श्मशान के पास घर का निषेध क्यों
श्मशान के पास घर का निषेध क्यों

श्मशान के पास घर का निषेध क्यों  

फ्यूचर समाचार
व्यूस : 4130 | अप्रैल 2006

वास्तु शास्त्र में भूखंड के आस-पास य ा आमने-सामने के स्थानों का बहुत महत्व है। भूखंड की शुभ या अशुभ दशा का अनुमान आस-पास की चीजों को देखकर किया जा सकता है।

घर मनुष्य की गतिविधियों का केंद्र होता है, जहां पर वह अपनी पारिवारिक, सामाजिक एवं आर्थिक गतिविधियों की रूपरेखा तैयार करता है। इसलिए घर बनाने से पूर्व घर के आस-पास के स्थान का विचार कर लेना चाहिए।

वास्तु शास्त्र में घर के समीप श्मशान का होना भयंकर दोष माना गया है। प्रत्येक मनुष्य जन्म लेता है तथा उसकी मृत्यु भी निश्चित है। यह बात सब जानते हैं, परंतु मृत्यु के आभास मात्र से ही व्यक्ति असंतुलित हो जाता है तथा उसकी मनस्थिति भावशून्य हो जाती है। घर के समीप श्मशान की स्थिति घर में रहने वाले सदस्यों में डर एवं भय का संचार करती है।

यह भय मनुष्य की बुद्धि को असंतुलित कर देता है जिसके प्रभाव से मनुष्य का आत्मविश्वास बाधित होता है और मनष्ु य की कायक्षर्् ामता पभ््र ाावित हाते ी ह।ै श्मशान के पास घर होने से प्रतिदिन शव देखने के कारण मनुष्य में शोक का संचार रहेगा। शोक हृदय की वह अवस्था है जो मनुष्य को किंकर्तव्यविमूढ़ बना देती है। शोक का एहसास बार-बार होने से मनुष्य के अंदर वैराग्य की भावना भी जन्म ले सकती है। घर के अंदर इस प्रकार की भावना के संचार से तथा प्रतिदिन रोते लोगों को देखने से घर में रहने वाले बच्चों के बालसुलभ मन पर प्रभाव पड़ सकता है।

बच्चों में कई प्रकार की शंकाएं उत्पन्न हो सकती हैं जिससे बच्चों का विकास भी बाधित होता है। घर का निर्माण व्यक्ति सुखपूर्वक जीवनयापन करने के लिए करता है परंतु श्मशान घर के पास होने से सुख का स्थान दुख ले लेता है। श्मशान में प्रतिदिन शव को जलाने से उत्पन्न होने वाली चर्बी की दुर्गंध भी आस-पास के वातावरण को प्रभावित करती है।

प्रदूषित वातावरण घर में रहने वाले सदस्यों के क्रियाकलापों को प्रभावित करता है जिससे घर के अंदर तनावमय वातावरण बन सकता है। श्मशान में शव के साथ आने वाले जनसमूह के कारण आस-पास के घरों की शांति भंग होती है तथा परिवार के सदस्यों में एकाग्रता की कमी होने लगती है।

बार-बार जनसमूह के आवागमन से घर के आस-पास असामाजिक तत्व भी सक्रिय हो जाते हैं जिनसे घर की सुरक्षा भी प्रभावित होती है। घर का निर्माण मनुष्य शांति एवं निजता के लिए करता है परंतु श्मशान घर के पास होने से उसका संतुलन प्रभावित होता है। इन सब कारणों को देखते हुए वास्तुशास्त्र में श्मशान के पास घर बनाने का निषेध किया गया है।

अब कहीं भी कभी भी बात करें फ्यूचर पॉइंट ज्योतिषाचार्यों से। अभी परामर्श करने के लिये यहां क्लिक करें।



Ask a Question?

Some problems are too personal to share via a written consultation! No matter what kind of predicament it is that you face, the Talk to an Astrologer service at Future Point aims to get you out of all your misery at once.

SHARE YOUR PROBLEM, GET SOLUTIONS

  • Health

  • Family

  • Marriage

  • Career

  • Finance

  • Business


.