Û यदि आपके एक हाथ में (स्त्रियों के उल्टे हाथ में) मस्तिष्क रेखा व हृदय रेखा एक हो तो पति-पत्नी के विचार नहीं मिलते। Û जीवन रेखा के साथ-साथ यदि भाग्य रेखा हो और उन भाग्य रेखाओं को राहु रेखाएं काटती हों तो भी स्त्री के जीवन में पति उसकी हर बात को काटता ही रहता है। Û यदि हृदय रेखा खण्डित हो या बीच-बीच में कहीं-कहीं मोटी या पतली हो तो भी दिल दुखाने वाला पति मिलता है। Û यदि हृदय रेखा को मोटी-मोटी रेखाएं काटकर मस्तिष्क रेखा तक जा रही हों व मस्तिष्क रेखा और हृदय रेखा में अंतर कम हो तो भी बातों को अनसुना करने वाला पति मिलता है। Û यदि स्त्री के एक हाथ में मस्तिष्क रेखा द्विभाजित हो और दूसरे हाथ में ऐसा न होने पर इनके पति इनकी कही बात का उल्टा मतलब निकालने वाले होते हैं।
यदि आपके पति के हाथ मंे उंगलियां व अंगूठा पीछे की तरफ झुकने वाला न हो तो ऐसे पति हमेशा अपनी मनमर्जी करने वाले होते हैं। Û यदि स्त्री के सीधे हाथ में जीवन रेखा के साथ-साथ भाग्य रेखा चलती हो तो ऐसी स्त्रियों के पति अपने मां- बाप या परिवार के किसी अन्य सदस्य के कहने से चलते हैं, जिसकी वजह से ऐसे पति अपनी पत्नी की बात को नहीं सुनते। Û यदि स्त्री व पुरुष दोनों के हाथों में उंगलियां व अंगूठा आगे की तरफ झुकते हों, हाथ सख्त हों व रेखाएं कम होने पर ऐसे पति अपना व अपनी पत्नी दोनों का जीवन खराब करते हैं। यह हमेशा अपनी करने वाले व पत्नी की अवहेलना करने वाले होते हैं।
यदि दोनों हाथों में जीवन रेखा टूटी हो तो मस्तिष्क रेखा व हृदय रेखा मोटी पतली या ऊबड़-खाबड़ होने पर ऐसी स्त्रियों के पति जुबान के कड़क व बगैर बात के ताने मारने वाले व बात को अनसुनी करने वाले होते हैं। Û यदि स्त्रियों के हाथ में बहुत ज़्यादा रेखाएं हों और प्रत्येक रेखा दूसरी रेखा को काटती हों तो ऐसी स्त्रियों के पति अपनी मर्जी से इनकी बात को सुनते हैं। प्रायः यह देखा गया है कि ऐसी स्त्रियां बहुत ही संवेदनशील होती हैं। इसके अतिरिक्त लाखों ऐसे छोटे-बड़े लक्षण हैं जिससे पता लगता है कि पति-पत्नी की बात को नहीं सुनते हैं। यदि आपके साथ भी यह सब हो रहा है तो इसके उपाय करने से स्त्री कुछ हद तक अपनी गृहस्थी में शांति ला सकती है। उपाय: Û गाय का गोबर लेकर एक दीपक बनाएं और उसे सुखा लें उसमें तेल, रुई की बŸाी व गुड़ डालकर दीपक जलाएं पर याद रखें यह दीपक दरवाजे के भीतर रखा होना चाहिए यह उपाय शनिवार से शनिवार करें। यदि आप चाहें तो 11 या 21 शनिवार भी इस प्रयोग को कर सकते हैं।
प्रत्येक शुक्रवार को किसी कन्या को बुलाकर सफेद मीठी वस्तु खिलाएं। शुक्ल पक्ष से शुरु कर 11-21 या 51 बार ऐसा करें। Û रात को सोते समय पति के सिरहाने सिंदूर रखें तथा स्वयं कपूर रखें और पति सिंदूर को घर में कहीं भी गिरा दें व पत्नी कपूर को जला दे इससे भी घर में शांति होगी। Û बाजार से आटा न लाकर घर में गेंहू तथा चने खरीदकर रख लें। चक्की पर जाने से पहले गेंहू में थोड़े से चने मिला दें व सोम या शनि को पिसवा लें। ऐसा निरंतर करें इससे भी पति अपनी पत्नी को महत्व देने लगेगा।
शिव-पार्वती की मूर्ति या तस्वीर के आगे नित्य घी का दीपक जलाएं व शिव चालीसा का नित्य जप करते हुए अपनी मनोकामना बोलें। याद रखें यह सब उपाय श्रद्धा विश्वास के साथ ही होने चाहिए तभी जातक को मनोवांछित फल मिलता है। कई बार हाथों में ज्यादा दोष होने पर इन उपायों के साथ-साथ मंत्रों का जप भी जरूरी हो जाता है। Û विवाहित जीवन केा सुखमय बनाने के लिए मातंगी यंत्र के सामने निम्नांकित मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जप करें- ‘‘ऊँ ह्रीं क्लीं हूं मातंग्यै फट्स्वाहा’’