अभिषेक की शुक्र की महादशा में शनि की अंतर्दशा चल रही है। गोचर लग्न में गुरु शीघ्र विवाह कराने में सहायक होगा और फिल्म जगत की एक चर्चित अभिनेत्री ही इनकी जीवन संगिनी बनेगी और फिल्मी दुनिया में इन्हें बहुत सफलता मिलेगी क्योंकि कर्म स्थान में शनि योग कारक हो कर बैठा है और गोचर में भी वहीं पर विचरण कर रहा है। इसलिए आजकल फिल्मों में सफलता मिलना स्वाभाविक है। पिता का आशीर्वाद भी उनके फिल्मी कैरियर में सहायक बन रहा है। अभिषेक की शुक्र-शनि की दशा जनवरी 2007 तक चलेगी जो उनके कार्य क्षेत्र में शिखर पर पहुंचने में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
अतः जनवरी 2007 के पश्चात शुक्र-बुध की दशा के दौरान उनका भाग्योदय होगा और वर्ष 2007 अभिषेक के लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष होगा, जब वह अपने क्षेत्र में ऊंचाइयों को छू पाएंगे। पिता के स्थान में शनि पर गुरु की दृष्टि होने के कारण पिता के स्वास्थ्य में सुधार हुआ। आजकल फिल्म जगत की चर्चित अभिनेत्री ऐश्वर्य के साथ उनके विवाह सूत्र में बंधने की संभावना व्यक्त की जा रही है। ज्योतिष के हिसाब से दोनों की कुंडली मिलान के अनुसार उन्हें 36 गुणों में 32.5 गुण मिल रहे हैं। अभिषेक की जन्म राशि मीन है और ऐश्वर्य की जन्म राशि धनु।
दोनों का राशि स्वामी गुरु है और दोनों के लग्न के स्वामी भी मित्र हंै। लग्न से अष्टम भाव में मंगल होने के कारण अभिषेक मंगली हैं और ऐश्वर्य भी चतुर्थ भाव में मंगल होने के कारण मंगली हैं। परंतु ऐश्वर्य के छठे भाव का शनि अभिषेक के अष्टम भाव के मंगल दोष को काट रहा है और चूंकि दोनों की कुंडलियों में 32.5 गुण मिल रहे हैं अतः गुण बाहुल्यता के कारण भी मंगल दोष का परिहार हो जाता है। अभिषेक का करिश्मा कपूर से विवाह संबंध टूटना भी उनके अष्टम मंगल के दोष को क्षीण करता है।
वर्तमान समय में ऐश्वर्य राय की राहु की महादशा में गुरु की अंतर्दशा अगस्त 2006 तक चलेगी। उसके पश्चात् जून 2009 तक शनि की अंतर्दशा चलेगी जो बहुत शुभ है। इसलिए इस दौरान फिल्मी जीवन में सफलता तो मिलेगी ही, विवाह बंधन म बधने के लिए भी यह समय अनुकूल है। प्राकृतिक शुभ ग्रह गुरु लग्न से सप्तम भाव को देख रहा है और गोचर में गुरु का चलन भी शुभ स्थिति में है। इसी तरह अभिषेक के लग्न में भी गुरु गोचर में सप्तम भाव को देख रहा है। योग कारक ग्रह शनि गोचर में कर्क राशि से मेष राशि सप्तम भाव को भी देख रहा है।
यह भी शुभ है। मेरे विचार में इनका विवाह अगस्त 2006 के बाद संभव है। यदि इनका विवाह होता है तो संबंध सौहार्दपूर्ण रहेगा और सामंजस्य बना रहेगा। अमिताभ बच्चन: कुछ दिन पहले उन्हें कुछ शारीरिक कष्ट हुआ, परंतु वे उस संकट से बाहर आ गए। इसका मुख्य कारण है चतुर्थ भाव में लग्नेश शनि की स्थिति। चतुर्थ भाव से जनता का विचार किया जाता है। जब-जब उनके साथ कोई घटना होती है, जनता उनके लिए पूजा-पाठ कर उनकी दीर्घायु की कामना करती है। इसका कारण है कि शनि वृष राशि से सुख स्थान में बैठ कर लग्न भाव को दशम दृष्टि से देख रहा है और आयु में वृद्धि कर रहा है।
वर्तमान समय में बुध की महादशा में शनि की अंतर्दशा 2.03.05 से प्रभावी है जो 10.11.2007 तक चलेगी। आजकल गोचर में शनि कर्क राशि अर्थात उनके रोग स्थान में भ्रमण कर रहा है, इसलिए उन्हें शारीरिक कष्ट एवं पेट में तकलीफ हुई। शनि उनके लग्न के लिए शुभ होने के कारण इन्हें बार-बार कष्ट से निकाल लेता है। 2007 के पश्चात केतु की महादशा में फिर से शारीरिक कष्ट होने की संभावना है। लेकिन ईश्वर की कृपा से अमिताभ को दीर्घायु प्राप्त है। शुक्र की महादशा में शुक्र की अंतर्दशा 2014 से 2017 के मध्य उन्हें अपने शरीर का ध्यान रखना चाहिए।