काल सर्प योग के स्वप्न डाॅ. लक्ष्मीशंकर शुक्ल छ जातकों के स्वप्नों का अध्ययन करने पर ज्ञात हुआ कि वे काल सर्प दोष से पीड़ित हैं। तदुपरांत उनकी कुंडलियों को देखने पर पता चला कि उनके सभी ग्रह राहु-केतु के बीच में हैं, अथवा केवल चंद्र या मंगल के बाहर होने के कारण आंशिक काल सर्प दोष है। ये स्वप्न इस प्रकार हैं: सोते हुए सर्प को अपने शरीर पर आते देख कर घबड़ा कर जाग पड़ना। सांपों का जोड़े एक साथ हाथ या पैर में लिपटे और यदि वे डस लंे, तो काल सर्प योग लाभदायक एवं शीघ्र धन-संपत्ति देने वाला होगा। पानी पर तैरता सांप देखना काल सर्प योग का सूचक है। स्वप्न में सांप उड़ता हुआ दिखाई देना भी काल सर्प दोष का द्योतक है। अनगिनत सर्पों का दिखना घातक काल सर्प का प्रतीक है। इष्ट देवता का पूजन करें, तभी वे शांत होंगे। यदि काला नाग कुंडली मारे दिखे, तो यह लग्न के 4 घरों से संबंधित काल सर्प योग का द्योतक है। यदि सर्प किसी पशु पर झपटे, तो काल सर्प का शभ्ु ा सकं ते ह।ै इससे धन आता है। सर्प-नेवले की लड़ाई दिखाई दे तो यह काल सर्प योग परिवार एवं फुफकारता हुआ और फन उठाए सर्प दिखाई दे, तो मृत्युतुल्य कष्ट मिलता है। यदि सर्प पद्म हो, तो शीघ्र धन दिलाता है। इन स्वप्नों को देखें, तो नाग पंचमी को या शुक्ल पक्ष में आश्लेषा नक्षत्र नाग-नागिन के जोड़े को, शिव मंदिर में पूजा करने के बाद, बहती नदी में बहा दें। इससे अशुभ प्रभाव समाप्त होता है, सुख-शांति मिलती है और मन की अशांति दूर होती है।