुत्र से धन व सम्मान प्राप्त होगा। आपके शत्रु स्वयं ही नष्ट हो जायेंगे। समाज में अपनी वाणी से मान व यश मिलेगा। आपको गुरु कृपा प्राप्त हो सकती है। नौकरी में न चाहते हुये भी स्थान परिवर्तन हो सकता है। इस वर्ष आय से अधिक व्यय होगा। आप साझेदारी में कोई काम न करें।
उपाय:
1. कन्या पूजन से लाभ प्राप्त होगा।
2. भूरे रंग के कुत्ते को बिस्कुट खिलायें।
3. इस वर्ष परफ्यूम भेंट न करें।
मूलांक 8 (8, 17, 26 दिनांक) इस वर्ष आपको पद-प्रतिष्ठा, धन, यश व सम्मान प्राप्त होगा। व्यवसाय वृद्धि के लिये नवीन योजनाएं प्रयोग में लाई जायंेगी। आपकी संतान के लिये यह वर्ष शुभ है। प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलेगी। आपको विदेश यात्रा से लाभ प्राप्त होगा। किसी सिद्ध पुरूष से भी इस वर्ष मिलना होगा। निर्माण कार्यों में भी बाधाएं आयेंगी।
उपाय:
1. मांस-मदिरा का सेवन न करें।
2. लहसुनिया का लाॅकेट पहनंे।
3. छाया पात्र दान करें।
मूलांक 9 (9, 18 27 दिनांक) इस वर्ष आपकी प्रगति होगी व यश भी प्राप्त होगा। विदेशी संपर्कों से लाभ प्राप्त होगा। किसी स्त्री के संपर्क से भी लाभ प्राप्त होगा। आपके मित्रों की संख्या में वृद्धि होगी। वाणी व लेखन कार्य से धन प्राप्त कर सकते हैं। आपको शत्रुओं पर भी विजय प्राप्त होगी। अपने प्रेम संबंधों में सावधानी बरतें।
उपाय:
1. तुलसी या हरे पौधों को जल दें।
2. लोटे में साबुत मूंग भरकर जल प्रवाह करें।
3. आॅनेक्स का लाॅकेट पहनें।