भवन में रसोई व्यवस्था
भवन में रसोई व्यवस्था

भवन में रसोई व्यवस्था  

पं. जय प्रकाश शर्मा
व्यूस : 2542 | दिसम्बर 2011

रसोईघर को पूजाघर, शौचालय अथवा शयनकक्ष के नीचे अथवा ऊपर नहीं बनाना चाहिए। रसोईघर मुख्य भवन अथवा फ्लैट के दक्षिण-पूर्व कोने में होना चाहिए।

1 रसोईघर का मुख्य चबूतरा पूर्व और दक्षिण-पूर्व में होना चाहिए।

2 स्टोव अथवा गैस बर्नर दक्षिण-पूर्व कोने में दीवार से कुछ इंच दूर होना चाहिए।

3 रसोईघर के चबूतरे के निकट ‘एल’ आकार का एक अन्य चबूतरा दक्षिणी दीवार के निकट माइक्रोवेव ओवन, मिक्सर, ग्राइंडर आदि रखने के लिए बहुत उपयोगी होगा।

4 जहां तक संभव हो, सिंक चबूतरे के उŸार-पूर्व में होनी चाहिए। जल पात्र और बर्तन आदि उŸार-पूर्व की ओर रखने चाहिए।

5 अनाज, मसाले, दालें आदि उपयोगी सामान दक्षिण अथवा पश्चिम दिशा में रखना पूर्व, उŸार और पश्चिम में अच्छे होते हैं।

6 गैस बर्नर रसोईघर के मुख्य द्वार के सामने नहीं होना चाहिए।

7 रसोईघर की पूर्व और पश्चिम दिशा में हवा के लिए एक या दो खिड़की अथवा वायु-छिद्र होने चाहिए। वायु-छिद्र में एग्जाॅस्ट पंखा लगाना उपयोगी होता है।

8 रसोईघर में रखी भोजन मेज उŸार-पश्चिम/पश्चिम की ओर हो।

9 हल्का सामान पूर्व अथवा उŸार में रखा जा सकता है।

10 खाना पकाते समय मुंह पूर्व की ओर होना चाहिए।

11 रसोईघर के फर्श और दीवारों का रंग पीला, नारंगी, गुलाबी, चाॅकलेटी अथवा लाल होना चाहिए। यद्यपि जहां तक संभव हो, रंग काला नहीं होना चाहिए।

12 यदि रसोईघर में फ्रिज हो तो इसे दक्षिण-पूर्व, दक्षिण, पश्चिम अथवा उŸार दिशा में रखना कोने से एक फुट दूर रखें, वरना यह हमेशा खराब रहेगा।

13 उŸार-पूर्व में स्थित रसोईघर मानसिक परेशानियां बढ़ाता है और इसके कारण बड़ी हानि हो सकती है। यदि रसोईघर दक्षिण-पश्चिम में हो तो अंतर्विरोधों के चलते जीवन कठिनाई पूर्व हो जाता है।

14 यदि रसोईघर उŸार-पश्चिम में होता है तो खर्च बढ़ जाता है। उŸार दिशा में रसोईघर सबसे खतरनाक होता है। यह कुबेर का स्थान है, यहां रसोई होने पर खर्च आशा से अधिक होने लगता है।

15 रात्रि के समय रसेाईघर अच्छी तरह साफ कर देना चाहिए और उपयोग में लिए गये बर्तन साफ करके सोना चाहिए।

16 रसाईघर में जो भी पकाएं, सबसे पहले उसे अग्नि को समर्पित करें। इससे घर में शांति और संपन्नता बनी रहती है।

17 किसी उद्यम-स्थल के उŸार-पूर्व में खाई अथवा कटाव आदि दोष होने पर उद्योगपति के विकलांग बच्चा पैदा होता है।

18 द्वार के सामने प्रवेश की अनुचित स्थिति अथवा अवरोध, सम्पन्नता को काफी दूर तक प्रभावित करते हैं।

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