कुछ दिन पूर्व पंडित जी का सोलन, हिमाचल प्रदेश कुछ वास्तु प्रोजेक्टस के लिए जाना हुआ जिसमें से एक फैक्ट्री के निरीक्षण के बारे में रिपोर्ट प्रस्तुत की जा रही है। फैक्ट्री के मालिक से मिलने पर उन्होंने बताया कि काम में कुछ न कुछ रुकावट बनी रहती है। आॅर्डर बहुत हैं पर किसी न किसी कारण पेमेन्ट आने में विलम्ब हो जाता है। आय से ज्यादा व्यय होता है तथा उनका बैठना भी कम हो पाता है।
पहाड़ी क्षेत्रों में बनी बोन्डिंग मेटल एलाॅंय की फैक्टरी में जाने पर पाये गये वास्तु दोष :
- प्लाॅट का मेन गेट दक्षिण पश्चिम में बना था जो कि अनचाहे खर्चे, विलम्ब, विवाद व मालिक को उस जगह से दूर रखने का कारण होता है।
- उत्तर-पूर्व में स्टाफ शौचालय व सेप्टिक टैंक बना था जो कि भारी खर्च व मानसिक तनाव का कारण होता है।
- पीछे के शेड में उत्तर-पूर्व में ऊँची और भारी मशीन रखी थी तथा उत्तर में बिजली के उपकरण/ट्रांसफाॅर्मर रखे थे जो उस शेड में एक्टिविटी न होने का कारण होता है तथा भारी खर्च और तनाव बना रहता है।
- गुणवत्ता-निरीक्षण (क्यू. सी. अफसर) के कमरे का दरवाजा दक्षिण-पश्चिम में बना था तथा वह दक्षिण -पश्चिम में मुख करके बैठे थे जिससे काम में गलतियां होना तथा उनके अनुपस्थित रहने की संभावना होती है।
- फैक्टरी के मालिक का कमरा उत्तर-पूर्व में बना था तथा उनकी सीट भी दरवाजे के बिल्कुल सामने थी जिससे वे इस कमरे में कम बैठ पाते हैं तथा उनका प्रभाव भी कम रहता है। उनके मैनेजर का कमरा दक्षिण-पश्चिम में था जिससे वे सदा ही मालिक पर हावी रहता है तथा मालिक से अपनी बात मनवाने में सक्षम रहता है।
सुझाव :
- लोहे की ग्रिल द्वारा बने मुख्य दरवाजे को पश्चिम में शिफ्ट करने की सलाह दी गई। परन्तु यदि करने में कठिनाई हो तो उसकी नकारात्मकता कम करने के लिए गेट के नीचे पिलर जितनी चैड़ी पीले पेंट की पट्टी बनाने को कहा गया तथा गेट के नीचे रबर तथा ऊपर ग्रिल पर प्लास्टिक सीट लगाने की सलाह दी गई जिससे वहां से हवा का प्रवाह काफी कम हो सके।
- शौचालय व सेप्टिक टैंक को पूर्व की ओर स्थानांतरित करने को कहा गया और उसकी जगह कुछ पानी की टंकियां जो जमीन के ऊपर पड़ी थीं उन्हें उत्तर-पूर्व में भूमि के नीचे लगाने की सलाह दी गई।
- शेड की वर्किंग को बढ़ाने के लिए उत्तर-पूर्व में पड़ी भारी मशीन को दक्षिण कीे ओर करने की सलाह दी गई तथा उत्तर में लगे ट्रांसफाॅर्मर को पूर्व में करने को कहा गया।
- क्यू. सी. रुम का दरवाजा पश्चिम या उत्तर-पश्चिम की ओर बनाने को कहा गया तथा निरीक्षक की सीट दक्षिण-पश्चिम में शिफ्ट करने की सलाह दी गई जिससे वो उत्तर-पूर्व की ओर मुख करके बैठे।
- मालिक को दक्षिण-पश्चिम की ओर बने कमरे में शिफ्ट होने की सलाह दी गई और उनके कमरे की सिटिंग को चेंज करके मैनेजर को वहां शिफ्ट करने की सलाह दी गई।
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