यदि कार्य न बने व बाधा विघ्न
आए तो:
शुक्ल पक्ष के प्रथम
रविवार को आधा मीटर कच्चा सूत
लेकर सूर्यदेव को प्रणाम करके जल
दें व सात बार ऊँ गण-गणपतये
नमः बोलकर सात गांठें मारें और
गणेशजी व सूर्यदेव से कार्य सिद्ध
करने की प्रार्थना करें और शुभ कार्य
पर जाते समय उस धागे को कमीज
की ऊपर की जेब में रखकर जाएं।
कार्य अवश्य बनेगा।
आर्थिक तंगी दूर करने के लिएः
शनिवार की शाम को आटे का एक
मुखी दीपक बनाकर उसमें सरसों का
तेल, एक लोहे की कील, 11 दाने
काली उड़द के डालकर पीपल के
नीचे जलाएं और उल्टे हाथ से 7 बार
पीपल को स्पर्श करें और 7 परिक्रमा
करें। शनिदेव को अपनी समस्या का
निवारण करने की प्रार्थना करें।
व्यापार व काम रोजगार में तरक्की के लिये:
यदि व्यापार
में बार-बार घाटा हो रहा हो और
व्यापार बंद करने की नौबत आ गई
हो तो 40 दिन रोजाना इस मंत्र को
108 बार जपें, घाटा दूर होगा व
लाभ होने लगेगा।
ऊँ ह्रीं ह्रीं ह्रीं ह्रीं श्रीमेव कुरू-कुरू
वांछित मेव ह्रीं ह्रीं नमः।
युवती के शीघ्र विवाह के लियेः
शुक्ल पक्ष के पहले वीरवार से केले
के वृक्ष के पास बैठकर 11 बार या
21 बार या 108 बार जपें और विष्णु
भगवान से शीघ्र विवाह कराने की
प्रार्थना करें। मंत्र इस प्रकार है:
नमो स्तवन अनंताय सहस्त्र मूर्तये,
सहस्त्र पादाक्षि शिरोरू बाहवे।
सहस्त्र नाम्ने पुरूषाय शाश्रते।
सहस्त्र कोटि युग धारिणे नमः।।
एवं
प्रत्येक वीरवार तुलसी के पास बैठकर
11 बार इसका जाप करें। मां तुलसी
से शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें और
तीन बार ऊँ लग्नाय नमो नमः बोलें।
मंत्र इस प्रकार है:-
वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता
विश्वपावनी।
पुष्पसारा नंदिनी च तुलसी कृष्ण
जीवनी।।
युवक के शीघ्र विवाह के लिये:
जिन युवकों का विवाह न हो पा रहा
हो वे शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार
से शिवजी का व्रत रखें और श्वेतार्क
(आक) के वृक्ष के समीप धूप-दीप
व जल अर्पित करें और हाथ धोकर
आज्ञा लेकर 8 पत्ते तोड़ लें, 7 पत्तों
की एक पत्तल बनाकर 8वें पत्ते पर
अपना नाम लिखकर शिवलिंग पर
चढ़ाएं। भोले नाथ से शीघ्र विवाह की
प्रार्थना करें।
पति सुख प्राप्ति के लिए:
यदि किसी स्त्री की अपने पति से अनबन
रहती हो, पति सुख न मिल रहा हो
तो इस मंत्र की एक माला रोजाना
जपें।
ऊँ ह्रीं ऐं भगवती मातंगेश्वरी श्रीं
स्वाहा।।
ऊँ ऐं ह्रीं श्रीं या त्रिपुर सुन्दरीयै
नमः।।
शारीरिक पीड़ा दूर करने के
लिये:
प्रत्येक शनिवार शाम को
(जब दोनों वक्त मिलते हों) एक लोहे
की कटोरी में सरसों का तेल भरकर
उसमें अपना चेहरा देखकर थोड़े से
आटे में उस तेल को मिलाकर एक
पेड़ा बनाएं और अपने ऊपर से 3
बार उल्टा उसार कर काली गाय को
खिलाएं। 4 या 8 शनिवार ये उपाय
करने से शारीरिक पीड़ा से मुक्ति
मिलती है।
मुकदमे में सफलता के लियेः
रोजाना शनिवार से शुरू करके
इस मंत्र की एक माला काले आसन
पर बैठकर पश्चिम दिशा की तरफ
मुंह करके जपें। मुकदमे का फैसला
आपके पक्ष में होने की पूरी संभावना
होगी। मंत्र इस प्रकार है:-
ऊँ नीली - नीली महानीली (शत्रु
पक्ष/ जज का नाम)
जीभि तालू सर्व खिलि, सही खिलो
तत्क्षणाय स्वाहा।।
इसके साथ प्रत्येक शनिवार भैरव
देव के दर्शन करें व काले कुत्ते को
इमरती खिलाएं।