दीवाली ऐसा त्योहार है जो तन (उत्तम स्वास्थ्य), मन (मनोकामनायें) व धन (पैसा) प्राप्त करने का सुनहरा अवसर प्रदान करता है। शास्त्रों में दीपावली के दिन को मनोरथ सिद्धि का दिन कहा गया है। यही वह दिन है जब अयोध्या वासियों की भगवान राम के अयोध्या लौटने की मनोकामना पूरी हुई थी। यही वह दिन है जब यंत्र-मंत्र, पूजन व साधना द्वारा देवताओं से मनोकामनायं पूरी करवाई जा सकती हैं। यही वह दिन है जो सुख, धन, सौभाग्य, सिद्धि व आरोग्य जीवन दे सकता है। इसी दिन सभी देवता प्रसन्न मुद्रा में होते हैं, अतः मांग लो जो मांगना है। दीपावली के दिन यदि जातक अपने ‘‘प्रसिद्ध नाम’’ के पहले अक्षर से अपनी राशि के अनुसार निम्न उपायों को करता है तो जातक अपने जीवन को धन धान्य, भाग्य, सुख समृद्धि से भरपूर कर सकता 1 धनदायक द्वितीयेश व एकादशेश के यंत्र पूजा कक्ष में स्थापित कर नित्य यदि उसके दर्शन व पूजन किये जायं तो मां लक्ष्मी की असीम कृपा प्राप्त होती है। 2 मंगलकारक लग्नेश व नवमेश के रत्न यदि चांदी के ‘‘श्री’’ बनवाकर उसके चारों ओर लगवाकर, लक्ष्मी जी के मंत्रों से अभिमंत्रित कर गले में धारण करें तो निश्चित ही धनलाभ, सौभाग्यलाभ लिया जा सकता है। 3 निम्न अन्य उपयोगी उपायों को भी दीवाली के शुभ दिन करने से मां लक्ष्मी मेहरबान रहती हैं।