हस्तरेखाओं से जानें अकाल म्रत्यु की संभावनाएं

शास्त्रों ने अनुसार शुभ कर्म, साधना, उपासना आदि कार्य कर अपनी आयु में वर्द्धि कर सकता है. सामान्तया प्रत्येक व्यक्ति लंबी आयु की इच्छा रखता है, परन्तु कई बार हाथों की रेखाओं में बनने वाले योग, व्यक्ति की मनोइच्छाओं के आड़े आ जाते ह... और पढ़ें

अप्रैल 2009

व्यूस: 9559

आखिर क्या है श्राद्ध एवं पितृ दोष ?

भारतीय संस्कृति में माता पिता को देवता तुल्य माना जाता है। इसलिए शास्त्र वचन है कि पितरों के प्रसन्न होने पर सारे देव प्रसन्न हो जाते हैं। ब्रह्मपुराण के अनुसार श्रद्धापूर्वक श्राद्ध करने वाला मनुष्य अपने पितरों के अलावा ब्रह्म, र... और पढ़ें

सितम्बर 2013

व्यूस: 13758

शनि शत्रु नहीं मित्र भी

शनि की साढ़ेसाती एवं ढैय्या (लघु कल्याणी) को लेकर तथा कथित ज्योतिषियों ने इतनी भ्रांतियां फैला रही है। की प्रत्येक जातक भयभीत होने पर मजबूर हो जाता है। जबकि वास्तविकता ऐसी नहीं है। आईए, पहले शनि के स्वरूप एवं गुण । ... और पढ़ें

जुलाई 2008

व्यूस: 15153

84 रत्न: एक नजर में

84 प्रकार के रत्न शास्त्रों में बताये गए है. इनमें से कुछ रत्न आज दुर्लभ है. सभी रत्न अपना विशेष महत्व रखते है. रत्न की संक्षिप्त जानकारी इस लेख में दी गई है. प्रस्तुत लेख से रत्नों से परिचय करने में सहयोग मिलेगा........ और पढ़ें

जून 2009

व्यूस: 22807

कैसे करें रत्नों का चयन

किसी भी व्यक्ति कों रत्न धारण करने से पूर्व, रत्न का भार, ग्रहों की निर्बलता व शुभता कों ध्यान में रखते हुए रत्न धारण किये जाते है. शास्त्रों में ग्रह शांति के उपाय के रूप में भी रत्नों कों धारण किया जाता है. परन्तु रत्न भी तभी सर... और पढ़ें

जून 2009

व्यूस: 14150

फल निर्णय में नक्षत्र की भूमिका महत्वपूर्ण

ज्योतिष को वेदों की आंखे कहा गया है। और यह ज्योतिर्विदों पर निर्भर करता है की वे किसी जन्म पत्रिका का विश्लेषण किस प्रकार करते है, और क्या फलादेश करते है। ज्योतिष ज्ञान का महासागर है, जिसमें जो जितना गहरे जाता है उतना ही अमूल्य खज... और पढ़ें

नवेम्बर 2008

व्यूस: 31048

आपकी राशि-आपका खान-पान

मेष राशि इस राशि वाले लोगां को गरमा गर्म और मसालेदार भोजन अधिक पसंद है। अचार, चटनी, पापड़ इत्यादि भी इनकी पहली पसंद है। ठंडा और फीका भोजन आपका मिजाज बिगाड़ सकता है इसलिए आपको स्वस्थ तन व मन के लिए ताजा व गर्म भोजन ही करना पसंद है।... और पढ़ें

जनवरी 2014

व्यूस: 10869

लहसुनिया

लहसुनिया रत्न केतु रत्न है. लहसुनिया रत्न कों कई नामों से जाना जाता है. इसके कुछ नाम वैदूर्य, विडालाक्ष, केतु रत्न, सूत्रमणि है. लहसुनिया धारण करने से दुःख: दरिद्रता: व्याधि, भूत बाधा व नेत्र रोग नष्ट होते है. प्रस्तुत लेख में लहस... और पढ़ें

जून 2009

व्यूस: 14592

गोमेद

गोमेद रत्न राहु ग्रह का रत्न है. जन्म कुंडली में लग्न या त्रिकोण भावों में राहू का आधिपत्य हो तो, जातक के लिए गोमेद रत्न विशेष लाभकारी रहता है. कन्या राशि और कन्या लग्न के व्यक्तियों के द्वारा रत्न धारण करने से व्यक्ति का मन प्रसन... और पढ़ें

जून 2009

व्यूस: 25613

वास्तु में जन्म तिथि का महत्व

पिछले सप्ताह पं0 जी तथास्तु द्वारा आयोजित वैलनेस एक्सपो में आन्टैरियो, कनाडा गए। वहां पर एक बहुत बड़े प्रख्यात व्यापारी के घर जाने का अवसर मिला। उनके विदिषा घर के सामने दक्षिण-पष्चिम में एक बहुत भारी पत्थर का फव्वारा जमीन पर बना ह... और पढ़ें

नवेम्बर 2013

व्यूस: 7515

लग्नानुसार रत्न चयन

धरती के आँचल में प्राप्त होने वाले आभावान पत्थरों को रत्न कहा जाता हैं. रत्न बड़े प्रभावशाली होते हैं. यदि लग्नेश व् योगकारक ग्रहों के रातों को अनुकूल समय में उचित रीति से जाग्रत कर धारण किया जाएं तो वांछित लाभ प्राप्त किया जा सकत... और पढ़ें

मई 2012

व्यूस: 14671

पीलिया यकृत कोशिकाओं की विकृति

पीलिया रोग का सम्बंध यकृत से है. ज्योतिष में कुंडली के द्वादश भावों में यकृत का सम्बंध पंचम भाव से है. इस आलेख में लग्न के अनुसार पीलिया रोग होने के ज्योतिषीय योगों का सरल वर्णन किया गया हैं. ... और पढ़ें

मई 2009

व्यूस: 12372

Ask a Question?

Some problems are too personal to share via a written consultation! No matter what kind of predicament it is that you face, the Talk to an Astrologer service at Future Point aims to get you out of all your misery at once.

SHARE YOUR PROBLEM, GET SOLUTIONS

  • Health

  • Family

  • Marriage

  • Career

  • Finance

  • Business

लोकप्रिय विषय

करियर बाल-बच्चे चाइनीज ज्योतिष दशा वर्ग कुंडलियाँ दिवाली डऊसिंग सपने शिक्षा वशीकरण शत्रु यश पर्व/व्रत फेंगशुई एवं वास्तु टैरो रत्न सुख गृह वास्तु प्रश्न कुंडली कुंडली व्याख्या कुंडली मिलान घर जैमिनी ज्योतिष कृष्णामूर्ति ज्योतिष लाल किताब भूमि चयन कानूनी समस्याएं प्रेम सम्बन्ध मंत्र विवाह आकाशीय गणित चिकित्सा ज्योतिष Medicine विविध ग्रह पर्वत व रेखाएं मुहूर्त मेदनीय ज्योतिष नक्षत्र नवरात्रि व्यवसायिक सुधार शकुन पंच पक्षी पंचांग मुखाकृति विज्ञान ग्रह प्राणिक हीलिंग भविष्यवाणी तकनीक हस्तरेखा सिद्धान्त व्यवसाय पूजा राहु आराधना रमल शास्त्र रेकी रूद्राक्ष श्राद्ध हस्ताक्षर विश्लेषण सॉफ्टवेयर सफलता मन्दिर एवं तीर्थ स्थल टोटके गोचर यात्रा वास्तु परामर्श वास्तु दोष निवारण वास्तु पुरुष एवं दिशाएं वास्तु के सुझाव स्वर सुधार/हकलाना संपत्ति यंत्र राशि
और टैग (+)