कन्या विवाह का अचूक उपाय गोपाल राजूजन्म पत्रिका में संयम और बौद्धिकता से यदि तलाशा जाये तो ग्रह-नक्षत्रों के ऐसे अनेक संयोग मिल जाएंगे जो लड़कियों का विवाह करवाने, न करवाने अथवा विलंब आदि से करवाने के संकेत देते हैं।... और पढ़ेंज्योतिषविवाहमार्च 2014व्यूस: 22830
कालसर्प दोष निवारण के कुछ सामान्य उपाय शुभेष शर्मनइस लेख में काल सर्प दोष को शांत करने के लिए कुछ सामान्य उपायों का वर्णन है जो कि काल सर्प दोष को शांत करने में काफी प्रभावशाली है।... और पढ़ेंज्योतिषउपायभविष्यवाणी तकनीकमई 2011व्यूस: 19013
कुण्डली में शनि शुभ-अशुभ फल देता है उत्मेन्दु भट्टाचार्यजब किसी जातक पर साढ़ेसाती आती है तो जातक में यह जानने की ख्वाहिश बढ़ जाती है कि उनके ऊपर साढ़ेसाती कब तक बुरा प्रभाव देगी, उसके लिए साढ़ेसाती कितनी बुरी या कितनी अच्छी है। शनि की साढ़ेसाती प्रारंभ होना या शनि की ढैया का लगना, यह स... और पढ़ेंज्योतिषग्रहभविष्यवाणी तकनीककुंडली व्याख्याअकतूबर 2014व्यूस: 22189
तेल मालिश:एक प्राकृतिक उपाय अविनाश सिंहमालिश शरीर को स्वस्थ, सुंदर, यौवनपूर्ण बनाने का एक सरल एवं उत्तम उपाय है। इससे अनेक प्रकार के रोगों के उपचार में सफलता प्राप्त होती है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा की दृष्टि से यह एक कला भी है और प्राकृतिक उपाय भी। तेल मालिश से शरीर हल... और पढ़ेंउपायस्वास्थ्यविविधजून 2013व्यूस: 20622
कुछ उपयोगी टोटके संत बाबा फतह सिंहबच्चा हो या वृद्ध ज्वर सभी को होता हैं। यदि आप को तेज ज्वर है। तो आप मंगलवार ओर शनिवार के दिन हनुमान मंदिर जाकर उनके दर्शन करके केवल उनके चरणों का सिन्दूर लाकर कुषा के आसन पर बैठ जाएं व् उतर दिशा की ओर मुंह करके निम्न उपाय करें।... और पढ़ेंउपायस्वास्थ्यटोटकेमार्च 2013व्यूस: 20571
संक्षिप्त तर्पण तथा श्राद्ध विधि वेणी माधव गोस्वामीश्राद्ध कैसे करना चाहिए यह जानना तथा तदनुरूप श्राद्ध संपन्न करना आवश्यक है। यहां तर्पण तथा श्राद्ध विधि प्रस्तुत कर रहे हैं। श्राद्ध हर व्यक्ति को अवश्य करना चाहिए। इससे हर प्रकार का लाभ मिलता है। देवताओं के लिये एक अ... और पढ़ेंज्योतिषउपायभविष्यवाणी तकनीकअध्यात्म, धर्म आदिसितम्बर 2014व्यूस: 26088
पित्ताशय की पथरी अविनाश सिंहपित्ताशय की पथरी होने के कई कारण है। लेकिन मुख्य कारण आहार है। असंयमित भोजन से पाचन क्रिया मंद हो जाती है जिसके फलस्वरूप दूषित द्रव्य संचित होकर पथरी का रूप धारण कर लेते हैं। आइए इस रोग के ज्योतिषीय कारणों का भी पता लगाएं ......... और पढ़ेंज्योतिषउपायस्वास्थ्यराशिविविधफ़रवरी 2010व्यूस: 25328
पिरामिड का वास्तु में उपयोग फ्यूचर पाॅइन्टप्रश्न: वास्तु दोष सुधार हेतु भिन्न-भिन्न परिस्थितियों में बिना तोड़े फोड़े क्या उपाय किये जा सकते हैं? वास्तु उपायों में पिरामिड का उपयोग किस प्रकार किया जाना चाहिए? पिरामिड किस धातु का, कितनी दूरी पर तथा कितनी संख्या में लगाने च... और पढ़ेंज्योतिषवास्तु परामर्शवास्तु के सुझावदिसम्बर 2014व्यूस: 25716
अष्टम भावस्थ शनि का विवाह पर प्रभाव एम. के रस्तोगीप्राचीन ज्योतिषाचार्यों ने एकमत से जातक की कुंडली के सप्तम भाव को विवाह का निर्णायक भाव माना है और इसे जाया भाव, भार्या भाव, प्रेमिका भाव, सहयोगी, साझेदारी भाव स्वीकारा है।... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगग्रहघरविवाहभविष्यवाणी तकनीककुंडली व्याख्याजनवरी 2009व्यूस: 25873
जन्मकुंडली में व्यवसाय या नौकरी योग रज्जन प्रसाद पटेलजन्मकुंडली में व्यवसाय या नौकरी योग : वाणिज्यं नृपमान्यताश्व गमनं मल्लत्वराज्यक्रिया, दासत्वं कृषि वैद्यकीर्ति निधि निक्षेपाश्चयज्ञादयः। श्रेष्ठत्वं गुरुयंत्र मंत्र जननी विस्तार पुण्यौषधो रूस्थानाभर मंत्र सिद्धिविभवाः स्याददत्तपुत... और पढ़ेंज्योतिषज्योतिषीय योगवर्ग कुंडलियाँभविष्यवाणी तकनीकअप्रैल 2010व्यूस: 27103
शनि को कल्याणकारी बनाने के उपाय जे.के. शर्माशनि शुभ होने पर निम्न उपाय करें: - नीलम रत्न, चांदी की अंगूठी में बनवा कर, मध्यमा अंगुली में, शनिवार के दिन प्रातः पहनें। - नीले रंग की वस्तुओं का उपयोग करें जैसे नीले वस्त्र, चादर, पर्दे आदि।... और पढ़ेंज्योतिषउपायभविष्यवाणी तकनीकनवेम्बर 2014व्यूस: 23020
चंद्र पृथ्वी का एक मात्र उपग्रह अविनाश सिंहचंद्र देव का वर्ण गौर है। इनके वस्त्र, अश्व और रथ तीनों स्वेत वर्ण के है। ये सुंदर रथ पर कमल के आसान पर विराजमान है। इनके सिर पर सुदंर स्वर्ण मुकुट तथा गले में मोतियों की माला है। इनके एक हाथ में गदा है। और दूसरा हाथ वरदान की मुद्... और पढ़ेंज्योतिषखगोल-विज्ञानमार्च 2008व्यूस: 24504