1 वास्तुशास्त्र का नियम इस तथ्य से सिद्ध होता है कि आप पायेंगे कि किसी भी जगह का दक्षिणी-पश्चिमी भाग हमेशा समृद्ध होता है। चाहे वह देश हो, शहर हो, कालोनी हो या सोसाइटी हो।
2 उत्तर में हिमालय, दक्षिण में खुला समुद्र वास्तु की प्रतिकूलता को दर्शाता है जिसके कारण समृद्धिशील भारत अपनी समृद्धि को बनाये रखने में असमर्थ रहा।
3 वास्तु के अनुसार वायव्य कोण (उत्तर-पश्चिम) में स्थित वस्तु स्थिर नहीं रहती है यही कारण है कि वायव्य (उत्तर-पश्चिम) में स्थित पाकिस्तान हमसे अलग हो गया।
4 वास्तु के अनुसार व्यक्ति को पूजा करते समय पूर्वाभिमुख होना चाहिये, परंतु कोणार्क मंदिर स्वयं पूर्वाभिमुख है जिसके कारण व्यक्ति का मुंह पूजा करते हुए पश्चिम की ओर हो जाता है। यही कारण है कि कोणार्क मंदिर में आज तक पूजा नहीं हो सकी। यह उदाहरण है वास्तु के नियमों की सत्यता का।
5 ैबंतसमज च्पउचमतदमस एक ऐसा फूल है जो मौसम के बारे में भविष्यवाणी कर सकता है। अगर यह फूल बंद हो तो समझें की वर्षा होगी और खुला हो तो धूप लगेगी। इस फूल को च्ववतउंदश्े ूमंजीमतहसंेे के नाम से भी जाना जाता है।
6 वास्तुसम्मत घर में रहने से समृद्धि बढ़ती है, यह बात आम जनता के समझ में आ चुकी है, यही कारण है कि आधुनिक युग में बड़े-बड़े बिल्डर्स और काॅलोनाइजर्स वास्तु सम्मत घर बनाते हैं। भारत के 10 आश्चर्यजनक सत्य पेन्टियम चिप का अविष्कार ‘‘विनोद धाम’’ ने किया था (अब दुनिया में 90 प्रतिशत कंप्यूटर इसी से चलते हैं)।
7 श्री सबीर भाटिया ने ‘‘हाॅट मेल’’ बनायी (हाॅट मेल दुनिया का नं. 1 ईमेल प्रोग्राम है।)
8 अमेरिका में 38 प्रतिशत डाॅक्टर भारतीय हैं।
9 अमेरिका में 12 प्रतिशत वैज्ञानिक भारतीय हैं।
10 नासा में 36 प्रतिशत वैज्ञानिक भारतीय हैं।
11 माइक्रोसाॅफ्ट के 34 प्रतिशत कर्मचारी भारतीय हैं।
12 आई. बी. एम. के 28 प्रतिशत कर्मचारी भारतीय हंै।
13 इंटेल के 17 प्रतिशत वैज्ञानिक भारतीय हैं।
14 जीराॅक्स के 13 प्रतिशत कर्मचारी भारतीय हैं।
15 प्रसिद्ध खेल शतरंज की खोज भारत में हुई। जो लोग भारत देश को कम आंकते हैं उन्हें यह सोचना चाहिये।
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