वर्ष 2012 का भारत डाॅ. भुवन मोहन वर्ष 2012 का संबंध हाल ही में माया सभ्यता के कैलेंडरों और सृष्टि के अंत से जोड़कर देखा जाता रहा है। लेकिन ज्योतिष के आइने में यथार्थ में यह वर्ष कब और कितना उतार-चढ़ाव लेकर आयेगा जानिए इस लेख में किये गये ज्योतिषीय विश्लेषण से। 01 जनवरी से 15 मार्च 2012 तक का समय भारतवर्ष और भारतीय नागरिकों के लिए धनार्जन करने का समय होगा अर्थात् भारतीय नागरिक खूब धन अर्जित करेंगे, इसलिए भारतवर्ष और भारतीय नागरिकों को इनवेस्टमेंट्स के क्षेत्र में खूब पैसा लगाना चाहिए। शेयर बाजार में खूब उछाल आयेगा सभी को इसका भरपूर लाभ लेना चाहिये। भारत सरकार को भी विनिवेश की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना चाहिए क्योंकि इससे सरकार और भारतीय नागरिक दोनों लाभान्वित होंगे। यह समय भारत के लिए प्रगति-तरक्की का समय होगा, भाग्य भी खूब साथ देगा जिससे भारत का नाम होगा, यश मिलेगा तथा सफलता भी मिलेगी। इस दौरान, व्यापार व व्यवसाय, संचार तथा खेल-कूद के क्षेत्र में भारत की उन्नति व तरक्की देखने लायक होगी।16 मार्च से 31 दिसंबर 2012 के मध्य भी व्यापार व व्यवसाय तथा इनवेस्टमेंट्स के लिए उŸाम समय होगा एवं खेल-कूद के क्षेत्र में तथा संचार माध्यम् के क्षेत्र में खूब लाभ होगा। फिल्म व टेलिविजन से जुड़े लोगों के लिए भी यह गजब का समय होगा, खूब नाम, यश व सफलता अर्जित करेंगे और ऐसे लोग खूब एवार्ड भी जीतेंगे। भारतीय लेखकों, कवियों, संपादकों और अन्य कलाकारों तथा लेखन-कला से जुड़े लोगों के लिए 16 मार्च से 31 दिसंबर 2012 तक का समय बहुत ही उŸाम होगा एवं ऐसे लोगों के लिए लाॅटरी का खजाना खुलेगा, खूब धन आयेगा और एवार्ड मिलंेगे और अपने क्षेत्र में खूब लाभान्वित होंगे और सराहनीय कार्य के लिए सम्मानित भी किये जायेंगे, अपने-अपने क्षेत्रों में खूब धन अर्जित करेंगे। लेकिन सन् 2012 के दौरान, दुश्मन व विरोधी भी सक्रिय होंगे। आतंकवादी और माओवादी भी सक्रिय होंगे एवं सामाजिक व्यवस्था और पारिवारिक व्यवस्था को भंग करने की कोशिश करेंगे, किंतु सन् 2012 में भारत बहुत ही साहस का परिचय देगा और भारत का साहसिक कदम देखने लायक होगा। भारत का भाग्य भी उसके साथ होगा, इसलिए प्रगति व तरक्की का पहिया आगे बढ़ता रहेगा और भारत को तरक्की-उन्नति, सफलता आदि से वंचित करने में कोई भी शक्ति सफल नहीं हो पायेगी। हां, कुछ चल व अचल संपŸिा की हानि हो सकती है। 15 नवंबर 2011 से 15 जून 2012 के मध्य काफी उथल-पुथल और परिवर्तन देखने को मिलेगा- वर्ष 2012 के आइने में श्रीमती सोनिया गांधी श्रीमती सोनिया गांधी का जन्म रात्रि में 09 बजकर 30 मिनट पर 09.12.1946 को हुआ था जिसके आधार पर उनका जन्म कर्क लग्न में हुआ, विंशोŸारीदशा के अनुसार उनकी बुध की दशा चल रही है। जन्मांग में चंद्र व मंगल ‘‘केंद्राधिपति-त्रिकोणाधिपति’’ योग बना रहा है और मंगल व गुरु भी कंेद्राधिपति-त्रिकोणाधिपति योग बना रहा है व शुक्र, चतुर्थ भाव में स्वगृही होकर ‘‘मालव्य योग’’ बना रहा है। स्पष्ट संकेत मिलता है। श्रीमती गांधी को आने वाले समय में ज्योतिषीय उपाय अवश्य करना चाहिए ताकि उनका स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक-ठाक रहे उनका अगस्त 2012 तक का समय अच्छा नहीं होगा और सावधानी की जरूरत है। नवंबर 2012 के बाद भी पार्टी और सरकार में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं रहेगा। सब कुछ ठीक-ठाक रखने की कोशिश, में कुछ वक्त लगेगा अर्थात अगस्त 2012 के बाद वह फिर बहुत मजबूत स्थिति में होंगी और धीरे-धीरे नवंबर 2013 तक पार्टी को और सरकार को सही रास्ता पर लाने में कामयाब होंगी। 15 नवंबर 2011 से 15 जून 2012 तक उनके लिए और पार्टी के लिए एक चुनौती भरा समय होगा। लेकिन फिर भी पार्टी और संगठन को मजबूत करने की दिशा में उपर्युक्त समय के दौरान काफी उथल-पुथल और परिवर्तन देखने को मिलेगा। श्रीमती गांधी अपनी सांगठनिक क्षमता का परिचय देंगी और सरकार और संगठन दोनों पर उनकी पकड़ मजबूत होगी। पार्टी 15 जून 2012 के बाद लाभ की स्थिति में होगी। अगस्त 2012 समाप्त होते-होते पार्टी तथा सरकार की स्थिति मजबूत हो जायेगी जिसका अच्छा परिणाम सन् 2013 में देखने को मिलेगा। उस समय में श्रीमती गांधी भी सरकार और पार्टी दोनों से अपने को जोड़ेंगी ।