बंधन दोष मंगलवार को 3 किलो पालक, सूर्यास्त से पहले, ला कर घर में किसी परात आदि में रख दें। बुधवार के दिन प्रातः, पालक किसी थैले में रख कर, घर से बाहर जा कर, किसी गाय को खिला दें। यदि गाय पालक सूंघ कर छोड़ दे, या थोड़ा खा कर छोड़ दे, तो समझें कि बंधन दोष है। व्यापार एवं कारोबार के लिए अगर आप को किसी काम से जाना हो, तो एक नींबू ले कर उस पर चार लौंग गाड़ दें तथा इस मंत्र का जाप करें:- ‘ओम श्री हनुमते नमः‘ 21 बार जाप करने के बाद उस को साथ ले कर चले जाएं।
काम में किसी प्रकार कि बाधा नहीं आएगी। कर्मचारी टिके रहें कई बार कर्मचारी नहीं टिकते, तो किसी ्यनिवार को घर से निकलते समय, या काम पर जाते समय, किसी जगह रास्ते से कोई कील उठा लें। उसे गंगा जल में धो कर, जहां कर्मचारी काम करते हैं, ठोक दें। इस कील के प्रभाव से कर्मचारी भागने नहीं पाएंगे। भय दूर करने के लिए घर में मां काली का चित्र लगाएं, तो घर पर किसी के जादू-टोने का असर नहीं होगा; होगा भी तो खत्म हो जाएगा। मां काली के आगे जल रख कर उस जल का छिड़काव घर में करें। सभी प्रकार की बाधाएं दूर हो जाएंगी। घर में षांति के लिए एक मुट्ठी गुड़, एक मुट्ठी नमक डलिया वाला, एक मुट्ठी गेहूं, दो तांबे के सिक्के डाल कर सफेद कपडे में बांध कर, घर में रखें, तो घर में शांति रहेगी। इसे सोमवार, बुधवार, बृहस्पतिवार, ्युक्रवार, रविवार को करें।
अगर तांबे के सिक्के की जगह चांदी के सिक्के रखें, तो पति-पत्नी में लड़ाई झगड़े नहीं होते। दवाई न लगती हो अगर दवाई न लगती हो, तो रोगी की दवाइयों को मंदिर में (घर के) रख कर रोगी को दें, तो दवाई राम बाण की तरह काम करेगी तथा रोगी जल्दी ठीक हो जाएगा। लड़कीे की शादी हेतु गुरुवार को लक्ष्मी नारायण के मंदिर में जा कर भगवान विष्णु को कलंगी चढ़ावें तथा शुद्ध घी से बने पांच लड्डुओं का भोग लगावें। उन्हें प्रणाम कर मन की अभिलाषा व्यक्त करें, तो निष्चय ही तीन माह से एक साल के भीतर कन्या की ्यादी संपन्न होती है। जिन महिलाओं को पति पर शक हो वह महिलाऐं अपनी शादी के समय पर पति के लिए जो वस्त्र उपहार में पिता के परिवार से मिले थे उनमें से किसी भी एक वस्त्र में एक जोड़ा 3 मुखी तथा एक जोड़ा 7 मुखी, असली नेपाली रूद्राक्ष बांधकर किसी भी बृहस्पतिवार के दिन अपनी कपड़ों की अलमारी या संदूक में रख दें और हर वर्ष अपनी विवाह वाली तिथि को इसमें एक जोड़ा लौंग अवष्य डाल दिया करें इस प्रकार से आपके विवाह संबंध आपस में न बंधती हो तब भी मजबूत रहेंगे।
और यदि दूसरी ओर पति का ध्यान हैं तो वहां से उसका ध्यान हमेशा के लिए हट जायेगा। धन लाभ के लिए रात्रि में चावल, दही और सत्तू का सेवन करने से लक्ष्मी का निरादर होता है। अतः समृद्धि के चाहने वालों को तथा जिन व्यक्तियों को आर्थिक कष्ट रहते हों, उन्हें इनका सेवन रात्रि भोज में नहीं करना चाहिए। यदि पैतृक धन एवं कुटंुब से जुड़ी परे्यानियां चल रही हो,ं तो प्रतिदिन, सूर्याेदय के समय, तांबे के पात्र में स्वच्छ जल भर कर, उसमें कुछ दाने चीनी और लाल पुष्प डाल कर, सूर्य को अघ्र्य देना चाहिए। यह टोटका शुक्ल पक्ष के रविवार से ्युरू करना चाहिए तथा अघ्र्य देते समय सच्चे मन से कार्य हो जाने की प्रार्थना करनी चाहिए।